#NewsBytesExplainer: क्या है 'लाल डायरी' से संबंधित मामला, जिस पर राजस्थान की सियासत गर्म?
राजस्थान में इन दिनों 'लाल डायरी' को लेकर सियासत गर्म है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुरुवार को सीकर में आयोजित एक जनसभा में मामले को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस पर निशाना साधा। इससे पहले राजस्थान सरकार से बर्खास्त किए जा चुके मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कथित 'लाल डायरी' को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। आइए जानते हैं कि राजस्थान में चल रहा 'लाल डायरी' विवाद क्या है।
कहां से आई 'लाल डायरी'?
राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री गुढ़ा का कहना है कि साल 2020 में जब सचिन पायलट ने गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ बगावत की थी, उस वक्त गहलोत के करीबी नेता धर्मेंद्र राठौड़ के यहां आयकर का छापा पड़ा था। उन्होंने दावा किया कि राठौड़ लाल डायरियों में सारा हिसाब-किताब लिखते थे और मुख्यमंत्री गहलोत के कहने पर अधिकांश डायरियों को जला दिया गया, लेकिन उनके पास अभी भी एक 'लाल डायरी' मौजूद है।
'लाल डायरी' में क्या है?
पूर्व मंत्री गुढ़ा के अनुसार, इस 'लाल डायरी' में गहलोत के कार्यकाल में हुई विधायकों की खरीद-फरोख्त की पूरी जानकारी है। राज्यसभा चुनाव में विधायकों को कितना पैसा दिया गया, राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) के चुनाव में किस-किस को पैसे दिए गए और किस व्यक्ति को क्या लालच दिया गया जैसी जानकारियां इस डायरी में है। गुढ़ा का कहना है कि डायरी में ऐसे कई राज लिखे हैं, जो सामने आए तो गहलोत सरकार मुश्किल में आ सकती है।
गुढ़ा ने क्या दावे किए?
पूर्व मंत्री गुढ़ा का दावा है कि भाजपा विधायक अचानक पार्टी छोड़कर कांग्रेस में क्यों शामिल हुए, इसका 'लाल डायरी' में जिक्र है। उन्होंने गहलोत सरकार पर RCA के चुनाव में भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया। उनका कहना है कि डायरी में इससे संबंधित कई जानकारियां हैं, जिन्हें राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले सार्वजनिक किया जाएगा। बता दें कि मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे वैभव गहलोत RCA के अध्यक्ष हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने डायरी पर क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने आज अपनी जनसभा में कहा, "इस 'लाल डायरी' में कांग्रेस सरकार के काले कारनामे दर्ज हैं। लोग कह रहे हैं कि 'लाल डायरी' के पन्ने खुले तो अच्छे-अच्छे निपट जाएंगे।" उन्होंने कहा, "कांग्रेस के बड़े से बड़े नेताओं की इस 'लाल डायरी' का नाम सुनते ही बोलती बंद हो रही है। ये लोग भले ही मुंह पर ताला लगा लें, लेकिन ये 'लाल डायरी' इस चुनाव में कांग्रेस का डिब्बा गोल करने जा रही है।"
मुख्यमंत्री गहलोत ने मामले पर क्या कहा?
मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी के आरोपों पर पटलवार करते हुए कहा, "कोई 'लाल डायरी' नहीं है। इस डायरी की बात कपोल कल्पित है। भाजपा को आने वाले समय में लाल झंडी दिखा दी जाएगी।" उन्होंने कहा, "मोदी और उनकी पार्टी हम से घबरा गई है, इसलिए ऐसे दावे कर रहे हैं। प्रधानमंत्री पद की कोई गरिमा होती है, लेकिन वह हमारे मंत्री रहे गुढ़ा को मोहरा बना रहे हैं।"
कौन हैं गहलोत सरकार पर आरोप लगाने वाले राजेंद्र गुढ़ा?
राजेंद्र गुढ़ा उदयपुरवाटी सीट से विधायक हैं। वह 2008 में बसपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। उसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्हें गहलोत सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया था। 21 जुलाई को राजस्थान विधानसभा में गुढ़ा ने अपनी ही सरकार को महिला सुरक्षा के मुद्दे पर घेरा तो उसी रात मुख्यमंत्री गहलोत ने उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया। गुढ़ा ने गहलोत और पायलट के बीच विवाद में पायलट का साथ दिया था।