फेसबुक और ट्विटर के बाद रूस ने इंस्टाग्राम पर भी लगाया बैन, करोड़ों यूजर्स प्रभावित
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ा हुआ है और रूस ने अपने देश में फेसबुक और ट्विटर पर बैन लगा दिया है। अब करीब दो सप्ताह बाद रूस ने इंस्टाग्राम पर भी बैन लगाने का फैसला किया है। इसकी जानकारी रूस की कम्युनिकेशन एजेंसी रॉस्कोमनाड्जोर ने दी है, जिसने फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा पर आरोप लगाया है कि वह अपने यूजर्स को देश के नागरिकों के खिलाफ हिंसक वीडियोज और मेसेजेस भेजने की अनुमति दे रही है।
रूस की कम्युनिकेशन एजेंसी ने दी जानकारी
रशियन एजेंसी ने लिखा, "आपको पता ही है कि 11 मार्च को मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक ने एक गलत फैसला लिया और इसके सोशल नेटवर्क्स फेसबुक और इंस्टाग्राम पर रूसी नागरिकों के खिलाफ हिंसा फैलाने से जुड़ी जानकारी पोस्ट करने की अनुमति दे दी।" रूस का मानना है कि इंस्टाग्राम भी उन सोशल मीडिया नेटवर्क्स में शामिल है, जिसकी मदद से रूस के खिलाफ हिंसा भड़काने वाले मेसेजेस शेयर किए जा सकते हैं।
प्रतिबंध पर इंस्टाग्राम ने क्या कहा?
इंस्टाग्राम हेड एडम मॉसेरी ने अपने ट्विटर अकाउंट से रूस में ऐप पर प्रतिबंध लगने की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, "सोमवार को इंस्टाग्राम रूस में ब्लॉक हो जाएगी। इस फैसले के चलते रूस के आठ करोड़ यूजर्स एकदूसरे से और बाकी दुनिया से कट जाएंगे।" एडम ने बताया कि रूस के करीब 80 प्रतिशत यूजर्स अपने देश से बाहर के इंस्टाग्राम अकाउंट्स को फॉलो करते हैं। उन्होंने रूस की ओर से उठाए गए इस कदम को गलत बताया।
मेटा ब्लॉक नहीं कर रही थी हिंसा से जुड़े मेसेजेस
रूस की ओर से यह फैसला मेटा के उस कदम के बाद लिया गया है, जिसमें कंपनी ने अपने कुछ यूजर्स को 'रूसी घुसपैठियों' के खिलाफ लिखने की अनुमति मिल गई थी। कंपनी ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह कुछ वक्त के लिए अरमेनिया, अजेरबाइजन, इस्टोनिया, जॉर्जिया, हंगरी, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड, रोमानिया, रूस, स्लोवाकिया और यूक्रेन के यूजर्स को रूस की सेना के खिलाफ लिखने की अनुमति देगी और वे अपने राजनीतिक विचार लिख सकेंगे।
मेटा मे बताई थी बदलाव की वजह
मेटा स्पोक्सपर्सन ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा, "यूक्रेन में रूस की घुसपैठ के चलते हमने उस तरह के राजनीतिक पोस्ट्स को अनुमति दे दी है, जिन्हें सामान्य रूप से हमारे कम्युनिटी स्टैंडर्डर्स का उल्लंघन माना जाता। हम अब भी किसी विश्वसनीय सोर्स की ओर से रूस के नागरिकों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं।" हालांकि, मेटा ने साफ किया है कि यूजर्स रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मौत की मांग नहीं कर सकेंगे।
फेसबुक पर पहले से लगा है बैन
रूस की सरकार ने युद्ध की शुरुआत के साथ ही देश में फेसबुक की सेवाओं पर आंशिक प्रतिबंध लगा दिया है। दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने इससे पहले रूस के कुछ मीडिया आउटलेट्स के अकाउंट ब्लॉक कर दिए थे। इन अकाउंट्स से यूक्रेन में रूस की सेना भेजे जाने से जुड़ी खबरें और पोस्ट्स शेयर की जा रही थीं। रूस के कम्युनिकेशन रेग्युलेटर ने कहा कि फेसबुक ने ऐसा कर 'मूल मानवाधिकारों' का उल्लंघन किया है।