बेंगलुरू: क्वारंटाइन नियम तोड़ने के आरोप पर सफाई में बोले सदानंद गौड़ा- मंत्रियों को छूट है
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के बीच सोमवार से घरेलू विमान सेवाएं फिर से शुरू हो गई हैं। हालांकि, कुछ राज्यों ने विमान यात्रा कर आए लोगों को अनिवार्य तौर पर क्वारंटाइन में रहने के दिशा निर्देश जारी किए हैं। इनमें कर्नाटक भी शामिल है। नियमों के बाद भी केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा बेंगलुरू पहुंचने के बाद अनिवार्य क्वारंटाइन में नहीं गए। विपक्ष ने उन पर नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।
कर्नाटक सरकार ने लागू किया है सात दिन क्वारंटाइन रखने का नियम
बता दें कि देश में सोमवार से शुरू हुई घरेलू विमान सेवा को लेकर अलग-अलग राज्यों ने अपने-अपने नियम लागू किए हैं। इसके तहत कर्नाटक सरकार ने महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात और तमिलनाडु जैसे उच्च जोखिम वाले राज्यों से आने वाले लोगों को सात दिन संस्थागत क्वारंटाइन में रखने का नियम लागू किया है। हालांकि, इस नियम में कुछ व्यक्तियों को छूट दी गई है, जिसमें तत्काल कार्य से आने वाले व्यापारी भी शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री एयरपोर्ट से कार के जरिए हुए सीधे रवाना
केंद्रीय मंत्री गौड़ा सोमवार को दिल्ली से विमान के जरिए बेंगलुरू पहुंचे। वहां पहुंचने के बाद वह सीधे अपनी कार में बैठकर रवाना हो गए। इस दौरान उनके निजी सहायक ने पत्रकारों को बताया कि वह अपने साथ कोरोना वायरस नेगेटिव रिपोर्ट लेकर आए हैं और वह घर से काम कर सकते हैं। दूसरी ओर विपक्षी पार्टियों ने उन पर सरकार द्वारा बनाए गए नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। इसके बाद मंत्री ने अपनी सफाई दी है।
केंद्रीय मंत्री ने अपनी सफाई में कहीं छूट मिलने की बात
मामला बढ़ता देख केंद्रीय मंत्री गौड़ा ने खुद सफाई देते हुए कहा है, "एक मंत्री होने के नाते, मुझे राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा छूट दी गई है। इसलिए यह कोई मुद्दा नहीं है।" उन्होंने कहा, "मेरे फोन में आरोग्य सेतु ऐप भी है। मैं केंद्र के फार्मास्यूटिकल विभाग का प्रमुख हैं। इसलिए यह सुनिश्चित करने की मेरी जिम्मेदारी थी कि दवा की कोई कमी नहीं है। यदि मैं दवाओं की आपूर्ति नहीं करूंगा तो मामले दोगुने हो जाएंगे।"
केंद्रीय मंत्री ने डॉक्टरों से की अपनी तुलना
केंद्रीय मंत्री ने क्वारंटाइन मामले को लेकर डॉक्टरों से तुलना करते हुए कहा कि यदि डॉक्टर, नर्स और जरूरी दवाओं की सप्लाई करने वालों को क्वारंटाइन कर दिया जाएगा, तो क्या हम कोरोना को रोक पाएंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे में देश में कोरोना की स्थिति को संभालने के लिए मंत्री और आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को क्वारंटाइन नियमों से छूट दी गई है। इसी छूट के तहत वह एयरपोर्ट से अपनी कार के जरिए सीधे घर पहुंचे हैं।
नेगेटिव रिपोर्ट दिखाने पर भी मिल सकती है क्वारंटाइन से छूट
कर्नाटक सरकार की ओर से जारी किए गए अनिवार्य क्वारंटाइन नियमों के तहत यदि कोई व्यक्ति भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा मान्यता प्राप्त लैब से अपनी कोरोना की नेगेटिव जांच रिपोर्ट लाता है तो उसे क्वारंटाइन से छूट मिल सकती है। हालांकि, इस छूट में यह साफ किया गया है कि यात्री की रिपोर्ट दो दिन से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए। ऐसी स्थिति में उसे फिर से जांच कराकर रिपोर्ट दिखानी होगी।
कई केंद्रीय मंत्रियों ने रविवार को कराई थी जांच
सूत्रों की माने तो सोमवार से घरेलू विमान सेवाओं का संचालन होने को देखते हुए अपने-अपने राज्यों को जाने के लिए रविवार को कई केंद्रीय मंत्रियों ने अपनी-अपनी कोरोना की जांच कराई थी। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री गौड़ा ने भी जांच कराई थी।