लोकप्रियता के मामले में व्हाट्सऐप ने मारी बाजी, इंस्टाग्राम ने फेसबुक को छोड़ा पीछे
क्या है खबर?
फेसबुक के स्वामित्व वाली मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप ने लोकप्रियता के मामले में फेसबुक ऐप को पछाड़ दिया है।
व्हाट्सऐप ने मंथली एक्टिव यूजर्स के मामले में फेसबुक, फेसबुक मैसेंजर्स और इंस्टाग्राम आदि को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है।
व्हाट्सऐप के मंथली एक्टिव यूजर्स की संख्या में 24 महीनों में 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ। 'ऐप एन्नीज द स्टेट ऑफ मोबाइल 2019' रिपोर्ट के मुताबिक, इंस्टाग्राम ने 24 महीनों में 35 प्रतिशत की दर से वृद्धि की है।
समय
ऐप्स पर पहले से ज्यादा समय बीता रहे हैं लोग
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 2018 में सोशल और कम्यूनिकेशन कैटेगरी की ऐप्स पर बिताया जाने वाला समय 2016 के मुकाबले 35 प्रतिशत बढ़ा है।
इसका मतलब है कि लोग अब पहले से ज्यादा समय तक मोबाइल इस्तेमाल कर रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट और टिक टोक जैसी वीडियो ऐप्स पर लोग अब ज्यादा समय बीता रहे हैं।
उम्मीद जताई जा रही है भविष्य में वीडियो प्लेटफॉर्म पर यूजर की संख्या लगातार बढ़ेगी।
लिस्ट
भारत समेत कई देशों में पहले नंबर पर व्हाट्सऐप
साल 2018 में व्हाट्सऐप ने यूजर एंगेजमेंट के मामले में भारत, ब्राजील, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी और कनाडा आदि देशों में पहला स्थान हासिल किया।
सोशल और कम्युनिकेशन कैटेगरी में भारत में पहले स्थान पर व्हाट्सऐप, दूसरे पर इंस्टाग्राम और तीसरे स्थान पर फेसबुक है।
इस कैटेगरी में चौथे स्थान पर फेसबुक मैसेंजर और पांचवे स्थान ईमो (IMO) है।
वहीं अमेरिका में ईमो की जगह स्नैपचैट ने ली है और इस सूची में स्नैपचैट पांचवे स्थान पर है।
जानकारी
इस वजह से लोकप्रिय हो रही है व्हाट्सऐप
व्हाट्सऐप की लोकप्रियता का बड़ा कारण एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन और सिंपल यूजर इंटरफेस माना जा रहा है। इसके अलावा कंपनी फ्री वॉइस और वीडियो कॉल्स की सुविधा भी देती है। इस वजह से लोगों में इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है।
फेसबुक
फेसबुक से दूर हो रहे हैं यूजर्स
व्हाट्सऐप और इंस्टाग्राम की तुलना में फेसबुक ऐप और फेसबुक मैसेंजर क्रमशः 15 और 20 फीसदी की तुलना में बढ़ी हैं।
पिछले कुछ समय में दुनियाभर में फेसबुक की लोकप्रियता कम हुई है। इसकी वजह अलग-अलग देशों में आ रहे यूजर्स की प्राइवेसी के उल्लंघन के मामलों को माना जा रहा है।
साथ ही कंपनी को कई देशों में डाटा सुरक्षा और डाटा प्रबंधन के मामलों में जांच का सामना करना पड़ रहा है।