आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास को रोकने से नहीं कम होंगी चुनौतियां - बिल गेट्स
क्या है खबर?
ChatGPT की लॉन्चिंग के हफ्ते भर के बाद से ही इसकी लोकप्रियता काफी तेजी से बढ़ने लगी थी। बड़ी टेक कंपनियों से लेकर दिग्गज हस्तियों के बीच ये लॉन्चिंग के बाद से ही चर्चा में है।
टेक दिग्गजों के बीच इस तरह के जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास को लेकर अलग-अलग मत भी देखने को मिल रहे हैं।
अब माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स ने कहा है कि इसके विकास को रोकने से चुनौतियों का समाधान नहीं होगा।
बयान
AI के विकास पर रोक लगाने की हो रही मांग
बिल गेट्स का बयान तब सामने आया है, जब हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के विकास रोकने के लिए एलन मस्क सहित लगभग 1,000 से अधिक टेक दिग्गजों ने एक खुले पत्र पर हस्ताक्षर किये हैं।
गेट्स ने कहा कि इस बात पर ध्यान देना बेहतर होगा कि AI में विकास का सबसे अच्छा उपयोग कैसे किया जा सकता है, क्योंकि यह समझना कठिन है कि वैश्विक स्तर पर रोक कैसे काम कर सकती है।
टिप्पणी
बिल गेट्स ने इंटरव्यू में कही ये बात
समाचार एजेंसी रॉयटर्स को दिए इंटरव्यू में बिल गेट्स ने कहा कि किसी भी चीज पर रोक लगाना कठिन हो सकता है। उन्होंने कहा, "मैं नहीं समझता कि कौन इसे रोकना चाहता है और क्यों रोकना चाहता है। क्या दुनिया का हर देश इसे रोकने के लिए सहमत होगा।"
हालांकि, इसके विकास पर रोक लगाने की ये बात तो समाज पर इसके दुष्प्रभाव आदि को लेकर है और दूसरा मत इसके विकास से चीजों के बेहतर होने को लेकर है।
राय
ChatGPT को क्रांतिकारी खोज बताते हैं बिल गेट्स
बिल गेट्स ने सोमवार को कहा था, "मुझे नहीं लगता कि किसी विशेष समूह को रुकने के लिए कहना चुनौतियों का समाधान है। स्पष्ट रूप से इन चीजों के बहुत बड़े लाभ हैं। हमें जो करने की आवश्यकता है वह मुश्किल क्षेत्रों की पहचान करना है।"
बता दें कि गेट्स बीच-बीच में ChatGPT टेक्नोलॉजी को समर्थन देते रहे हैं। हाल ही में उन्होंने इसे बीते 40 वर्षों की सबसे बड़ी क्रांतिकारी खोज बताया है।
पत्र
GPT-4 की तुलना में अधिक शक्तिशाली सिस्टम के विकास पर रोक की मांग
पिछले हफ्ते सामने आए पत्र में एलन मस्क, ऐपल के को-फाउंडर स्टीव वोज्नियाक सहित कई अन्य जानकारों ने ChatGPT को बनाने वाली कंपनी OpenAI के नए GPT-4 मॉडल की तुलना में अधिक शक्तिशाली सिस्टम के विकास पर तत्काल रोक लगाने की मांग की थी।
वोज्नियाक सहित अन्य जानकारों ने कहा था कि इस तरह के AI सिस्टम के जरिए समाज को होने वाले संभावित जोखिमों और लाभों का आकलन करने की जरूरत है।