कर्नाटक सरकार के मंत्री ने की देखते ही गोली मारने का कानून बनाने की मांग
क्या है खबर?
देश के अलग-अलग हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध हो रहा है। कई जगहों पर इसके विरोध में महीनों से प्रदर्शन हो रहे हैं।
इससे पहले अनुच्छेद 370 हटाने का भी कुछ लोगों ने विरोध किया गया था।
इसी बीच कर्नाटक की भाजपा सरकार में कृषि मंत्री बीसी पाटिल ने देश विरोधी बयान और नारों को रोकने के लिए सरकार से देखते ही गोली मारने का कानून बनाने की मांग की है।
अलग कानून
देश विरोधी बयान देने वालों को देखते ही गोली मारने का बनाया जाए कानून- पाटिल
पाटिल ने ANI से कहा कि उनके विचार में देश विरोधी नारे या पाकिस्तान का समर्थन करने वालों को देखते ही गोली मारने का कानून बनाने की जरूरत है। ये लोग भारत का खाते हैं, पानी पीते हैं और हवा लेते हैं। वह पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हैं तो उन्हें क्या यहां रहने देना चाहिए? चीन में लोग देश के खिलाफ बोलने से डरते हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री से गद्दारों के खिलाफ सख्त काननू लाने की अपील की है।
विवादित घटना
ओवैसी के मंच ये युवती ने लगाया था 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा
गत 20 फरवरी को बेंगलुरू के फ्रीडम पार्क में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (NRC) के विरोध में आयोजित एक कार्यक्रम में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की मौजूदगी में मंच से अमूल्य नाम की युवती ने 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए थे।
बाद में पुलिस ने अमूल्य को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया था। युवती अभी 14 दिन की हिरासत में है।
पिता का बयान
युवती के पिता ने भी बयान को बताया था गलत
युवती द्वारा देश विरोधी नारे लगाने के बाद उसके पिता ने कहा था कि अमूल्य ने जो भी कहा वह गलत है। वह काफी समय से समुदाय विशेष के कुछ लोगों के प्रभाव में थी। उन्होंने उसे ऐसी गतिविधियों से दूर रहने को कहा था।
ओवैसी ने भी कहा था कि वह पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने की घटना की निंदा करते हैं। वह भारत के लिए हैं और किसी भी तरह दुश्मन देश का समर्थन नहीं करते हैं।
वारिस पठान
वारिस पठान ने भी दिया था विवादित बयान
CAA के विरोध में विवादित बयान देने वालों में AIMIM के प्रवक्ता वारिस पठान भी प्रमुख है।
गत 16 फरवरी को गुलबर्गा में आयोजित एक कार्यक्रम में पठान ने कहा था, "हमने ईंट का जवाब पत्थर से देना सीख लिया है। आजादी मांगने से नहीं मिलती है, तो उसको छीन लेंगे। अभी सिर्फ शेरनियां बाहर निकली हैं, सब मिलकर आ गए तो क्या होगा? हम 15 करोड़ 100 करोड़ लोगों पर भारी हैं। यह बात याद रख लेना।"
मामला दर्ज
वारिस पठान के खिलाफ भी दर्ज हुआ मामला
विवादित बयान का विरोध होने पर कलबुर्गी पुलिस ने उनके खिलाफ IPC की धारा 117 और 153 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना) तथा 153A (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के तहत मामला दर्ज किया था।
पुलिस कमिश्नर एमएन नागराज ने कहा है कि मामले में पूछताछ के लिए पठान को 29 फरवरी को पुलिस के सामने प्रस्तुत होने का नोटिस भेजा गया है। इसी तरह पठान के खिलाफ मुंबई में भी मामला दर्ज किया गया है।