नियरबाइ फ्रेंड्स फीचर बंद कर रही है फेसबुक, अब मौसम की जानकारी भी नहीं देगी
क्या है खबर?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक में लंबे वक्त से मिल रहे कई फीचर्स जल्द यूजर्स को नहीं मिलेंगे।
कंपनी के जिस नियरबाइ शेयर विकल्प के साथ यूजर्स अपनी लोकेशन बाकियों के साथ शेयर कर पाते थे, वह 31 मई के बाद से उन्हें नहीं मिलेगा।
मेटा की ओनरशिप वाली कंपनी ने यूजर्स को इस बारे में बताना शुरू किया है कि वह नियरबाइ फ्रेंड्स और लोकेशन-आधारित फीचर्स बंद करने जा रही है।
फंक्शन
एकदूसरे को ट्रैक कर सकते थे फेसबुक यूजर्स
फेसबुक नियरबाइ फ्रेंड्स फीचर की मदद से यूजर्स अपने दोस्तों की रियल-टाइम लोकेशन ट्रैक कर सकते थे।
इस फीचर को इनेबल करने के बाद यूजर्स को उनकी मौजूदा लोकेशन के आसपास मौजूद दोस्तों की जानकारी दी जाती थी।
बताते चलें, नियरबाइ फ्रेंड्स के अलावा फेसबुक वेदर अलर्ट्स, लोकेशन हिस्ट्री और बैकग्राउंड लोकेशन जैसे फीचर्स भी बंद कर रही है।
नोटिफिकेशन
यूजर्स को नोटिफिकेशन भेजकर दी जानकारी
सोशल मीडिया ऐप ने फेसबुक नियरबाइ और दूसरे फीचर्स बंद करने की जानकारी यूजर्स को ऐप नोटिफिकेशन भेजकर दी है।
कंपनी ने इस नोटिफिकेशन में बताया कि आसपास मौजूद दोस्तों को खोजने वाला फीचर प्लेटफॉर्म से गायब होने जा रहा है।
प्लेटफॉर्म पर यह फीचर 31 मई, 2022 के बाद से मिलना बंद हो जाएगा।
बता दें, पिछले साल फेसबुक ने फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी पर आधारित फीचर्स प्लेटफॉर्म से हटाए थे।
लोकेशन
लोकेशन आधारित ये फीचर्स भी हटेंगे
फेसबुक में मिलने वाले लोकेशन-आधारित दूसरे फंक्शंस भी अब हटाए जा रहे हैं, जिनमें वेदर अलर्ट्स, लोकेशन हिस्ट्री और बैकग्राउंड लोकेशन वगैरह शामिल हैं।
कंपनी ने बताया है कि यूजर्स के पास उनका लोकेशन हिस्ट्री से जुड़ा डाटा डाउनलोड करने के लिए 1 अगस्त तक का वक्त है।
इसके बाद यह डाटा फेसबुक के डाटाबेस से हटा दिया जाएगा।
हालांकि, फेसबुक ने साफ किया है कि दूसरे अनुभव देने के लिए यूजर्स का लोकेशन से जुड़ा डाटा जुटाया जाएगा।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
सोशल मीडिया कंपनी एक 'बोनसेज' फीचर पर काम कर रही है। यह फीचर क्रिएटर्स को रील्स वीडियोज की मदद से कमाई का विकल्प दे सकता है। लीक्स की मानें तो शुरू में चुनिंदा क्रिएटर्स को ही नई रील्स अपलोड करने पर भुगतान किया जाएगा
फीचर
साल 2014 में यह फीचर लाई थी कंपनी
फेसबुक ने सबसे पहले iOS और एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म्स पर नियरबाइ फ्रेंड्स फीचर 2014 में रोलआउट किया था। इस वैकल्पिक फीचर के साथ असली दुनिया में आसपास मौजूद दोस्तों के साथ मुलाकात की जा सकती थी।
यह फीचर इनेबल करने वाले यूजर्स को आसपास आने वाले फेसबुक फ्रेंड्स से जुड़े नोटिफिकेशंस भेजे जाते हैं, जिससे वे एकदूसरे से मिल सकें।
साथ ही यूजर्स यह भी देख सकते थे कि उनके दोस्त किस शहर में हैं।
प्राइवेसी
प्राइवेसी सेंटर लेकर आई सोशल मीडिया कंपनी
मेटा (पहले फेसबुक) बीते दिनों अपने यूजर्स के लिए नया प्राइवेसी सेंटर लेकर आई है।
इस हब पर कंपनी के फेसबुक, इंस्टाग्राम, मेसेंजर और व्हाट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म्स इस्तेमाल करने वालों को प्राइवेसी ऑप्शंस के बारे बताया जाएगा।
यूजर्स को बताया जाएगा कि मेटा किस तरह उनका डाटा जुटाती और इस्तेमाल करती है। उन्हें प्लेटफॉर्म से जुड़े सभी सिक्योरिटी फीचर्स भी प्राइवेसी सेंटर में एकसाथ मिल जाएंगे।
प्राइवेसी सेंटर अभी चुनिंदा यूजर्स को फेसबुक के डेस्कटॉप वर्जन में दिखा है।