NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / गगनयान मिशन: कोरोना वायरस संकट के कारण इस साल नहीं भेजी जाएगी मानवरहित उड़ान
    अगली खबर
    गगनयान मिशन: कोरोना वायरस संकट के कारण इस साल नहीं भेजी जाएगी मानवरहित उड़ान

    गगनयान मिशन: कोरोना वायरस संकट के कारण इस साल नहीं भेजी जाएगी मानवरहित उड़ान

    लेखन प्रमोद कुमार
    Jun 11, 2020
    03:26 pm

    क्या है खबर?

    गगनयान मिशन की तैयारियों के लिए इस साल निर्धारित मानवरहित उड़ान तय समय पर नहीं भेजी जाएगी।

    कोरोना वायरस संकट के चलते इस उड़ान का समय इस साल के अंत से टालकर अगले साल कर दिया गया है।

    इसके बारे में जानकारी देते हुए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के एक अधिकारी ने बताया कि इस साल के शेड्यूल में यह उड़ान शामिल नहीं है। इस बार केवल सैटेलाइट लॉन्चिंग का शेड्यूल है।

    जानकारी

    गगनयान मिशन की समयसीमा पर भी पड़ सकता है असर

    इस अधिकारी ने यह भी बताया कि मानवरहित उड़ान टलने की वजह से पूरे मिशन की समयसीमा पर असर पड़ेगा और इसमें देरी हो सकती है। ISRO 2022 में गगनयान मिशन को लॉन्च करने की योजना बना रहा है।

    बयान

    ISRO प्रमुख ने भी की पुष्टि

    ISRO के प्रमुख के सिवन ने भी इसकी पुष्टि ही है।

    TOI से बात करते हुए उन्होंने बताया, "मौजूदा हालात को देखते हुए इस साल मानवरहित उड़ान संभव नहीं है। इस साल हम GiSAT समेत पांच-छह मिशनों पर काम कर रहे हैं। GiSAT की लॉन्चिंग को एक बार पहले टाला जा चुका है।"

    सिवन ने कहा कि आने वाले दिनों में इन मिशनों के बारे में जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।

    मिशन

    गगनयान मिशन क्या है?

    गगनयान मिशन के तहत तीन एस्ट्रोनॉट्स को सात दिनों के लिए अंतरिक्ष में भेजने और वापस लाने की तैयारी चल रही है। हालांकि, इस पर कितने लोगों को कितने दिनों के लिए भेजा जाता है, इसका अंतिम निर्णय टेस्ट फ्लाइट के बाद लिया जाएगा।

    इन एस्ट्रोनॉट्स को लॉ अर्थ ऑरबिट (LEO) में भेजा जायेगा। अधिकतर सैटेलाइट इसी ऑरबिट में भेजे जाते हैं।

    इस पूरे मिशन पर 10,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

    योजना

    2022 में लॉन्च होना है गगनयान मिशन

    मिशन की तैयारियों में जुटे ISRO की योजना एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में भेजने से पहले दो मानवरहित उड़ान भेजने की है। इनके जरिये तैयारियों को जांचा-परखा जाएगा।

    भारत सरकार ने इस मिशन के लिए 2022 की समयसीमा तय की है। अगर तय समय पर यह मिशन लॉन्च करना है तो ISRO को अगले साल ही दोनों मानवरहित उड़ानें भेजनी होगी।

    इन उड़ानों के जरिये मिले नतीजों और सबक के आधार पर गगनयान मिशन में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं।

    बयान

    परिस्थितियां देखकर लेंगे निर्णय- सिवन

    हालांकि, अगले साल ही दोनों मानवरहित उड़ानें लॉन्च की जाएंगी, इस पर अभी भी संदेह बना हुआ है।

    इस बारे में बताते हुए सिवन ने कहा, "मानवरहित उड़ानों में हमारा मकसद ह्यूमनॉयड (आदमी से मिलता-जुलता रोबोट) को ले जाना है। यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा कि अगले साल दोनों उड़ानें जा पाएंगी या नहीं। आने वाले महीनों में इस पर फैसला होगा। अगर कोरोना संकट जारी रहा तो इन्हें फिर टाला जा सकता है।"

    गगनयान मिशन

    मानवरहित उड़ान में भेजा जाएगा ह्यूमनॉयड

    टेस्टिंग के लिए भेजे जाने वाले ह्यूमनॉयड का नाम व्योममित्र रखा गया है। यह दो भाषाएं बोलने समेत कई दूसरे काम करने में सक्षम है। व्योममित्र बात कर सकती हैं, लोगों को पहचान सकती है और एस्ट्रोनॉट्स द्वारा किए जाने वाले कामों की नकल कर सकती है।

    व्योममित्र आगे और दायें-बायें झुक सकती है। उड़ान के दौरान यह प्रयोगों को अंजाम देगी और लगातार कंट्रोल रूम के संपर्क में रहेगी।

    व्योममित्र का मतलब 'आकाश का दोस्त' होता है।

    तैयारी

    फिर शुरू हुई एस्ट्रोनॉट्स की ट्रेनिंग

    भारत के पहले मानव युक्त अतंरिक्ष मिशन पर जाने के लिए चुने गए भारतीय वायुसेना के चार पायलटों को ट्रेनिंग के लिए रूस भेजा गया था।

    इन चारों की रूस के गैगरीन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर (GCTC) में चल रही ट्रेनिंग वहां लागू लॉकडाउन के चलते रुक गई थी, लेकिन अब यह एक बार फिर शुरू हो गई है।

    ISRO और रूस की सरकारी स्पेस कंपनी ग्लॉवकॉस्मोस के अनुबंध के तहत इन एस्ट्रोनॉट्स को वहां ट्रेनिंग दी जा रही है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    रूस समाचार
    ISRO
    गगनयान मिशन
    कोरोना वायरस

    ताज़ा खबरें

    जीमेल में अब स्मार्ट रिप्लाई होंगे और भी बेहतर, गूगल ने जोड़ा नया AI फीचर जीमेल
    I/O 2025: गूगल ने जेमिनी में जोड़ा AI असिस्टेंट, अब लाइव पहचान कर सुधारेगा गलतियां गूगल
    IPL 2025: वैभव सूर्यवंशी ने लगाया अर्धशतक, बने हमारे 'प्लेयर ऑफ द डे' वैभव सूर्यवंशी
    IPL 2025: RR ने CSK को दी शिकस्त, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025

    रूस समाचार

    कैसे हुआ खूंखार आतंकी बगदादी का खात्मा? पढ़िये अमेरिका सेना के ऑपरेशन की पूरी जानकारी डोनाल्ड ट्रंप
    बगदादी को मारने से पहले उसके अंडरवियर से किया गया था DNA टेस्ट- रिपोर्ट DNA
    सेल्फी लेते समय बिगड़ा महिला का संतुलन, कुएं में गिरने से हुई मौत भारत की खबरें
    महिला ने छह फीट लंबे आदमी से लिया स्पर्म, बौना बच्चा पैदा हुआ तो किया केस अजब-गजब खबरें

    ISRO

    ISRO चीफ बोले- चंद्रयान-2 ने हासिल किया 98 फीसदी लक्ष्य, अब गगनयान मिशन पर फोकस गगनयान मिशन
    ISRO की बड़ी उपलब्धि, छह महीने के लिए भेजे गए मंगलयान ने पूरे किए पांच साल मंगलयान
    चंद्रयान-2: NASA ने बताया विक्रम लैंडर के साथ क्या हुआ, लैंडिंग साइट की तस्वीरें की जारी भारत की खबरें
    चंद्रयान-2: विक्रम से संपर्क साधने में जुटा है ISRO, चांद पर दिन होने का इंतजार भारत की खबरें

    गगनयान मिशन

    दिसंबर 2021 में अंतरिक्ष में भेजा जाएगा गगनयान, अंतरिक्ष यात्रियों में महिला भी होगी शामिल ISRO
    वडोदरा में बना स्पेस सूट पहनकर गगनयान में जाएंगे अंतरिक्ष यात्री, जानें कैसी हैं बाकी तैयारियां वडोदरा
    क्या है 'मिशन शक्ति' और 'लोअर अर्थ ऑरबिट', जिनका प्रधानमंत्री मोदी ने जिक्र किया देश
    खुद का स्पेस स्टेशन बनाने पर विचार कर रहा भारत, ISRO प्रमुख ने किया खुलासा भारत की खबरें

    कोरोना वायरस

    गुरुग्राम-फरीदाबाद में हालात चिंताजनक, फिर सील हो सकती है दिल्ली से सटी सीमा- अनिल विज दिल्ली
    कोरोना वायरस: 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में राष्ट्रीय औसत से तेज बढ़ रहे मामले दिल्ली
    प्रवासी मजदूरों को 15 दिनों में घर भेजा जाए, केस भी वापस हों- सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार
    कोरोना वायरस: दिल्ली में कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं, 31 जुलाई तक होंगे 5.5 लाख मामले- मनीष सिसोदिया दिल्ली
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025