ट्विटर पर 'लेटेस्ट' और 'होम' टाइमलाइन के बीच स्विच करना होगा आसान, नया फीचर
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने अपनी फीड से जुड़े नए बदलावों की घोषणा की है, जिनकी मदद से ट्वीट्स देखना आसान हो जाएगा। प्लेटफॉर्म ने बताया है कि यूजर्स एल्गोरिदम के आधार पर तैयार की गई होम टाइमलाइन और 'लेटेस्ट' ट्वीट्स के बीच स्विच कर पाएंगे। नया अपडेट सबसे पहले iOS पर रोलआउट हो रहा है और बाद में एंड्रॉयड या वेब यूजर्स को मिलेगा। यूजर्स खुद तय कर पाएंगे कि वे फीड में कौन से ट्वीट्स ऊपर देखना चाहते हैं।
'स्पार्कल' आइकन पर करना होता है क्लिक
होम टाइमलाइन वह फीड होती है, जो यूजर्स को ट्विटर ओपेन करते ही स्क्रीन पर दिखती है। स्क्रीन पर दिखने वाले 'स्पार्कल' आइकन पर क्लिक करते ही यूजर्स के लिए 'लेटेस्ट' टाइमलाइन इनेबल हो जाती है। इस टाइमलाइन में यूजर्स को सबसे जल्दी किए गए ट्वीट्स ऊपर दिखने लगते हैं। अब कंपनी ने इसमें बदलाव किया है और लेटेस्ट ट्वीट्स देखने के लिए यूजर्स को बार-बार स्पार्कल आइकन पर क्लिक नहीं करना होगा।
कंपनी ने ट्वीट में दी जानकारी
सोशल मीडिया साइट ने एक ट्वीट में लिखा, "सबसे ऊपर टॉप ट्वीट्स या लेटेस्ट ट्वीट्स? हम यूजर्स के लिए इन दोनों टाइमलाइन्स के बीच स्विच करना आसान बना रहे हैं और उन्हें पता होगा कि वे किसमें स्क्रॉल कर रहे हैं।" कंपनी ने बताया, "हम कुछ iOS यूजर्स के साथ टेस्टिंग कर रहे हैं और वे होम टैब पर 'होम' और 'लेटेस्ट' के बीच स्वाइप कर चुन सकते हैं कि वे कौन से ट्वीट्स पहले देखना चाहते हैं।"
प्लेटफॉर्म ने किया ट्वीट
एल्गोरिदम को पारदर्शी बनाने का दबाव
टेकक्रंच के मुताबिक, ट्विटर की ओर से यह बदलाव टेक कंपनियों पर उनके एल्गोरिदम रिकमेंडेशंस को ज्यादा पारदर्शी बनाने से जुड़ा दबाव पड़ने के बाद किया गया है। फोटो शेयरिंग ऐप इंस्टाग्राम ने भी हाल ही में यूजर्स को दोबारा क्रोनोलॉजिकल फीड ऑप्शन देने का वादा किया है। हालांकि, ट्विटर यूजर्स ने पाया है कि लेटेस्ट फीड पर स्विच करने के बाद भी जब वे ऐप को दोबारा ओपेन करते हैं तो होम फीड ही सामने दिखाई जाती है।
टॉर नेटवर्क पर लॉन्च हुई ट्विटर वेबसाइट
इसी सप्ताह ट्विटर ने टॉर (द अनियन राउटर) नेटवर्क पर अपनी वेबसाइट लॉन्च कर दी है। ट्विटर के इस प्राइवेसी-प्रोटेक्टेड वर्जन का फायदा यह होगा कि यह रूस की ओर से लगाए गए प्रतिबंध को बायपास कर सकेगा। यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस ने ट्विटर का ऐक्सेस रोक दिया है और नया टॉर वर्जन वहां लोगों की मदद करेगा। टॉर नेटवर्क को खास तरह से डिजाइन किया जाता है और यह डार्क वेब से जुड़ा होता है।
इमेजेस पर दिख रहा है नया आल्ट बैज
कंपनी जो दो ऐक्सेसिबिलिटी फीचर्स भी टेस्ट कर रही है, जिनके नाम 'आल्ट बैज' और 'एक्सपोज्ड इमेज डिस्क्रिप्शंस' रखे गए हैं। इन फीचर्स के साथ यूजर्स को इमेज पर नया आइकन दिखाया जाएगा और बताया जाएगा कि किसी इमेज को पोस्ट करने वाले ने उसके बारे में क्या लिखा है। ट्विटर के मुताबिक, "इमेज डिस्क्रिप्शंस या 'आल्ट टेक्स्ट' का फायदा उन यूजर्स को मिलेगा, जिनकी देखने की क्षमता प्रभावित है, जो असिस्टिव टेक्नोलॉजी इस्तेमाल करते हैं।"
न्यूजबाइट्स प्लस
कंपनी के नीली चिड़िया वाले लोगो का नाम 'लैरी' है। ट्विटर का नाम पहले 'फ्रेंडस्टॉकर' रखा जाना था और लॉन्च के वक्त इसकी स्पेलिंग 'Twttr' लिखी गई थी। वहीं, पहले तीन साल ट्विटर को एक डॉलर का भी रेवन्यू नहीं मिला था।