कौन है विजय सिंगला और कैसे भ्रष्टाचार के मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई हुई?
क्या है खबर?
पंजाब में भ्रष्टाचार को खत्म करने के वादे के साथ सत्ता में आई आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने मंगलवार को भ्रष्टाचार के मामले में अपने स्वास्थ्य मंत्री डॉ विजय सिंगला को बर्खास्त करते हुए बड़ी कार्रवाई की है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेश के बाद राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने सिंगला के खिलाफ FIR दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया।
आइये जानते हैं कौन है विजय सिंगला और भ्रष्टाचार मामले में कैसे उन पर कार्रवाई हुई।
परिचय
कौन है डॉ विजय सिंगला?
बता दें कि 52 वर्षीय डॉ विजय सिंगला पंजाब की मानसा विधानसभा सीट से AAP विधायक हैं। उन्होंने साल 1992 में पटियाला स्थित पंजाबी यूनिवर्सिटी से डेंटल सर्जरी में स्नातक है।
वह करीब 10 साल पहले AAP में शामिल हुए थे। उनका मानसा पर एक डेंटल क्लिनिक है और वहां पर डेंटल सर्जरी का काम करते आए हैं।
उनकी पत्नी अनीता सिंगला भी एक डॉक्टर हैं और उनका बेटा चेतन सिंगला वर्तमान में MD की पढ़ाई कर रहा है।
जीत
सिंगला ने मूसेवाला को हराकर हासिल की थी रिकॉर्ड जीत
बता दें कि AAP ने इस साल हुए विधानसभा चुनावों में सिंगला को मानसा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था। उन्होंने पार्टी के भरोसे पर खरा उतरते हुए शानदार जीत हासिल की थी।
चुनाव में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार और पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू मूसेवाला को रिकॉर्ड 63,323 वोटों से हराया था। इसके बाद सिंगला को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था।
बता दें कि सिंगला ने अपने शपथ पत्र में 6.5 करोड़ की संपत्ति का खुलासा किया था।
शपथ
सिंगला ने 19 मार्च को ली मंत्री पद की शपथ
मानसा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार को रिकॉर्ड वोटों से हराने वाले सिंगला को AAP ने तरहीज देते हुए कैबिनेट मंत्रिमंडल में शामिल किया था। उन्होंने 19 मार्च को मंत्री पद की शपथ ली थी। उन्हें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और मेडिकल शिक्षा विभाग दिया गया था।
वह 1992 में मानसा सीट बनने के बाद मंत्री पहले वाले पहले विधायक थे, लेकिन मंत्री बनने के दो महीने बाद ही उन पर भ्रष्टाचार के मामले में गाज गिर गई है।
आरोप
सिंगला पर क्या लगे हैं आरोप?
पंजाब सरकार के सूत्रों के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्री सिंगला ने निविदा के आवंटन के लिए बठिंडा निवासी ठेकेदार से एक प्रतिशत शुकराना (कमीशन) की मांग की थी।
इस पर सिंगला के कमीशन मांगने के अंदाज को जानने वाले विभाग के एक अधिकारी ने मुख्यमंत्री मान को इसकी शिकायत दे दी।
इसको लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारी को उसकी पहचान छिपाने का वादा करते हुए मंत्री के खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाने को कहा था।
सबूत
सिंगला के खिलाफ कैसे जुटाया गया सबूत?
शिकायत करने वाले अधिकारी की मौजूदगी में संबंधित ठेकेदार ने मंत्री सिंगला से निविदा में मदद करने की मांग की। इस पर मंत्री ने ठेकेदार से अपने भतीजे को शुकराना देने की बात कही।
उस दौरान अधिकारी ने इस बात की रिकॉर्डिंग कर ली और मुख्यमंत्री मान को भेज दी।
रिकॉर्डिंग सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने सिंगला के फोन कर विभाग के कामकाज के बारे में जानकारी मांगी और फिर उन्हें मिलने के लिए अपने पास बुला लिया।
खुलासा
मुख्यमंत्री मान ने सिंगला के सामने चलाई रिकॉर्डिंग
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री मान ने सिंगला को अपने घर बुलाकर उनके सामने ही कथित तौर पर कमीशन मांगने वाली रिकॉर्डिंग चला दी।इससे सुनने के बाद मंत्री की हवाइयां उड़ गई।
मुख्यमंत्री मान ने पूछा क्या यह उनकी आवाज थी? इसके बाद सिंगला ने स्वीकार कर लिया कि वह उन्हीं की आवाज थी।
इस पर मुख्यमंत्री ने सिंगला को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया और पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दे दिए।
गिरफ्तारी
ACB ने किया सिंगला को गिरफ्तार
मुख्यमंत्री मान के निर्देश पर ACB ने सिंगला के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर दोपहर में उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
मुख्यमंत्री मान के इस फैसले की AAP संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सराहना करते हुए कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री मान पर गर्व है। वह चाहते तो मामला दबा सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं किया।
बता दें कि पंजाब में इस तरह से किसी मंत्री को भ्रष्टाचार के मामले में बर्खास्त करने यह पहला मामला है।