ट्विटर के साथ एलन मस्क की डील पर बोले बिल गेट्स, कहा- 'सफलता पर आश्वस्त नहीं'
माइक्रोसॉफ्ट फाउंडर बिल गेट्स ने 44 अरब डॉलर में ट्विटर खरीदने के एलन मस्क के कदम पर अपनी राय दी है। इस सप्ताह द वॉल स्ट्रीट जर्नल के CEO समिट में गेट्स ने कहा कि वे खुद आश्वस्त नहीं हैं कि मस्क माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म की ओनरशिप मिलने के बाद इसमें किस तरह के बदलाव करेंगे। साथ ही बिल गेट्स ने प्लेटफॉर्म पर फैलने वाली अफवाहों और भ्रामक जानकारी को लेकर चिंता भी जताई।
इवेंट में बिल गेट्स ने क्या कहा?
CEO समिट में गेट्स ने माना कि टेस्ला CEO का ट्रैक रिकॉर्ड दूसरी कंपनियों के साथ 'शानदार' रहा है। उन्होंने कहा कि मस्क ने उनकी बाकी कंपनियों के लिए इंजीनियर्स की टीम के साथ अच्छा काम किया है, जिनमें टेस्ला और स्पेस-X शामिल हैं। हालांकि, मस्क ट्विटर के साथ एकबार फिर ऐसा कर पाएंगे या नहीं, इसे लेकर बिल गेट्स आश्वस्त नहीं है। गेट्स ने मस्क की ओर से ट्विटर खरीदे जाने के पीछे मकसद को लेकर सवाल भी किए।
मस्क के ट्विटर खरीदने के मकसद पर सवाल
बिल गेट्स ने कहा, "मुझे साफ नहीं कह सकता कि इस बार भी मस्क सफल रहेंगे या नहीं, लेकिन हमें उनपर भरोसा रखते हुए उन्हें कम नहीं समझना चाहिए।" गेट्स ने पूछा, "ट्विटर खरीदने को लेकर मस्क का लक्ष्य क्या है? क्या उनका आइडिया भी तेजी से फैलने वाले झूठ को रोकने से मेल खाता है?" गेट्स ने सवाल किया कि मस्क झूठ फैलाने वाले प्लेटफॉर्म को लेकर कैसा महसूस करते हैं।
मस्क ने बिल गेट्स पर लगाए थे आरोप
बिल गेट्स का बयान ऐसे वक्त में आया है, जिससे पहले मस्क ने माइक्रोसॉफ्ट फाउंडर पर टेस्ला के शेयर्स की शॉर्ट-सेलिंग का आरोप लगाया है। किसी कंपनी के शेयर्स की शॉर्ट-सेलिंग का मतलब होता है कि निवेशक शेयर्स की कीमत कम होने की उम्मीद कर रहे हैं। मस्क ने एक ट्वीट में लिखा था, "मैंने TED में कई लोगों से सुना कि गेट्स के पास अब भी टेस्ला के खिलाफ लाखों शेयर हैं, अब यह टॉप सीक्रेट नहीं रहा।"
फिलहाल डील क्लोज होने का इंतजार
डील साल 2022 में क्लोज होने की उम्मीद है और इसके लिए शेयरधारकों से अनुमति मिलने तक इंतजार करना होगा। कंपनी की एनुअल मीटिंग 25 मई को होने वाली है, जो इसके लिए अच्छा मौका हो सकता है। साथ ही मस्क के टेकओवर को लेकर रेग्युलेटर्स का रिव्यू पूरा होने का इंतजार भी करना होगा। जिन देशों में ट्विटर की सेवाएं मिल रही हैं, वहां रेग्युलेटर्स नई ओनरशिप से जुड़ा रिव्यू करेंगे। यह प्रक्रिया कई महीने लंबी चल सकती है।
न्यूजबाइट्स प्लस
रेग्युलेटर्स तय करते हैं कि किसी कंपनी को खरीदने वाला संगठन या व्यक्ति उसे नुकसान पहुंचाने, प्रतिस्पर्धा खत्म करने या उसके गलत इस्तेमाल की मंशा से तो डील नहीं कर रहा। ऐसी स्थिति से बचने के लिए खरीददार का पिछला रिकॉर्ड भी देखा जाता है।
ट्विटर में बड़े बदलाव कर सकते हैं मस्क
ट्विटर के सामने सबसे बड़ी चुनौती कमाई के मामले में कमजोर रहने से जुड़ी है। गूगल और मेटा जैसी दूसरी कंपनियों के मुकाबले ट्विटर कमाई के ढेरों विकल्प नहीं तैयार कर पाई है। वहीं, मस्क की इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के शेयर की वैल्यू 2010 में इसके पब्लिक होने के बाद से 300 गुना तक बढ़ गई है। ट्विटर की ओनरशिप मस्क को मिलना कंपनी के लिए अच्छा कदम साबित हो सकता है।