पंजाब की प्रचंड जीत के बाद अब हिमाचल प्रदेश और गुजरात पर होगी AAP का नजरें
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों की गुरुवार को हुई मतगणना में आम आदमी पार्टी (AAP) ने पंजाब में शानदार प्रदर्शन करते हुए 92 सीटों पर कब्जा जमाया। इससे साफ हो गया कि राज्य की जनता ने उसे प्रचंड बहुमत दिया है। इस जीत के बाद अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली AAP ने अब अपनी नजरें हिमाचल प्रदेश और गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनावों पर टिका दी है। पार्टी नेता अक्षय मराठे ने शुक्रवार को यह दावा किया है।
कैसे रहे हैं पंजाब विधानसभा चुनाव के परिणाम
बता दें कि पंजाब में AAP ने कुल 117 सीटों में से 92 सीटों पर कब्जा जमाया है। यही कारण रहा कि कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (SAD) के दिग्गज नेता भी अपनी सीट नहीं बचा पाए हैं। इनमें मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, कैप्टन अमरिंदर सिंह, प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल प्रमुख नाम है। बता दें कि AAP ने दिल्ली के बाद पहली बार किसी अन्य राज्य में बहुमत हासिल किया है।
अब हिमाचल प्रदेश और गुजरात पर ध्यान केंद्रित कर रही है पार्टी- मराठे
मराठे ने NDTV से कहा, "पंजाब की जीत के बाद अब पार्टी ने हिमाचल प्रदेश और गुजरात पर ध्यान केंद्रित कर दिया है। इसके लिए कार्यकर्ताओं को दोनों राज्यों में जिम्मेदारियां सौंपी गई है। इसका बड़ा असर देखने को मिलेगा।" उन्होंने कहा, "दशकों से देश की जनता को दो पार्टियों के बीच फैसला करना पड़ा है, जिन्होंने उनके लिए काम नहीं किया। पहली बार वह AAP को दोनों के विकल्प के रूप में देख रहे हैं और बदलाव चाहते हैं।"
"10 सालों की मेहनत के सामने आ रहे हैं परिणाम"
मराठे ने कहा, "हमने पिछले 10 साल से बहुत मेहनत की है और पंजाब के परिणामों में इसे देखा जा सकता है। पंजाब के नतीजों ने एग्जिट पोल की भविष्यवाणियों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।" उन्होंने कहा, "राजनीतिक के बड़े दिग्गज हमें कुछ भी नहीं मानते हैं या फिर हमारी उपस्थिति को स्वीकार नहीं करते हैं, लेकिन फिर हम अपनी मेहनत से उन्हें हमारी मौजूदगी की अहसास कराते हैं। अब दिग्गज पार्टी को हल्के में नहीं लेंगे।"
2017 के चुनावों में दूसरे पायदान पर रही थी AAP
बता दें कि पंजाब में 2017 के चुनावों में AAP 20 सीटों के साथ दूसरे पायदान पर रही थी, लेकिन इस बार वह सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और सत्ता पर काबिज कांग्रेस को 18 सीटों के साथ दूसरे पायदान पर धकेल दिया है।
पारंपरिक राजनीति से थम चुके हैं हिमाचल के लोग- प्रदेशाध्यक्ष
हिमाचल प्रदेश में AAP के प्रदेशाध्यक्ष अनूप केसरी ने कहा, "हिमाचल के लोग पारंपरिक राजनीतिक दलों से थक चुके हैं। ऐसे में इस पहाड़ी राज्य में साल के अंत में होने वाले चुनावों में AAP पंजाब की तहर अपनी सरकार बनाएगी।" 2017 के चुनाव में AAP का खाता नहीं खुलने पर उन्होंने कहा, "पार्टी ने पहाड़ी राज्य की सभी 68 सीटों पर आधार स्थापित किया है। पंजाब में जीत से हिमाचल में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और पार्टी को मजबूती मिलेगी।"
भाजपा ने खारिज किया AAP प्रदेशाध्यक्ष का दावा
हिमाचल प्रदेश में भाजपा नेता रणधीर शर्मा ने AAP के राज्य में सरकार बनाने के दावे को खारिज करते हुए कहा, "हिमाचल में तीसरे पक्ष के लिए कोई जगह नहीं है और आगामी चुनाव में भी भाजपा की ही सरकार बनेगी।" उन्होंने कहा, "जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने पेंशन पाने वालों का दायरा बढ़ाया है। वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा को 70 से घटाकर 60 किया गया है। ऐसे में लोग सरकार की नीतियों से खुश हैं।"