चंडीगढ़ में आज मेयर का चुनाव, कांग्रेस-AAP गठबंधन और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला
चंडीगढ़ में आज मेयर का चुनाव है। इसमें कांग्रेस और आम आदमी आदमी (AAP) के गठबंधन और भाजपा के बीच सीधी टक्कर है। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन INDIA और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के बीच यह पहला मुकाबला है। हाल में नीतीश कुमार के INDIA गठबंधन से नाता तोड़ने के बाद यह चुनाव काफी अहम माना जा रहा है। मंगलवार सुबह 10:00 बजे से चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए मतदान जारी है।
मेयर चुनाव के लिए क्या है गणित?
चंडीगढ़ के नगर निगम में कुल 35 सदस्य है और मेयर का चुनाव जीतने के लिए कुल 19 वोट चाहिए। वर्तमान में AAP के पास 13 और कांग्रेस के पास 7 पार्षद हैं यानी विपक्षी गठंबधन के बाद कुल मिलाकर 20 वोट हैं। दूसरी तरफ भाजपा के पास 15 वोट हैं और इसमें 14 पार्षद और सांसद किरण खेर के वोट शामिल हैं। मेयर पद के चुनाव के लिए सभी सदस्यों द्वारा गुप्त मतदान किया जाता है।
मेयर पद से लिए आरक्षित है सीट
इस साल चुनाव में चंडीगढ़ मेयर की सीट अनुसूचित जाति (ST) वर्ग के लिए आरक्षित है। यहां भाजपा ने मनोज सोनकर और AAP ने कुलदीप कुमार को मेयर पद के लिए उम्मीदवार बनाया है। सीनियर डिप्टी मेयर पद पर भाजपा के कुलजीत संधू और कांग्रेस के गुरप्रीत सिंह गबी के बीच सीधा मुकाबला है, जबकि डिप्टी मेयर पद पर भाजपा के राजिंदर शर्मा और कांग्रेस की निर्मला देव के बीच टक्कर होगी।
हाई कोर्ट के आदेश पर हो रहा है चुनाव
हाल में चंडीगढ़ प्रशासन ने पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह की बीमारी के कारण 6 फरवरी तक मेयर चुनाव स्थगन का आदेश जारी किया था। इसके खिलाफ AAP ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट का रुख किया। 24 जनवरी को हाई कोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन को मेयर चुनाव 30 जनवरी तक कराने ने निर्देश दिए। कोर्ट ने कहा था कि चुनाव स्थगन का आदेश अनुचित है और उपायुक्त मेयर का चुनाव कराने के लिए जिम्मेदार प्रधिकारी हैं।
चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मेयर चुनाव को मद्देनजर चंडीगढ़ में सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए गए हैं। यहां लगभग 800 पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है। साथ ही चंडीगढ़ नगर निगम के आसपास तीन-स्तरीय बैरिकेड भी लगाए गए हैं। प्रशासन ने चुनाव के दौरान नगर निगम में पत्रकारों के प्रवेश पर रोक लगाई है। हालांकि, चंडीगढ़ प्रेस क्लब ने प्रशासन से अपील की है कि मतदान प्रक्रिया की मीडिया कवरेज की अनुमति दी जाए।
2022 और 2023 कांग्रेस चुनाव से रही दूर
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में कांग्रेस ने 2022 और 2023 में मतदान से दूरी बनाई थी। इसके परिणामस्वरूप उन चुनावों में भाजपा की जीत हुई। इस बार कांग्रेस-AAP मिलकर भाजपा के 8 साल के राज को खत्म करने की कोशिश में है।