'एक देश, एक चुनाव': रामनाथ कोविंद के नेतृत्व में समिति लोकसभा चुनाव से पहले सौंपेगी रिपोर्ट
क्या है खबर?
एक देश, एक चुनाव को लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व में बनी समिति लोकसभा चुनावों से पहले अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है।
इकोनॉमिक्स टाइम्स के मुताबिक, समिति ने पिछले हफ्ते भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित, बार काउंसिल के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्र, मद्रास हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश संजीब बनर्जी के अलावा पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्तों, सेवानिवृत्त न्यायाधीशों से परामर्श किया।
समिति 10 फरवरी को बैठक से पहले अन्य कानूनविद् और नेताओं से परामर्श करेगी।
बैठक
47 में से 26 पार्टियों की मिली प्रतिक्रिया
रिपोर्ट के मुताबिक, समिति ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के लिए 47 राजनीतिक पार्टियों से उनके विचार मांगे थे, जिसमें से 26 ने अपनी राय दे दी है।
तमिलनाडु की अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK), ओडिशा की बीजू जनता दल (BJD) और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) ने एक राष्ट्र एक चुनाव को अपना समर्थन दिया है।
वहीं प्रतिक्रिया दे चुकी अन्य राजनीतिक पार्टियां अभी इस विचार के विरोध में हैं।
चुनाव
क्या है 'एक देश, एक चुनाव'?
'एक देश, एक चुनाव' के अंतर्गत विधानसभा-लोकसभा चुनाव एक साथ होंगे।
इसके तहत, चुनाव 2 चरणों में करवाए जा सकते हैं। पहले चरण में लोकसभा और कुछ राज्यों की विधानसभा के लिए मतदान होगा।
दूसरे चरण में बाकी राज्यों के विधानसभा चुनाव हो सकेंगे। अगर राज्य सरकार बीच में गिरती है तो दूसरी बार में अन्य राज्यों के साथ उस राज्य के दोबारा चुनाव हो सकेंगे।
विधि आयोग के मुताबिक, देश में 2029 में एक साथ चुनाव हो सकते हैं।