नासा के आर्टिमिस 2 मिशन के चारों अंतरिक्ष यात्री कौन हैं?
क्या है खबर?
नासा और कनाडा की स्पेस एजेंसी ने सोमवार को अगले चांद मिशन आर्टिमिस 2 के चारों अंतरिक्ष यात्रियों की घोषणा कर दी है।
इनमें से 3 अमेरिकी है और एक कनाडाई अंतरिक्ष यात्री है। इन अंतरिक्ष यात्रियों में एक महिला और 3 पुरुष यात्री शामिल हैं।
इनके नाम की घोषणा ह्यूस्टन में एक कार्यक्रम के दौरान की गई।
इन अंतरिक्ष यात्रियों में किस्टीना कोच, विक्टर ग्लोवर, रिड वाइसमैन के साथ ही कनाडा के जेरमी हेनसन हैं।
नासा
क्रिस्टीना कोच कौन हैं?
नासा के आर्टिमिस 2 मिशन की विशेषज्ञ क्रिस्टीना कोच ने 2019 में अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा किया था, जहां उन्होंने पहली ऑल-वूमेन स्पेसवॉक में हिस्सा लिया।
क्रिस्टीना ने नासा के साथ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के तौर पर अपना करियर शुरू किया था।
उन्हें 2013 में भी एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया था और उन्होंने 6 स्पेसवॉक पूरे किए हैं।
उनके पास 328 दिनों में एक महिला द्वारा सबसे लंबी सिंगल स्पेस फ्लाइट का रिकॉर्ड है।
विक्टर
चांद पर जाने वाले पहले अश्वेत होंगे विक्टर
46 वर्षीय विक्टर ग्लोवर चांद पर जाने वाले पहले अश्वेत व्यक्ति होंगे।
ग्लोवर को नासा ने 2013 में एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना था और 2020 में उन्होंने क्रू-1 स्पेस-X क्रू ड्रैगन पर एक पायलट और सेकेंड-इन-कमांड के रूप में कार्य किया था।
उन्होंने अंतरिक्ष में लगभग 167 दिन बिताए हैं।
नासा के अनुसार, ग्लोवर अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) पर लंबी अवधि के अभियान दल में शामिल होने वाले पहले अफ्रीकी-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे।
रिड
आर्टिमिस 2 के मिशन कमांडर हैं रिड वाइसमैन
रिड वाइसमैन आर्टिमिस 2 के मिशन कमांडर हैं। उन्हें जून, 2009 में एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया था।
रिड समुद्र के नीचे रिचर्स मिशन नीमO21 की कमान संभाल चुके हैं और हाल ही में उन्होंने नासा एस्ट्रोनॉट्स के चीफ के रूप में भी काम किया है।
वर्ष 2014 में रिड ने स्पेस स्टेशन के लिए फ्लाइट इंजीनियर के तौर पर भी काम किया था।
जेरमी
अंतरिक्ष से जुड़े पहले मिशन पर जा रहे हैं हेनसन
आर्टिमिस 2 मिशन के अंतरिक्ष यात्री जेरमी हेनसन कनाडा स्पेस एजेंसी ज्वाइन करने से पहले फाइटर पायलट थे और वर्तमान में नासा के साथ एस्ट्रोनॉट ट्रेनिंग एंड मिशन ऑपरेशन के साथ काम करते हैं।
यह उनका अंतरिक्ष से जुड़ा पहला मिशन होगा।
ये चारों अंतरिक्ष यात्री अगले साल आर्टिमिस 2 मिशन के लिए चांद पर भेजे जाएंगे। हालांकि, ये चांद पर लैंड नहीं करेंगे और सिर्फ चांद का चक्कर लगाकर 10 दिन में वापस लौट आएंगे।
आर्टिमिस
क्या है नासा का आर्टिमिस 2 मिशन?
आर्टिमिस 2 के जरिए नासा चंद्रमा पर दीर्घकालिक मौजूदगी की सुविधा स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। यह सुविधा भविष्य में मंगल ग्रह पर खोजों के लिए एक स्थायी चौकी का काम करेगी।
आर्टिमिस II मिशन का उद्देश्य यह साबित करना है कि ओरियन रॉकेट के उपकरण और अन्य प्रणालियां डीप स्पेस में उस पर सवार अंतरिक्ष यात्रियों के साथ डिजाइन किए गए सभी सिस्टम सटीक ढंग से अपने काम को अंजाम देने में सक्षम हैं।