गलवान घाटी में शहीद हुए सभी 20 जवानों को वीरता पुरस्कार, कर्नल बाबू को महावीर चक्र
पिछले साल 15 जून को गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से लड़ते हुए शहीद हुए सभी 20 भारतीय जवानों को वीरता पुरस्कार से नवाजा गया है। केंद्र सरकार गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इसका ऐलान किया। इन शहीदों को दिए जाने वाले पुरस्कारों में एक महावीर चक्र, चार वीर चक्र और 15 सेना मेडल शामिल हैं। हिंसक झड़प में जिंदा बचने वाले एक जवान को भी वीर चक्र से सम्मानित किया गया है।
क्या हुआ था गलवान घाटी में?
दरअसल, चीनी सैनिकों ने गलवान घाटी में भारतीय इलाके में घुसकर एक टेंट लगा लिया था और सैन्य स्तर पर बातचीत के बाद वे इसे हटाने को तैयार भी हो गए थे। 15 जून की शाम 16 बिहार रेजीमेंट के कमांडिग ऑफिसर (CO) कर्नल बी संतोष बाबू अपने 50 सैनिकों के साथ यही देखने गए कि चीन ने अपने वादे पर अमल किया है या नहीं, लेकिन तभी चीनी सैनिकों ने धोखे से उन पर हमला कर दिया।
चोटी से गिरने के कारण हुई कई जवानों की मौत
थोड़ी ही देर में दोनों तरफ के और सैनिक भी मौके पर पहुंच गए और लड़ाई बढ़ गई। ये पूरी लड़ाई एक चोटी पर हो रही थी और इस कारण कई सैनिक नीचे नदी में भी गिर गए या विरोधी सैनिकों ने उन्हें धक्का मार दिया। ये लड़ाई लगभग सात घंटे चली और इस दौरान कर्नल संतोष समेत भारत के 20 जवान शहीद हुए। चीन के भी लगभग 40 सैनिकों के मरने या घायल होने की रिपोर्ट्स हैं।
कर्नल बाबू को मिला महावीर चक्र
जवानों की इस शहादत ने पूरे देश को एकजुट कर दिया था और अब उन्हें वीरता पुरस्कार से सम्मानित कर देशवासियों ने उनका शुक्रिया अदा किया है। कर्नल बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र देने का ऐलान किया गया है। ये दूसरा सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है और इसे युद्ध में शहीद सैनिकों को दिया जाता है। कर्नब बाबू को ये पुरस्कार देकर भारत ने साफ कर दिया है कि 15 जून को जो हुआ था कि वह एक युद्ध था।
इन चार शहीदों को मिला वीर चक्र
अन्य जवानों की बात करें तो नायब सूबेदार नंदूराम सोरेन, हवलदार के पलानी, नायक दीपक सिंह और सिपाही गुरतेज सिंह को मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया है। शहीद हुए 15 अन्य जवानों को सेना मेडल से सम्मानित किया गया है।
इन जवानों को भी किया गया वीरता पुरस्कार से सम्मानित
गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों के अलावा 4 अप्रैल को एक ऑपरेशन के दौरान शहीद होने वाले पैराशूट रेजिमेंट के सूबेदार संजीव कुमार को कीर्ति चक्र प्रदान किया गया है। डिप्टी कमांडेंट राहुल माथुर समेत केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के चार जवानों को भी कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है। मेजर अनुज सूद (मरणोपरांत), राइफलमैन प्रणब ज्योति दास और पैराट्रूपर सोनम त्सेरिंग तमांग को शौर्य चक्र दिया गया है।
राष्ट्रपति ने दी कुल 455 वीरता और अन्य सैन्य सम्मानों को मंजूरी
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कुल 455 वीरता और अन्य सैन्य सम्मानों को मंजूरी दी है। इनमें चार सेना मेडल (मरणोपरांत), 130 सेना मेडल, एक नौसेना मेडल, चार वायुसेना मेडल, 30 परम विशिष्ट सेवा मेडल, चार उत्तम युद्ध सेवा मेडल, 51 अति विशिष्ट सेवा मेडल, 11 युद्ध सेवा मेडल, तीन मरणोपरांत सेना मेडल (कर्तव्य निष्ठा), 43 सेना मेडल (कर्तव्य निष्ठा), आठ नौसैना मेडल (कर्तव्य निष्ठा), 14 वायुसेना मेडल, तीन विशिष्ट सेवा मेडल (मरणोपरांत) और 131 विशिष्ट सेवा मेडल शामिल हैं।