कैसे हुआ खूंखार आतंकी बगदादी का खात्मा? पढ़िये अमेरिका सेना के ऑपरेशन की पूरी जानकारी
रविवार को अमेरिका ने क्रूर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) के सरगना अबु बकर अल-बगदादी का खात्मा कर दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जानकारी देते हुए बताया कि अमेरिकी सेना ने सीरिया में रातभर चले एक ऑपरेशन में बगदादी को मार गिराया। इससे पहले भी कई बार बगदादी के मारे जाने की खबरें आई थीं, लेकिन इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसकी आधिकारिक घोषणा की है। आइये, जानते हैं इस ऑपरेशन को कैसे अंजाम दिया गया।
कायला म्यूलर के नाम पर रखा गया ऑपरेशन का नाम
अमेरिकी सेना के इस ऑपरेशन को कायला म्यूलर नाम दिया गया था। कायला म्यूलर अमेरिकी वॉलेंटियर थीं, जिसका बगदादी ने अपहरण कर लिया था। कायला को मारने के से पहले उसके साथ कई बार रेप किया गया था।
लगभग महीने पहले मिली थी ठिकाने की जानकारी
ट्रम्प ने बताया कि लगभग एक महीने पहले अमेरिका को बगदादी के ठिकाने की जानकारी मिली थी। इसके बाद दो सप्ताह पहले खुफिया अधिकारियों ने बगदादी के सटीक ठिकाने का पता लगा दिया था। तीन दिन पहले ट्रम्प को इसकी जानकारी दी गई। इसके बाद ट्रम्प इस ऑपरेशन में शामिल हुए। इस ऑपरेशन के लिए रूस, इराक और तुर्की के एयर स्पेस का इस्तेमाल होना था, जिसके लिए इन देशों से अनुमति मांगी गई।
ट्रम्प बोले- फिल्म की तरह लगा ऑपरेशन
शनिवार को ट्रम्प लगभग 4 बजकर 30 मिनट पर व्हाइट हाउस पहुंचे। उस वक्त सीरीया में रात के 10:30 बजे हुए थे। आधे घंटे तक गोल्फ खेलने के बाद ट्रम्प पांच बजे सिचुएशन रूम में पहुंचे। उनके साथ उप राष्ट्रपति माइक पेंस, डिफेंस सेक्रेट्री मार्क एस्पर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ'ब्रायन और दूसरे शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। ट्रम्प ने कहा कि उन्हें यह ऑपरेशन देखते हुए ऐसा लग रहा है, जैसे वो कोई फिल्म देख रहे हैं।
आठ हेलिकॉप्टर में सवार होकर गए थे सैनिक
ट्रम्प के सिचुएशन रूम में पहुँचने के कुछ देर बाद मध्य एशिया में स्थित एक सैन्य ठिकाने से आठ हेलिकॉप्टर में सवार होकर अमेरिका की स्पेशल फोर्स डेल्टा के जवानों और सैन्य कुत्तों ने उड़ान भरी। एक अधिकारी ने बताया कि यह सैन्य ठिकाना पश्चिमी इराक में है, जहां से हेलिकॉप्टरोें ने उड़ान भरी। ट्रम्प ने कहा कि डेल्टा टीम को सैन्य विमानों और पानी की जहाजों के जरिए जमीनी मदद दी जा रही थी।
सैन्य रोबोट भी साथ लेकर गई थी टीम
इस ऑपरेशन के लिए सैन्य रोबोट भी रखे गए थे, लेकिन ट्रम्प ने बताया कि इनका इस्तेमाल नहीं किया गया था। बगदादी के परिसर में पहुंचने के बाद इन हेलिकॉप्टर पर गोलीबारी होने लगी। डेल्टा टीम ने इस गोलीबारी पर काबू पाया और सुरक्षित लैंड करने में सफल रही। इसके बाद टीम ने दीवार को ब्लास्ट कर उड़ाया और परिसर में एंट्री ली। ट्रम्प ने कहा कि उन्हें पल-पल की पूरी जानकारी मिल रही थी।
बगदादी ने की थी सुरंग से भागने की कोशिश
ट्रम्प ने बताया कि डेल्टा टीम के घुसने के बाद वहां मौजूद लोग सरेंडर करने लगे। जो सरेंडर नहीं कर रहे थे उन्हें गोलियां मारी गई थी। इस ऑपरेशन में 11 बच्चों को सुरक्षित बचाया गया और उन्हें दूसरी टीम को सौंप दिया गया। इस ऑपरेशन के दौरान इस्लामिक स्टेट के कई आतंकियों को पकड़ा गया, जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। अमेरिका सेना को देखकर दुनिया में दहशत का पर्याय बन चुका बगदादी एक सुरंग में भागने लगा।
बगदादी ने आत्मघाती जैकेट से खुद को उड़ाया
सुरंग में भागते समय बगदादी अपने तीन बच्चों को साथ ले गया था। अमेरिका सेना ने उसका पीछा करते हुए उसे सरेंडर करने को कहा था, लेकिन उसने मना कर दिया। ट्रम्प ने बताया कि एक तरफ सेना के कुत्तों और दूसरी तरफ सेना से घिरने के बाद बगदादी ने रोना और चिखना शुरू कर दिया। इसके बाद बगदादी ने विस्फोटक बंधी जैकेट से खुद को उड़ा लिया। इस धमाके में बगदादी समेत उसके बच्चों की मौत हो गई।
समुद्र में दफनाया गया बगदादी का शव
धमाके से क्षतिग्रस्त हुई बगदादी की लाश का DNA टेस्ट किया गया और उसकी मौत की पुष्टि की गई। अमेरिकी सैनिक लगभग दो घंटे तक इस परिसर में रुके और इसकी तलाशी ली। जाते समय ये सैनिक परिसर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज साथ लेकर गए हैं, जिनमें इस्लामिक स्टेट की भविष्य की योजनाएं की जानकारी है। कहा जा रहा है कि बगदादी का शव ओसामा बिन लादेन की तरह समुद्र में दफनाया गया है।