फेसबुक पर मिलेगी नई ग्रुप ऑर्गनाइजेशन साइडबार, अलग से बना सकेंगे कम्युनिटी चैनल्स
सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक अपने यूजर्स को फेसबुक ग्रुप ऑर्गनाइज और ऐक्सेस करने का बेहतर विकल्प देने जा रही है। ग्रुप एडमिन्स और यूजर्स दोनों को नए फीचर्स का फायदा मिलेगा और उन्हें नई साइडबार में इससे जुड़े विकल्प दिखाए जाएंगे। फेसबुक ऐप में दिखने वाली साइडबार के साथ ग्रुप्स से जुड़ना, उन्हें छोड़ना और अपडेटेड रहना आसान हो जाएगा। आइए जानते हैं कि नया फेसबुक फीचर कैसे काम करेगा।
एकसाथ दिखेंगे फेसबुक ग्रुप्स से जुड़े विकल्प
नई फेसबुक साइडबार में यूजर्स को उन सभी ग्रुप्स की लिस्ट दिखाई जाएगी, जिसका वे हिस्सा हैं। यहीं ग्रुप में होने वाली लेटेस्ट ऐक्टिविटी की जानकारी मिलेगी, जिससे यूजर्स अपडेटेड रहें। चैनल साइडबार में यूजर्स को कुछ ग्रुप्स पिन करने का विकल्प भी मिलेगा, जिससे वे आसानी से उनमें होने वाली ऐक्टिविटी पर नजर रख सकें। यूजर्स को इवेंट्स और शॉप्स से जुड़ी जानकारी वाला एक नया मेन्यू भी दिखाया जाएगा।
ग्रुप्स में नए चैनल्स लेकर आई फेसबुक
सोशल मीडिया कंपनी की ओर से ग्रुप्स के अंदर नए 'चैनल्स' भी लॉन्च किए गए हैं। इन चैनल्स के साथ यूजर्स अपनी पसंद और चुने गए टॉपिक्स के बारे में चर्चा कर सकेंगे। फेसबुक का कहना है कि ये चैनल्स उन यूजर्स के लिए फायदेमंद होंगे, जो अपनी कम्युनिटीज से जुड़े छोटे ग्रुप में रहते हुए चर्चाएं करना चाहते हैं। एक फेसबुक ग्रुप में ढेरों चैनल्स बनाए जा सकते हैं, जिनसे जुड़ने का विकल्प केवल ग्रुप मेंबर्स को मिलता है।
ऑडियो कन्वर्सेशंस का विकल्प भी मिलेगा
ग्रुप एडमिन्स को अब ग्रुप्स के अंदर ही छोटे चैनल्स बनाने का विकल्प दिया जा रहा है और वे 'कम्युनिटी चैट चैनल्स' फीचर को इनेबल करते हुए ऐसा कर सकते हैं। इन चैनल्स में शामिल ग्रुप मेंबर्स को मेसेंजर के अंदर एकदूसरे से जुड़ने का विकल्प मिलेगा। इतना ही नहीं, वे 'कम्युनिटी ऑडियो चैनल' का हिस्सा बनते हुए रियल-टाइम ऑडियो कन्वर्सेशंस भी कर पाएंगे। यूजर्स को 'कम्युनिटी फीड चैनल' बनाने का विकल्प भी दिया जाएगा।
नए प्राइवेसी फीचर्स लेकर आई है मेटा
मेटा ने बीते दिनों अपनी प्राइवेसी पॉलिसीज में कुछ बदलाव किए हैं, जो इसकी सेवाओं फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी लागू होंगे। बदलाव के साथ नई सेटिंग्स रोलआउट होंगी, जिससे यूजर्स तय कर पाएंगे कि उनकी फेसबुक पोस्ट्स कौन देख सकता है।ॉ इस तरह वे अपनी फ्यूचर पोस्ट की ऑडियंस में बदलाव किए बगैर किसी पोस्ट की प्राइवेसी में बदलाव कर सकेंगे। अभी अगर आपने कोई पब्लिक पोस्ट की, तो अगली पोस्ट अपने आप पब्लिक हो जाती है।
यूजर्स को विज्ञापन मैनेज करने का विकल्प भी मिलेगा
पोस्ट ऑडियंस के अलावा फेसबुक यूजर्स को उनकी फीड में दिखने वाले विज्ञापन मैनेज करने का नया विकल्प भी दिया जाएगा। सोशल मीडिया कंपनी ने बताया है कि इस इसने 'विज्ञापन के विषयों और इससे जुड़े कैटेगरीज वाले कंट्रोल्स एकसाथ दिखाना शुरू कर दिया है, जिन्हें फेसबुक और इंस्टाग्राम पर ऐक्सेस किया जा सकेगा।' इस तरह यूजर्स खुद तय कर पाएंगे कि वे किस तरह के विज्ञापन देखना चाहते हैं और कौन से नहीं।
न्यूजबाइट्स प्लस
पहले डाटा पॉलिसी कहे जाने वाले नियमों को अब प्राइवेसी पॉलिसी कहा जा रहा है। 26 जुलाई, 2022 से लागू होने जा रही नई पॉलिसी बताएगी कि कंपनी यूजर्स का डाटा कब और क्यों जुटाती या इस्तेमाल करती है।