महाराष्ट्र का सियासी संकट: विधायकों को होटल में रखने पर कितना खर्च हो रहा है?
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद राज्य में राजनीतिक संकट खड़ा हो गया। वर्तमान में वह 49 विधायकों के साथ गुवाहाटी स्थिति एक पांच सितारा होटल में ठहरे हुए हैं और यह होटल महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट का केंद्र बन गया है। हालांकि, उनके इस ऑपरेशन पर पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है। आइये जानते हैं कि बागी विधायकों को गुवाहाटी तक ले जाने में कितना पैसा खर्च हुआ है।
सूरत की होटल में खर्च हुए करीब 40,000 रुपये
बता दें कि शिंदे सोमवार को विधान परिषद चुनाव के परिणाम आने के बाद 10-12 विधायकों के साथ गुजरात के सूरत में स्थिति पांच सितारा होटल ली मेरिडियन में पहुंचे थे। वहां उन्होंने 2,300 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से एक दिन के लिए कुल 15 कमरे बुक किए थे। ऐसे में होटल में ठहरने और खाने-पीने पर करीब 50,000 रुपये का खर्च आया था। अगले दिन उनके समर्थन वाले करीब 25 विधायक और वहां पहुंच गए थे।
सूरत से गुवाहाटी तक के चार्टर्ड विमान पर खर्च हुए 50 लाख रुपये
सूत्रों की माने तो 39 विधायकों के सूरत पहुंचने के बाद शिंदे उन्हें तीन लग्जरी बसों से लेकर हवाई अड्डे पर पहुंच गए। इसके बाद उन्हें वहां से गुवाहाटी ले जाने के लिए एक चार्टर्ड विमान की भी व्यवस्था की गई थी। इसके जरिए सभी बागी विधायक बुधवार को गुवाहाटी पहुंच गए। सूरत से गुवाहाटी तक चार्टर्ड विमान का खर्च करीब 50 लाख रुपये बैठता है। ऐसे में वहां पहुंचने के लिए शिंदे को मोटी राशि खर्च करनी पड़ी है।
गुवाहाटी की पांच सितारा होटल में बुक कराए गए हैं 70 कमरे
सूत्रों के अनुसार, सूरत से गुवाहाटी पहुंचे शिंदे सहित 40 विधायकों के लिए गोटानगर में राष्ट्रीय राजमार्ग 37 पर स्थित पांच सितारा होटल रैडिसन ब्लू में कुल 70 कमरे बुक कराए गए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शिंदे को वहां 70 विधायकों के पहुंचने की उम्मीद है। कहा जा रहा है कि इस पांच सितारा होटल में विधायकों के लिए 56 लाख रुपये की लागत से कुल सात दिन के लिए ये कमरे बुक किए गए हैं।
खाने-पीने सहित अन्य सुविधाओं पर प्रतिदिन खर्च हो रहे आठ लाख रुपये
सूत्रों के अनुसार, होटल में विधायकों के खाने-पीने सहित अन्य सुविधाओं पर प्रतिदिन आठ लाख रुपये खर्च हो रहे हैं। ऐसे में सात दिन में यह खर्च करीब 56 लाख रुपये बैठता है। इस हिसाब से होटल का कुल खर्च 1.12 करोड़ रुपये बैठता है।
एकनाथ शिंदे ने क्यों की बगावत?
बता दें विधान परिषद चुनाव के बाद एकनाथ शिंदे पार्टी के 10-12 विधायकों को साथ पहले गुजरात के सूरत और फिर असम के गुवाहाटी पहुंच गए थे। वह शिवसेना पर भाजपा के साथ पुराना गठबंधन बहाल कर सरकार बनाने की मांग कर रहे हैं। दरअसल, ठाणे में शिवसेना को मजबूत करने वाले शिंदे काफी समय से मुख्यमंत्री ठाकरे और पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत से नाराज हैं। उन्हें लगता है कि पार्टी में उन्हें किनारे किए जा रहा है।
शिंदे ने किया 49 विधायकों के समर्थन का दावा
बता दें कि शिंदे ने गुरुवार को एक फोटो शेयर करते हुए 49 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। इसमें शिवसेना के 42 और सात निर्दलीय विधायक हैं। इसके अलावा शुक्रवार को शिवसेना के 37 विधायकों ने राज्यपाल और विधानसभा के डिप्टी स्पीकर को पत्र लिख एकनाथ शिंदे को अपना नेता बताया है। अगर राज्यपाल और डिप्टी स्पीकर विधायकों की मांग स्वीकार करते हैं तो राज्य में महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार गिरना लगभग तय हो जाएगा।
क्यों अहम है 37 विधायकों का आंकड़ा?
महाराष्ट्र में शिवसेना के कुल 55 विधायक हैं और दल-बदल कानून के प्रावधानों के तहत विधायकी रद्द होने से बचने के लिए शिंदे खेमे को कम से कम दो-तिहाई यानि 37 विधायकों को समर्थन चाहिए। अब जब शिंदे खेमे को इतने विधायकों का समर्थन मिल गया है तो वह चाहें तो एक अलग पार्टी बना सकते हैं या फिर चाहें तो शिवसेना पर ही दावा कर सकते हैं। वह चाहें तो अन्य किसी पार्टी में शामिल भी हो सकते हैं।