
स्पेस-X को टक्कर देगा चीन, 2028 तक लॉन्च करेगा नई रॉकेट लॉन्च तकनीक
क्या है खबर?
चीन 2028 तक एक नई तकनीक से रॉकेट लॉन्च करने की योजना बना रहा है, जिससे वह एलन मस्क की कंपनी स्पेस-X को कड़ी टक्कर दे सकता है।
यह तकनीक मैग्लेव ट्रेन जैसी चुंबकीय शक्ति का उपयोग करेगी, जिससे रॉकेट बिना ज्यादा ईंधन जलाए तेजी से उड़ान भर सकेगा।
इसे बनाने का काम गैलेक्टिक एनर्जी नाम की कंपनी कर रही है। यह तरीका सस्ता और तेज होगा, जिससे चीन स्पेस-X के प्रभुत्व को कम कर सकता है।
खासियत
नया लॉन्च पैड और इसकी खासियत
चीन सिचुआन प्रांत में 3 साल के भीतर एक नया लॉन्च पैड बनाने की कोशिश कर रहा है।
यह प्लेटफॉर्म रॉकेट को उड़ान से पहले मैक 1 से अधिक गति तक ले जाएगा, जिससे तेजी से और कम खर्च में लॉन्च करना संभव होगा।
वैज्ञानिकों का मानना है कि भविष्य में रॉकेट लॉन्च उतने ही आसान हो सकते हैं जितना ट्रेन से सफर करना। अगर यह तकनीक सफल रही, तो चीन स्पेस-X से आगे निकल सकता है।
गैलेक्टिक एनर्जी
गैलेक्टिक एनर्जी का विस्तार
गैलेक्टिक एनर्जी ने अब तक 18 सफल लॉन्च किए हैं और 77 सैटेलाइट्स कक्षा में भेजे हैं।
हाल ही में 21 मार्च को 6 सैटेलाइट्स भेजे गए। अब कंपनी सेरेस-2 रॉकेट बना रही है, जो 3.5 टन वजन तक ले जा सकेगा। इसके लिए नई फैक्ट्री बनाई जा रही है, जहां हर साल 24 नए रॉकेट तैयार होंगे।
इससे चीन की स्पेस इंडस्ट्री और मजबूत होगी और वह स्पेस-X को टक्कर देने में सक्षम हो सकता है।
मुकाबला
चीन बनाम स्पेस-X
चीन 2027 तक बड़ा स्पेस लॉन्चिंग सेंटर बनाना चाहता है। सरकार नई चुंबकीय लॉन्च तकनीक को आगे बढ़ा रही है।
सितंबर, 2023 में चीन ने 234 किमी/घंटा की स्पीड से एक सफल परीक्षण किया, जिससे यह तकनीक और मजबूत हुई। अगर चीन इस लॉन्च सिस्टम को सफल बना लेता है, तो वह स्पेस-X के तेज और सस्ते लॉन्च को भी पीछे छोड़ सकता है।
इससे भविष्य में अंतरिक्ष क्षेत्र में चीन की पकड़ और मजबूत हो सकती है।