पंजाब विधानसभा चुनाव: AAP ने भगवंत मान को बनाया मुख्यमंत्री उम्मीदवार
क्या है खबर?
पंजाब में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी आम आदमी पार्टी (AAP) ने मंगलवार को राज्य में अपने मुख्यमंत्री चेहरे का औपचारिक ऐलान कर दिया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दोपहर में मोहाली पहुंचकर मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में भगवंत मान के नाम का ऐलान किया है।
बता दें कि भगवंत मान AAP की पंजाब इकाई के प्रमुख होने से साथ-साथ संगरूर लोकसभा सीट से सांसद हैं।
राय
AAP ने मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए मांगी थी जनता की राय
बता दें कि AAP ने मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान करने से पहले नंबर जारी कर जनता की राय मांगी थी।
इसके बाद तीन दिन में 21.59 लाख लोगों ने मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए अपनी राय दी थी। इसमें करीब 93 प्रतिशत लोगों ने मुख्यमंत्री पद के लिए भगवंत मान का समर्थन किया था।
केजरीवाल ने मंगलवार को लोगों के राय के परिणामों की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री पद के लिए भगवंत मान के नाम का ऐलान कर दिया।
बयान
जनता की राय के आधार पर लिया फैसला- केजरीवाल
केजरीवाल ने मान के नाम का ऐलान करते हुए कहा कि पार्टी ने जनता की राय के आधार पर मुख्यमंत्री चेहरे का निर्णय किया है। राज्य के करीब 21.59 लोगों ने व्हॉट्सऐप कॉल और मैसेज के जरिए मुख्यमंत्री पद के लिए अपने सुझाव दिए थे। इनमें से 93.3 प्रतिशत सुझाव मान के नाम पर थे।
उन्होंने कहा वोटिंग में दूसरे नंबर पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू रहे हैं। 3.6 प्रतिशत लोगों ने उन्हें मुख्यमंत्री उम्मीदवार बताया है।
निशाना
केजरीवाल ने अन्य दलों पर साधा निशाना
केजरीवाल ने कहा, "दूसरी पार्टियां अपने बेटे, बहू या घर के आदमी को मुख्यमंत्री का चेहरा बना देती थीं, लेकिन AAP ने ऐसा नहीं किया। भगवंत मान मेरा छोटा भाई है। यदि मैं सीधा उनका नाम देता तो भाई-भतीजावाद के आरोप लगते। लोग कहते केजरीवाल ने अपने भाई को उम्मीदवार बना दिया। इसलिए फैसला जनता की राय से लिया गया है।"
उन्होंने कहा, "कुछ लोगों ने मुझे मुख्यमंत्री बनाने का समर्थन किया था, लेकिन ऐसा नहीं हो सकता है।"
वादा
अब मैं दोहरी जिम्मेदारी के साथ काम करूंगा- मान
मुख्यमंत्री चेहरा घोषित होने के बाद मान ने कहा, "आज पार्टी ने मुझे बड़ी जिम्मेदारी दी है। लाखों लोगों ने अपनी राय देकर मुझ पर भरोसा जताया। अब मैं दोहरी जिम्मेदारी से काम करूंगा।"
उन्होंने कहा, "पंजाब को सिर्फ लोग ही बचा सकते हैं। वह सिर्फ इसका जरिया बन सकते हैं। पंजाब के युवाओं के हाथ से टीके छीनकर टिफिन पकड़ाएंगे। यदि हरे रंग का पैन मेरे हाथ में आया तो वह हमेशा जरूरतमंद और गरीबों के हक में चलेगा।"
बयान
युवाओं का विदेशों में पलायन रोकेंगे- मान
मान ने कहा, "हमें जंग जीतने के लिए मेहनत करनी होगी। पंजाब पैरों पर खड़े होना जानता हैं। राज्य के जो युवा IELTS कर विदेश पलायन कर रहे हैं, उन्हें भी यहीं रोकने के प्रयास करेंगे। सबको डिग्री के मुताबिक पंजाब में ही नौकरी दिलाएंगे।"
पृष्ठभूमि
कौन है भगवंत मान?
बता दें पंजाब में AAP के अध्यक्ष भगवंत मान पार्टी का सबसे अहम चेहरा हैं। वो लगातार दो बार से (2014 और 2019) पंजाब की संगरूर लोकसभा सीट से सांसद हैं। मान जट सिख हैं और राजनीति में आने से पहले कॉमेडियन रहे हैं।
उन्होंने 2012 में मनप्रीत बादल की पंजाब पीपल पार्टी से राजनीति की शुरुआत की थी। हालांकि, 2014 में वह AAP में शामिल हो गए और संगरूर सीट से लगातार दो बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंच गए।
चुनावी कार्यक्रम
पंजाब में कब होंगे चुनाव?
117 विधानसभा सीटों वाले पंजाब में 20 फरवरी को एक चरण में चुनाव होगा और 10 मार्च को नतीेजे घोषित किए जाएंगे। पंजाब में कांग्रेस जहां अपना किला बचाने की कोशिश में है, वहीं आम आदमी पार्टी और अकाली दल पिछली हार को भूलकर सत्ता में आने के प्रयास कर रही हैं।
कांग्रेस से अलग होने के बाद अमरिंदर सिंह ने अपनी अलग पार्टी बनाई है और वो भाजपा के साथ मिलकर सत्ता की दावेदारी पेश कर रहे हैं।
स्थिति
पिछले विधानसभा चुनाव में 20 सीटें ही जीत पाई थी AAP
साल 2017 में पंजाब में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने कुल 117 सीटों में से 77 जीतकर सरकार बनाई थी।
इसी तरह AAP 20 सीटें जीतकर दूसरे नंबर पर रही थी, वहीं भाजपा और शिरोमणि अकाली दल के गठबंधन ने 18 सीटें मिली थीं। इनमें से 15 सीट अकाली दल और तीन सीट भाजपा ने जीती थीं।
चुनाव बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे थे। पिछले साल उनकी जगह चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया।