ऐपल के AR/VR हेडसेट की कीमत होगी 1.5 लाख रुपये से ज्यादा, मिलेंगे प्रीमियम फीचर्स
क्या है खबर?
कैलिफोर्निया की टेक कंपनी ऐपल जल्द मिक्स्ड रिएलिटी हेडसेट मार्केट में उतार सकती है और इससे जुड़े लीक्स लगातार सामने आ रहे हैं।
अब इस हेडसेट की कीमत से जुड़े संकेत भी मिले हैं और नया ऐपल डिवाइस प्रीमियम प्राइस टैग के साथ आएगा।
ब्लूमबर्ग के मार्क गर्मन ने अपने 'पावर ऑन' न्यूजलेटर में बताया है कि ऐपल के AR/VR हेडसेट की कीमत अमेरिका में 2,000 डॉलर (करीब 1.5 लाख रुपये) से ज्यादा हो सकती है।
लॉन्च
कब लॉन्च होगा ऐपल AR/VR हेडसेट?
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस हेडसेट के लॉन्च में देरी हो सकती है।
पहले कहा जा रहा था कि इस मिक्स्ड रिएलिटी हेडसेट को 2022 में लॉन्च किया जाएगा, लेकिन इससे जुड़े डिवेलपमेंट में वक्त लगने के चलते कंपनी इसका लॉन्च अगले साल के लिए टाल सकती है।
ऐपल अपने हार्डवेयर के लिए हमेशा प्रीमियम प्राइस टैग लाती है, लेकिन हेडसेट के साथ कंपनी को इसमें इस्तेमाल होने वाली इंटरनल टेक्नोलॉजी के चलते कीमत ज्यादा रखनी पड़ेगी।
चिपसेट
हेडसेट में मिलेगा ऐपल M1 प्रो चिपसेट
मिक्स्ड रिएलिटी हेडसेट के इंटरनल्स की बात करें तो गर्मन के मुताबिक इसमें ऐपल का पावरफुल M1 प्रो चिप मिल सकता है।
गर्मन ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि डिवाइस के अंदर दो प्रोसेसर्स दिए जाएंगे, जिनमें एक मैकबुक प्रो में मिलने वाला M1 प्रो चिप हो सकता है। मल्टिपल डिस्प्लेज को एकसाथ मिलाकर यूजर्स को सुपर-हाई रेजॉल्यूशन 8K पैनल्स दिए जाएंगे और इंटरचेंजेबल प्रिस्क्रिप्शन लेंस ऑप्शन के साथ एडवांस्ड ऑडियो टेक्नोलॉजी भी मिलेगी।"
नाम
ऐपल विजन हो सकता है हेडसेट का नाम
मार्क गर्मन की मानें तो ऐपल के पहले AR/VR हेडसेट का नाम ऐपल विजन हो सकता है।
उन्होंने एक से ज्यादा नामों के संकेत दिए हैं और ऐपल विजन के अलावा इसे ऐपल रिएलिटी या फिर ऐपल साइट/i-साइट कहा जा सकता है।
कैलिफोर्निया की टेक कंपनी इसे ऐपल लेंस या ऐपल गॉगल्स नाम भी दे सकती है। हालांकि, अभी इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा।
कंपनी ने इससे बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है।
फायदा
तीन क्षेत्रों में काम करेगा ऐपल डिवाइस
पिछली रिपोर्ट्स में मार्क गर्मन और मिंग-ची कुओ ने कहा है कि ये हेडसेट्स तीन क्षेत्रों में काम करेंगे।
इनके साथ गेमिंग, मीडिया व्यूइंग और कम्युनिकेशन जैसे काम आसान हो जाएंगे।
लीक्स और अफवाहों के हिसाब से AR हेडसेट की प्रोसेसिंग क्षमता किसी मैक जितनी हो सकती है।
इसमें मिलने वाले M1 प्रो की CPU स्पीड M1 प्रोसेसर से ज्यादा है और M1 में मिलने वाले ऑक्टा कोर के मुकाबले M1 प्रो में 16 ग्राफिक्स कोर मिलती हैं।
संभावनाएं
आईफोन से बेहतर होगा AR/VR हेडसेट
ऐपल के नए हेडसेट का अपना एक इकोसिस्टम होगा, यानी कि कंपनी इसे मौजूदा डिवाइसेज को सपोर्ट करने वाले एक्सेसरीज के बजाय नए 'इंडिपेंडेंट' प्रोडक्ट की तरह लॉन्च कर सकती है।
कुओ ने कहा है कि हेडसेट के लिए जरूरी कंप्यूटिंग पावर आईफोन के मुकाबले ज्यादा होगी, जिसमें तीन ऑप्टिकल मॉड्यूल्स एकसाथ काम करेंगे।
वहीं नए AR हेडसेट में सी-थ्रू AR सर्विसेज के लिए 'कम से कम' छह से आठ ऑप्टिकल मॉड्यूल्स की जरूरत होगी।
जानकारी
दूसरी कंपनियां भी कर रही हैं काम
ऐप अपने नए डिवाइसेज में पहले ही AR टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है। LiDAR टेक्नोलॉजी को भी आईफोन्स कैमरा सिस्टम का हिस्सा बनाया गया है। फेसबुक और स्नैपचैट की ओर से फर्स्ट जेनरेशन AR हेडसेट्स और वियरेबल्स मार्केट में लॉन्च किए जा चुके हैं।