छत्तीसगढ़: नक्सलियों ने भाजपा नेता की परिजनों के सामने कुल्हाड़ी से काटकर हत्या की
क्या है खबर?
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने रविवार को भाजपा के मंडल अध्यक्ष नीलकंठ कक्कम की बेरहमी से हत्या कर दी।
भाजपा नेता अपने परिजनों के साथ अपने पैतृक गांव में एक शादी में शामिल होने गए थे। इस दौरान नक्सलियों ने नीलकंठ कक्केम की कुल्हाड़ी और अन्य धारदार हथियारों की मदद से परिजनों के सामने ही हत्या कर दी।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
वारदात
भाजपा नेता को जबरन घर के बाहर ले गए थे नक्सली
हत्या की वारदात बीजापुर जिले के आवापल्ली थाने से करीब आठ किलोमीटर दूर पेकरम गांव में हुई।
मृतक नीलकंठ कक्कम की पत्नी ललिता कक्कम ने बताया कि तीन लोग उनके पति को जबरन घर के बाहर ले गए और परिवार के सदस्यों और अन्य ग्रामीणों की मौजूदगी में उनकी बेरहमी से हत्या कर दी।
उन्होंने बताया कि हत्या करने के बाद तीनों आरोपी मौके से फरार हो गए।
बयान
मामले को लेकर क्या बोली पुलिस?
सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) चंद्रकांत गवरना ने बताया कि हत्या के पीछे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सदस्यों का हाथ है।
उन्होंने कहा कि सूचना मिली थी कि 150 से अधिक हथियारबंद नक्सली हमले को अंजाम देने के लिए गांव में पहुंचे थे, लेकिन उनमें से तीन लोग भाजपा नेता के घर पहुंचे और उनकी हत्या कर दी। ASP ने आगे बताया कि नेता के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
राजनीति
30 वर्षों से राजनीति में सक्रिय थे भाजपा नेता
मृतक नीलकंठ कक्केम पिछले करीब 30 वर्षों से राजनीति में सक्रिय थे। स्थानीय स्तर पर उनकी पहचान भाजपा के कद्दावर नेता के रूप में होती थी और वह पिछले 15 सालों से बीजापुर के उसूर ब्लॉक के मंडल अध्यक्ष का काम संभाल रहे थे। इससे पहले वह जिला पंचायत के सदस्य भी रह चुके थे।
नक्सलियों द्वारा हत्या किए जाने के बाद इलाके में काफी डर का माहौल है, जिसके चलते भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है।
धमाका
नक्सलियों ने झारखंड में किया था IED ब्लास्ट
बता दें कि नक्सलियों ने पिछले सप्ताह झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम में एक IED धमाके को अंजाम दिया था, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के तीन जवान घायल हो गए थे।
एक महीने के भीतर यह चौथा IED धमाका हुआ था, जिनमें कुल 13 जवान और एक आम नागरिक घायल हो चुके हैं।
इससे पहले 11 और 12 जनवरी को भी यहां दो IED धमाके हुए थे, जिनमें नौ जवान घायल हुए थे।