त्रिपुरा चुनाव नतीजे: इन अहम सीटों पर रहेगी सबकी नजर
त्रिपुरा की सभी 60 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव की मतगणना जारी है। शुरुआती रुझानों के मुताबिक, भाजपा स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ती दिख रही है और बहुमत के आंकड़े से ऊपर है। वामपंथी पार्टियों और कांग्रेस का गठबंधन दूसरे नंबर पर है, वहीं टिपरा मोथा पार्टी (TMP) भी 13 सीटों पर आगे है। त्रिपुरा में 16 फरवरी को कुल 89.85 प्रतिशत मतदान हुआ था। आइए जानते हैं कि त्रिपुरा की अहम सीटें कौन-कौन सी हैं।
टाउन बरदोवाली
भाजपा गठबंधन का नेतृत्व कर रहे त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा टाउन बरदोवाली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके खिलाफ मुख्य प्रतिद्वंदी के रूप में कांग्रेस उम्मीदवार आशीष कुमार साहा हैं। वहीं इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस के अनंत बनर्जी, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के अर्नब रॉय और 2 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं। माणिक साहा ने आशीष कुमार साहा को हराकर पिछले साल जून में हुए उपचुनाव में पहली बार टाउन बारडोवाली सीट जीती थी।
चारिलम
त्रिपुरा के उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा के ऊपर अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित चारिलम सीट को बरकरार रखने की चुनौती है। वर्मा को राज्य की आदिवासी आबादी के बीच एक बड़ी पहचान रखने के लिए जाना जाता है। चारिलम सीट पर उनके खिलाफ कांग्रेस के अशोक देब बर्मा और टिपरा मोथा पार्टी के सुबोध देब बर्मा चुनाव लड़ रहे हैं। उनका पलड़ा भारी माना जा रहा है।
बनमालीपुर
भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य को बनमालीपुर सीट से मैदान में उतारा है। इस सीट पर त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। देब की जगह माणिक साहा के मुख्यमंत्री बनने के बाद भाजपा ने भट्टाचार्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। कांग्रेस ने बनमालीपुर से चुनाव लड़ रहे पूर्व विधायक गोपाल राय को मैदान में उतारा है, जबकि तृणमूल कांग्रेस के शांतनु साहा भी मैदान में हैं।
धनपुर
धनपुर सीट पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) CPI (M) 1972 से 2018 तक जीत दर्ज करती आई है। CPI (M) नेता और पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने 2018 में भाजपा की उम्मीदवार प्रतिमा भौमिक को यहां से हराया था। भौमिक फिलहाल केंद्रीय राज्य मंत्री हैं। भाजपा ने इस बार भी भौमिक को यहां से अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि CPI (M) की तरफ से माणिक सरकार की जगह चंदा कौशिक चुनाव लड़ रहे हैं।
अगरतला
त्रिपुरा की राजधानी होने के चलते अगरतला विधानसभा सीट बेहद खास है। यह सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है क्योंकि पार्टी के उम्मीदवार सुदीप रॉय बर्मन इस सीट पर लगातार 6 बार से विधायक चुने गए हैं। कांग्रेस ने इस बार भी सुदीप रॉय बर्मन को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा ने बर्मन के मुकाबने पापिया दत्ता को टिकट दिया है। चुनावी मैदान में 3 निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।