महाराष्ट्र: कांग्रेस का गठबंधन तोड़ने का कोई इरादा नहीं, पूरे पांच साल चलेगी सरकार- पृथ्वीराज चव्हाण
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने आज कहा कि कांग्रेस का राज्य की सत्ता पर काबिज महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन को तोड़ने का कोई इरादा नहीं है और पार्टी MVA सरकार को पूरा पांच साल के लिए अपना समर्थन देगी। उनकी तरफ से ये बात ऐसे समय पर कही गई है जब गठबंधन में तनाव की खबरें आ रही हैं और कांग्रेस आने वाली सभी चुनाव अकेले लड़ने की योजना बना रही है।
कांग्रेस के समर्थन वापस लेने का सवाल ही नहीं- चव्हाण
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, "कांग्रेस तीन पार्टियों के गठबंधन को नहीं तोड़ेगी जिसने महा विकास अघाड़ी सरकार बनाई है। हमें पूरा विश्वास है कि महा विकास अघाड़ी सरकार पूरे पांच साल चलेगी।" उन्होंने कहा कि कांग्रेस, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का ये गठबंधन भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए हुआ था और इसलिए कांग्रेस के समर्थन वापस लेने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
चव्हाण बोले- कांग्रेस के अकेले चुनाव लड़ने में कोई बुराई नहीं
कांग्रेस के MVA को कमजोर करने के आरोपों को खारिज करते हुए चव्हाण ने कहा, "यह कहने में कोई बुराई नहीं है कि कांग्रेस सभी चुनाव अकेले लड़ेगी। अगर हम कहते हैं कि हम एक-तिहाई सीटों पर लड़ेंगे तो हमारे पास 288 में से मात्र 80 सीटें होंगी। इससे हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं को अन्य सीटों पर काम करने की जरूरत महसूस नहीं होगी।" बता दें कि महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने अकेले चुनाव लड़ने की बात कही थी।
"पटोले के बयान को गंभीरता से न लें मुख्यमंत्री, अंतिम फैसला सोनिया गांधी का होगा"
चव्हाण ने मुख्यमंत्री से पटोले के बयान को गंभीरता से न लेने की अपील भी की। उन्होंने कहा, "पटोले ने पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने के लिए यह बयान दिया था। उन्हें पार्टी को दोबारा मजबूत करने की जिम्मेदारी दी गई है। उनके बयान को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए। मुख्यमंत्री को इसे गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। गठबंधन का फैसला सोनिया गांधी ने लिया था। अंतिम फैसला उनका ही होगा। इस पर मुंबई में फैसला नहीं लिया जाएगा।"
भाजपा और शिवसेना के साथ आने की अटकलों पर ये बोले चव्हाण
भाजपा और शिवसेना के फिर एक साथ आने की अटकलों को लेकर चव्हाण ने कहा, "भाजपा को अहसास हो गया है कि देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे के बीच अच्छी केमिस्ट्री नहीं है। इसलिए उन्होंने शिवसेना के साथ बातचीत का सीधा चैनल खोला है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि MVA सरकार को तत्काल कोई खतरा है। कम से कम अभी तो नहीं है। ये भी अटकलें हैं कि फडणवीस को केंद्रीय कैबिनेट में जगह दी जा सकती है।"
MVA गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं, तनाव की खबरें
बता दें कि हालिया समय में MVA सरकार में काफी तनाव देखने को मिला है और इस बीच हुई कुछ घटनाओं ने सब कुछ ठीक न होने की अटकलों को तेज किया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिर राज्यपाल से मुलाकात ने इन अटकलों को और तेज किया, वहीं पटोले के बयान ने टकराव को और बढ़ाया। शिवसेना के एक विधायक ने तो ठाकरे को पत्र लिख भाजपा से हाथ मिलाने की सलाह दे डाली।