मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने दिया मंत्री पद से इस्तीफा, केजरीवाल ने स्वीकार किया
क्या है खबर?
भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार हो चुके दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दोनों के इस्तीफों को स्वीकार कर लिया है।
सिसोदिया शिक्षा समेत 18 विभाग संभाल रहे थे, जबकि जैन स्वास्थ्य मंत्री थे।
सिसोदिया शराब नीति मामले में 4 मार्च तक केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की रिमांड में हैं, वहीं जैन मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पहले से ही जेल में बंद हैं।
जिम्मेदारी
कैलाश गहलोत और राज कुमार आनंद संभालेंगे सिसोदिया के विभाग- रिपोर्ट
ANI के मुताबिक, सिसोदिया और जैन के इस्तीफे के बावजूद दिल्ली सरकार में नए मंत्रियों की नियुक्ति नहीं की जाएगी और सिसोदिया के विभागों को कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत और राज कुमार आनंद के बीच बांटा जा सकता है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) में दूसरे नंबर का कद रखने वाले सिसोदिया के पास शिक्षा, वित्त और पर्यटन समेत 18 विभागों की जिम्मेदारी थी।
सफाई
दोनों मंत्री बेकसूर हैं- AAP सांसद संजय सिंह
AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने जैन और सिसोदिया के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि दोनों मंत्री बेकसूर हैं और उन पर लगे आरोप फर्जी और बेबुनियाद हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली की 2 करोड़ जनता के प्रति प्रतिबद्ध हैं और दिल्ली के काम बाधित न हो, इसलिए इस्तीफे मंजूर किए गए हैं।
सिंह ने कहा कि भाजपा की गंदी राजनीति जनता देख रही है और चुनाव में जवाब देगी।
निशाना
केजरीवाल को शर्म के चलते लेने पड़े सिसोदिया और जैन के इस्तीफे- भाजपा
दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सिसोदिया और जैन के इस्तीफे पर मुख्यमंत्री केजरीवाल पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्वीट किया, 'सत्यमेव जयते! भाजपा का संघर्ष रंग लाया। आज अरविंद केजरीवाल को शर्म के मारे भ्रष्टाचारी मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का इस्तीफा लेना पड़ा। शराब घोटाले के असली सूत्रधार केजरीवाल को भी इस्तीफा देना होगा। अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा का संघर्ष जारी रहेगी।'
सवाल
कांग्रेस बोली- मुख्यमंत्री केजरीवाल कब देंगे अपना इस्तीफा
दिल्ली कांग्रेस ने भी सिसोदिया और जैन के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की है।
पार्टी ने ट्वीट किया, 'शराब घोटाले के आरोपी मनीष सिसोदिया और मनी लांड्रिंग केस में जेल में बंद सत्येंद्र जैन ने आखिरकार मंत्री पद से इस्तीफा दे ही दिया, जिसकी मांग कांग्रेस काफी समय से कर रही थी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इन सब घोटालों के पीछे 'असली मास्टरमाइंड' केजरीवाल अपने पद से इस्तीफा कब देंगे?'
मामला
सत्येंद्र जैन पर क्या आरोप हैं?
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पिछले साल 30 मई को सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया था।
जैन पर अपने परिजनों और रिश्तेदारों के साथ मिलकर 2011-12 में 11.78 करोड़ रुपये और 2015-16 में 4.63 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के लिए चार फर्जी कंपनियां बनाने का आरोप है।
जैन पर आय से अधिक संपत्ति का भी आरोप है और अप्रैल, 2022 में उनसे जुड़ी 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई थी।
आरोप
मनीष सिसोदिया पर क्या आरोप हैं?
सिसोदिया पर नई शराब नीति के तहत कमीशन लेकर शराब की दुकानों का लाइसेंस लेने वालों को अनुचित फायदा पहुंचाने का आरोप है। सिसोदिया पर विदेशी शराब की कीमत में बदलाव करने और बीयर से आयात शुल्क हटाने का आरोप है, जिस कारण विदेशी शराब और बीयर सस्ती हो गईं और राजकोष को नुकसान हुआ।
सिसोदिया पर उपराज्यपाल की मंजूरी लिए बिना कोविड महामारी का हवाला देकर 144.36 करोड़ रुपये की निविदा लाइसेंस फीस माफ करने का आरोप भी है।
राजनीति
क्या है सिसोदिया और जैन के इस्तीफों के पीछे की राजनीति?
जैन और सिसोदिया के भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार होने के बाद भ्रष्टाचार विरोधी छवि का दावा करने वाली AAP पर सवाल उठने शुरू हो गए थे। पार्टी सिसोदिया और जैन के इस्तीफों के जरिए अपनी इस छवि को लेकर जनता के बीच में एक संदेश देना चाहती है।
जैन पिछले साल मई से जेल में बंद होने के बावजूद मंत्री पद पर बने हुए थे, जिसके चलते भाजपा और कांग्रेस लगातार AAP पर निशाना साध रही थीं।