मध्य प्रदेश में पत्रकार सहित 8 लोगों को गिरफ्तार कर अर्धनग्न करने का मामला क्या है?
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में कोतवाली थाना पुलिस द्वारा एक यूट्यूब पत्रकार कनिष्क तिवारी सहित आठ लोगों को गिरफ्तार कर अर्धनग्न करने और उनकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले में तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस सहित अन्य संगठनों ने घटना को पुलिस की क्रूरता करार दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस मामले में मध्य प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। आइए जानते हैं आखिर क्या है पत्रकार की गिरफ्तारी का पूरा मामला।
कैसे हुई थी मामले की शुरुआत?
सीधी पुलिस के मुताबिक, पिछले एक महीनें से अनुराग मिश्रा नाम की एक फर्जी फेसबुक आईडी के जरिए भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला और उनके विधायक बेटे गुरुदत्त शरण पर अभद्र टिप्पणी की जा रही थी। इसको लेकर गुरुदत्त ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने इसकी जांच करते हुए गत 1 अप्रैल को फर्जी आईडी बनाकर पोस्ट करने के मामले में रंगकर्मी व इंद्रवती नाट्य समिति संचालक नीरज कुंदेर को गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने क्यों किया पत्रकार को गिरफ्तार?
नीरज की गिरफ्तारी के विरोध में न्यूज नेशन के फ्रीलांस पत्रकार और बघेली भाषा के एमपी संदेश यूट्यूब चैनल के पत्रकार कनिष्क तिवारी सहित इंद्रवती नाट्य समिति के सह संचालक रोशनी प्रसाद मिश्रा, शिवा कुंदेर, रजनीश जायसवाल, सुनील चौधरी, नरेन्द्र सिंह उज्जवल, कुंदेर बेमिसाल खान, आदित्य भदौरिया ने कोतवाली थाना पहुंचकर अपना विरोध दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने पत्रकार कनिष्क सहित सभी आठ प्रदर्शनकारियों को भी गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस ने पत्रकार सहित अन्य को अर्धनग्न कर खींची फोटो
पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद पत्रकार कनिष्क सहित सभी आठों लोगों को कपड़े उतरवाकर उन्हें अर्धनग्न कर दिया और उनकी फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी। यह फोटो गुरुवार को वायरल हो गई और क्षेत्र के सभी लोगों के मोबाइल में पहुंच गई। इसके बाद कांग्रेस और अन्य संगठनों ने इसे पुलिस की क्ररूता करार देते हुए जमकर विरोध किया और सरकार से दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
थानाप्रभारी और उप निरीक्षक लाइन हाजिर
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद सीधी पुलिस अधीक्षक (SP) मुकेश श्रीवास्तव ने कोतवाली थाना प्रभारी मनोज सोनी और एक अन्य उप निरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया है। इसी तरह मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) को सौंपी गई है।
पत्रकार कनिष्क ने थानाप्रभारी पर लगाया धमकी देने का आरोप
पीड़ित पत्रकार कनिष्क ने कहा कि सामाजिक मुद्दों को लेकर कई बार खबरों के माध्यम से उन्होंने विधायक को घेरा था। ऐसे में पुलिस उन्हें गिरफ्तार किया है। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने सभी लोगों के कपड़े उतरवाकर फोटो खींचे और उन्हें वायरल कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कोतवाली में थाना प्रभारी मनोज सोनी ने कहा, "तू और खबर चलाएगा विधायक की, अगर फिर दोबारा तूने ऐसा किया तो तेरे साथ ऐसा ही सलूक किया जाएगा।"
कांग्रेस ने मामले को बनाया मुद्दा
कांग्रेस ने इस मामले में मुद्दा बना लिया है। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि अर्धनग्न युवा कोई चोर उचक्के नहीं, बल्कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया के साथी है। इन्हें भाजपा विधायक के खिलाफ खबर चलाने की सजा मिली है। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि प्रदेश की निकम्मी सरकार और उनके बड़बोले मुखिया से सवाल करना पत्रकार कनिष्क तिवारी और उनके साथियों को भारी पड़ा। यह घोर निंदनीय कृत्य है।
कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी साधा निशाना
कांग्रेस की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने कहा कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने पत्रकार को विधायक के घोटालों की खबर चलाने की सजा दी है। कांग्रेस नेता अजय सिंह ने इसे लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर सीधा हमला बताया है।
राहुल गांधी ने भी साधा सरकार पर निशाना
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'लॉकअप में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का चीरहरण! या तो सरकार की गोद में बैठकर उनका गुणगान करो या जेल के चक्कर काटो। नए भारत की सरकार सच में डरती है।' हालांकि, इस मामले के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भापाल पुलिस मुख्यालय से मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है और दोषी पुलिसकर्मियों के व्यवहार पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं।
मामले में सीधी पुलिस ने क्या दी है सफाई?
इस मामले में थानाप्रभारी मनोज सोनी ने कहा, "आत्महत्या जैसे स्थितियों से बचने के लिए गिरफ्तार किए गए लोगों के कपड़े उतरवाए थे। गिरफ्तार किए गए सभी लोग पत्रकार नहीं हैं, उनमें से केवल एक पत्रकार है और बाकी आरोपी के दोस्त और रिश्तेदार हैं।" उन्होंने कहा, "कनिष्क सहित लगभग 30 लोगों ने पत्रकार होने का दावा करते हुए विरोध प्रदर्शन किया था और कनिष्क सभी को उकसा रहा था। ऐसे में उसे गिरफ्तार किया था।"