विपक्ष ने उठाए EVM पर सवाल, मांग- 50 प्रतिशत EVM के साथ उपयोग हो VVPAT मशीन
लोकसभा चुनाव के बीच में EVM का भूत एक बार फिर से खड़ा हो गया है। रविवार को विपक्ष ने EVM की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए और बैलेट पेपर की ओर लौटने की मांग की। मुद्दे को लेकर नई दिल्ली में हुई विपक्ष की बैठक में आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख अरविंद केजरीवाल, तेलुगू देशम पार्टी (TDP) प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल समेत कई 21 पार्टियों ने हिस्सा लिया।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा, बेहद कम देश करते है EVM का उपयोग
बैठक के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बयान जारी करते हुए कहा कि तकनीक का विकास हुआ है, लेकिन EVM का नहीं। उन्होंने कहा कि बेहद कम देश चुनाव में EVM पर भरोसा जताते हैं और जर्मनी और नीदरलैंड जैसे विकसित देश भी बैलेट पेपर से चुनाव कराते हैं। उन्होंने आगे कहा, "EVM के लिए पर्ची निकालना बेहद जरूरी है। मतदाता का भरोसा पर्ची निकालने वाली VVPAT मशीनों के जरिए ही बहाल किया जा सकता है।"
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से संतुष्ट नहीं है विरोधी दल
नायडू ने कहा कि विपक्ष सुप्रीम कोर्ट के हर विधानसभा क्षेत्र में VVPAT मशीनों की संख्या 1 से 5 करने के निर्देश से संतुष्ट नहीं है और 50 प्रतिशत EVM के साथ VVPAT मशीनों के उपयोग के लिए सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करेंगे।
मनु सिंघवी ने खड़े किए चुनाव आयोग पर सवाल
इस दौरान कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि वे EVM में गड़बड़ी को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और पूरे देश में अभियान चलाएंगे। उन्होंने आगे कहा, "पहले चरण के मतदान के बाद सवाल उठे हैं। हमें नहीं लगता कि चुनाव आयोग इस पर पर्याप्त ध्यान दे रहा है। अगर आप X पार्टी की बटन दबाते हो तो आपका वो Y पार्टी को जाता है। VVPAT 7 की बजाय केवल 3 सेकंड के लिए दिखता है।"
सिंघवी का आरोप, बिना जांच हटे लाखों मतदाताओं के नाम
सिंघवी ने कहा, "यह आवश्यक हो गया है कि न्यूनतम 50 प्रतिशत EVM के साथ VVPAT मशीनों का उपयोग किया जाए।" उन्होंने आरोप लगाया कि लाखों मतदाताओं का नाम बिना जांच किए ऑनलाइन ही वोटिंग लिस्ट से हटा दिया गया है।
पहले चरण के मतदान में आईं थीं EVM में गड़बड़ी की खबरें
बता दें कि 11 अप्रैल को हुए पहले चरण के मतदान में आंध्र प्रदेश में कई जगह EVM में खराबी की खबरें आईं थीं। इसे लेकर TDP ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। नायडू ने शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोरा से मिलकर शिकायत की थी कि आयोग अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियां का पालन करने में बुरी तरह नाकाम रहा है। उन्होंने मांग की थी कि आयोग को चुनाव में EVM की जगह बैलेट पेपर का इस्तेमाल करना चाहिए।
भाजपा का जवाब, विपक्ष ने स्वीकार की हार
विपक्ष की प्रेस कॉन्फ्रेंस और उसकी मांग पर भाजपा का कहना है कि विपक्ष ने हार स्वीकार कर ली है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा, "दिल्ली में बुलाई गई तथाकथित सर्वदलीय बैठक और कुछ नहीं बल्कि तथाकथित महागठबंधन द्वारा हार की स्वीकारोक्ति है।" उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास न तो शासन का कोई एजेंडा है और न ही उसके पास लोगों को प्रेरित लायक कोई नेता है।