मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी ने विपक्ष को किया एकजुट, जानें किसने क्या कहा
दिल्ली के नई शराब नीति मामले में गिरफ्तार किए गए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को 4 मार्च तक केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की रिमांड में भेजा गया है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) समेत कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता सिसोदिया की गिरफ्तारी पर विरोध जताते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। आइए जानते हैं कि सिसोदिया की गिरफ्तारी पर एकजुट हुईं विपक्षी पार्टियों ने क्या-क्या कहा है।
मोदी सरकार के राजनीतिक प्रतिशोध का साधन बनीं CBI और ED- कांग्रेस
कांग्रेस महासचिव और मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने बिना सिसोदिया का नाम लिए उनकी गिरफ्तारी की आलोचना की। उन्होंने ट्वीट किया, 'कांग्रेस का हमेशा से मानना रहा है कि ED, CBI और आयकर विभाग जैसी संस्थाएं मोदी सरकार के लिए राजनीतिक प्रतिशोध और उत्पीड़न का साधन बन गई हैं। इन संस्थाओं ने अपना पेशेवर रवैया खो दिया है। विपक्षी नेताओं और उनकी प्रतिष्ठा को नष्ट करने के लिए चुनिंदा तरीके से लक्षित किया जा रहा है।'
दिल्ली के बच्चों के भविष्य के खिलाफ है भाजपा- अखिलेश
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले मनीष सिसोदिया जी को गिरफ्तार करके भाजपा ने साबित कर दिया है कि भाजपा शिक्षा ही नहीं, बल्कि दिल्ली के बच्चों के भविष्य के खिलाफ भी है। दिल्ली की जनता इसका जवाब अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को सातों सीटें हराकर देगी।' उन्होंने आगे लिखा, 'सच को भला कब तक गिरफ्तार रखा जा सकता है।'
तेजस्वी बोले- भाजपा के आनुषांगिक संगठन हैं CBI और ED
बिहार के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट किया, 'दिल्ली के शिक्षा मंत्री की गिरफ्तारी आश्चर्यजनक नहीं। CBI और ED जैसी संस्थाएं अब स्वायत्त नहीं, बल्कि भाजपा के आनुषांगिक संगठन हैं। हमारी पार्टी और हम तो शुरू से ही इनके निशाने पर रहे हैं। विपक्ष की सभी पार्टियों को एकजुट होकर इन संस्थाओं के स्वायत्त चरित्र की बहाली का आंदोलन करना चाहिए।'
केंद्र से पूछे जा रहे सवालों से भटकाया जा रहा है ध्यान- CPI (M)
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया, 'मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी निंदनीय है। मोदी सरकार विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने, चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने और लोकतंत्र को नष्ट करने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों को हथियार बना रही है।' CPI (M) ने लिखा कि केंद्र सरकार से पूछे जा रहे सवालों से ध्यान भटकाने के लिए विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।
भाजपा के सच्चे साथी हैं CBI, ED और आयकर विभाग- TMC
तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने भी केंद्र सरकार और भाजपा पर जबरदस्त हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट किया, 'अगर मनीष सिसोदिया अपने लिए भाजपा ब्रांड की वाशिंग मशीन ले आते तो कभी गिरफ्तार नहीं होते। शिवसेना, अकाली दल, जनता दल यूनाइटेड, तेलुगु देशम पार्टी (TDP) समेत अन्य दल भाजपा का साथ छोड़ चुके हैं, लेकिन CBI, ED और आयकर विभाग उसके सच्चे सहयोगी बने हुए हैं। विपक्षी नेताओं को निशाना बनाना मायूस जोड़ी का पसंदीदा काम है।'
अडाणी-मोदी गठजोड़ से ध्यान हटाने के लिए हुई कार्रवाई- के चंद्रशेखर राव
तेलंगाना के मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (BRS) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव ने कहा, 'हम CBI द्वारा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की निंदा करते हैं। यह अडाणी-मोदी गठजोड़ से लोगों का ध्यान हटाने के अलावा और कुछ नहीं है।' वहीं उनके बेटे और पार्टी के वरिष्ठ नेता केटी रामा राव ने पूछा कि पिछले 8 वर्षों में ED, CBI और आयकर विभाग ने भाजपा नेताओं या उनके रिश्तेदारों पर कितनी बार छापे मारे हैं।
सिसोदिया की गिरफ्तारी बेहद निराशाजनक- सोरेन
झारखंड के मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने भी सिसोदिया की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट किया, 'दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी बेहद निराशाजनक है। यह लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई राज्य सरकारों की आवाजों पर हमला करने और उन्हें दबाने का एक और शर्मनाक प्रयास है, जो विशेष रूप से हाशिये के लोगों और उनके मुद्दों के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।'