ट्विटर को-फाउंडर जैक डॉर्सी ने छोड़ा कंपनी बोर्ड, मस्क डील क्लोज होने से पहले किया फैसला
क्या है खबर?
अमेरिकी अरबपति एलन मस्क और ट्विटर के बीच 44 अरब डॉलर की डील फाइनल होने से पहले कंपनी को-फाउंडर जैक डॉर्सी ने कंपनी बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है।
पूर्व ट्विटर CEO रहे डॉर्सी ने कंपनी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स छोड़ दिया है, जिसके बाद मौजूदा CEO पराग अग्रवाल पर सारी जिम्मेदारी होगी।
बता दें, मस्क ने फिलहाल डील होल्ड कर दी है और सोशल मीडिया कंपनी की ओर से फेक/स्पैम अकाउंट्स की सही जानकारी मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
फैसला
पिछले साल छोड़ा था ट्विटर CEO का पद
जैक डॉर्सी ने पिछले साल नवंबर में ट्विटर CEO का पद छोड़ा था और यह जिम्मेदारी भारतीय मूल के पराग अग्रवाल को सौंपी थी।
पराग तब कंपनी के CTO की जिम्मेदारी संभाल रहे थे और अब एलन मस्क के साथ होने जा रही डील में महत्वपूर्ण भूमिका में हैं।
नवंबर, 2021 में कंपनी ने कहा था कि '2022 में स्टॉकहोल्डर्स की मीटिंग में टर्म्स एक्सपायर होने तक' डॉर्सी बोर्ड का हिस्सा बने रहेंगे।
बयान
दोबारा ट्विटर CEO नहीं बनना चाहते थे डॉर्सी
जैक डॉर्सी ने इससे पहले साफ किया था कि वे कभी भी ट्विटर CEO नहीं बनेंगे।
दरअसल, रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि मस्क के साथ ट्विटर की डील क्लोज होने के बाद जैक डॉर्सी की वापसी हो सकती है।
अभी फाइनेंशियल पेमेंट्स प्लेटफॉर्म ब्लॉक (पहले स्क्वेयर) के CEO की जिम्मेदारी संभाल रहे जैक डॉर्सी ने कहा था कि किसी को भी ट्विटर का CEO नहीं होना चाहिए।
संकेत मिले हैं कि मस्क खुद टेंपरेरी CEO बन सकते हैं।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
डॉर्सी के बाद ट्विटर CEO बने पराग अग्रवाल ने 2011 में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में ट्विटर ज्वाइन किया था और 8 मार्च, 2018 को चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (CTO) बने थे। पराग माइक्रोसॉफ्ट, याहू और AT&T लैब्स के साथ काम कर चुके हैं।
मीटिंग
एक और मेंबर की कंपनी बोर्ड से छुट्टी
टेकक्रंच की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को शेयरहोल्डर्स के साथ हुई मीटिंग में ट्विटर होर्ड ने मौजूदा बोर्ड मेंबर और एलन मस्क के करीबी एगॉन डर्बन को वोट आउट किया।
बता दें, डर्बन अभी सिल्वर लेक पार्टनर्स नाम की प्राइवेट इक्विटी फर्म के CEO की भूमिका में हैं।
साल 2018 में डर्बन ने मस्क के साथ मिलकर टेस्ला को प्राइवेट कंपनी बनाने की कोशिश की थी, लेकिन इसमें सफल नहीं हो पाए थे।
रुकावट
इसलिए होल्ड की गई है ट्विटर डील
एलन मस्क ने ट्विटर की ओर से किए गए दावे के बाद डील होल्ड की, जिसमें कहा गया था कि प्लेटफॉर्म पर फेक या स्पैम अकाउंट्स की संख्या पांच प्रतिशत से कम है।
वहीं, मस्क का दावा है कि ऐसे अकाउंट्स की संख्या दावे से चार गुनी, यानी कि लगभग 20 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि कंपनी CEO इसका सबूत नहीं दे पा रहे हैं कि प्लेटफॉर्म पर पांच प्रतिशत से कम स्पैम या फेक अकाउंट्स हैं।
प्राथमिकता
स्पैम और फेक अकाउंट्स हटाने को प्राथमिकता
डील क्लोज करने से पहले मस्क स्पैम और फेक अकाउंट्स की संख्या को लेकर आश्वस्त हो जाना चाहते हैं।
उन्होंने साफ किया है कि ऐसे अकाउंट्स को हटाना प्राथमिकताओं में शामिल है।
दरअसल, ट्विटर की हालिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मॉनिटाइजेबल डेली ऐक्टिव यूजर अकाउंट्स में पांच प्रतिशत से कम का स्पैम या फेक कैटेगरी में आते हैं।
इन अकाउंट्स को हटाने के बाद प्लेटफॉर्म को सुरक्षित बनाने के अलावा सभी अकाउंट्स मॉनिटाइज किए जा सकेंगे।