
अब आर्टिकल रिट्वीट करने से पहले उसे पढ़ने के लिए कहेगी ट्विटर
क्या है खबर?
माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर अब एक नए फीचर पर काम कर रही है।
यह फीचर यूजर्स से कोई भी आर्टिकल अपने प्रोफाइल पर शेयर करने से पहले उसे पढ़ने के बारे में कहेगा।
अपने प्लेटफॉर्म पर गलत जानकारी शेयर होने से बचाने के लिए कंपनी यह फीचर ला रही है।
इसके रोल आउट होने के बाद एक प्रॉम्प्ट आएगा, जिसमें यूजर से पूछा जाएगा कि क्या वह आर्टिकल रिट्वीट करने से पहले इसे पढ़ना चाहेगा।
ट्विटर
क्यों पड़ी इस फीचर की जरूरत?
कई बार ऐसा होता है कि किसी आर्टिकल की हेडलाइन बहुत आकर्षित या सनसनी फैलाने वाली होती है, लेकिन उसके अंदर लिखी बातें उससे मिलती-जुलती नहीं होती।
ऐसी हेडलाइन यूजर को आकर्षित करने के लिए बनाई जाती है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उसे देखकर आर्टिकल पढ़ें।
ऐसे में यूजर कई बार सिर्फ हेडलाइन देखकर आर्टिकल को बिना पढ़े ही शेयर कर देता है। इससे उसे खुद भी पता नहीं चल पाता कि आर्टिकल किस बारे में है।
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एंड्रॉयड डिवाइस पर पहले आएगा फीचर
ट्विटर ने भी इस फीचर की पुष्टि की है।
कंपनी ने ट्वीट कर कहा, 'आर्टिकल शुरू करने के बाद बातचीत शुरू हो सकती है। इसलिए आपको इसे ट्वीट करने से पहले पढ़ना चाहिए। जानकारी वाली बहस को प्रोत्साहन देने के लिए हम एंड्रॉयड पर एक नया प्रॉम्प्ट टेस्ट कर रहे हैं। जब आप किसी आर्टिकल को ट्विटर पर बिना खोले रिट्वीट करेंगे तो हम आपसे पहले इसे खोलने के लिए पूछेंगे।'
यह फीचर पहले एंड्रॉयड डिवाइस के लिए आएगा।
विवाद
फैक्ट चेक को लेकर ट्रंप और ट्विटर में हुई थी तनातनी
बता दें कि ट्विटर ने पिछले कुछ समय से फेक न्यूज और गलत जानकारी के खिलाफ अपनी तैयारियों को काफी मजबूत किया है।
यहां तक कि ट्विटर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कुछ ट्वीट्स के तथ्य भी जांचे हैं। ट्विटर ने ट्रंप का एक वीडियो भी अपने प्लेटफॉर्म यह कहते हुए हटा दिया था कि यह हिंसा को बढ़ावा देने वाला है।
इसके बाद ट्रंप और ट्विटर के बीच तनातनी काफी बढ़ गई थी।
जानकारी
ट्रंप ने किए कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर
ट्विटर से तनातनी के दो दिन बाद ही ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर नकेल कसने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए। इसके जरिए सरकारी एजेंसियों को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर नजर रखने के लिए ज्यादा शक्ति मिलेगी।
प्रतिक्रिया
झुकने को तैयार नहीं हुए ट्विटर CEO
कार्यकारी आदेश के बावजूद ट्विटर के CEO जैक डॉर्सी ने झुकने से मना कर दिया। डॉर्सी ने कहा कि उनकी कंपनी गलत जानकारियों की सूचना देती रहेगी।
उन्होंने कहा, "हमारा इरादा परस्पर विरोधी बयानों के बिंदुओं को जोड़ने और विवाद में असली जानकारी दिखाने का है ताकि लोग खुद से इसका निर्धारण कर सके। हमारी पारदर्शिता इसलिए भी जरूरी है ताकि लोग हमारे फैसलों का कारण जान सके। अगर हमसे गलतियां होती हैं तो हम वो भी स्वीकार करेंगे।"