सुप्रीम कोर्ट पहुंचा महाराष्ट्र का सियासी संकट, बागी विधायकों ने दायर की याचिका
जैसी की आशंका जताई जा रही थी, महाराष्ट्र का सियासी संकट सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। एकनाथ शिंदे गुट के कुछ बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर उनकी सदस्यता रद्द करने की कार्रवाई पर रोक लगाने का अनुरोध किया है। शिवसेना ने डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल को पत्र लिख इन बागी विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की है। जिरवाल आज इस पर फैसला लेंगे, लेकिन इससे पहले ही बागी विधायक सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं।
बागियों ने अपनी याचिका में क्या कहा है?
डिप्टी स्पीकर जिरवाल के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के फैसले को चुनौती देते हुए बागियों ने अपनी याचिका में कहा है कि कोर्ट निर्देश दे कि जब तक जिरवाल को हटाने के मुद्दे पर निर्णय नहीं हो जाता, वह उनकी सदस्यता रद्द करने पर कोई फैसला नहीं लें। उन्होंने अजय चौधरी को शिवसेना विधायक दल का नेता बनाने के निर्णय को भी चुनौती दी है। इसके अलावा अपने परिवारों के लिए सुरक्षा भी मांगी है।
आज ही सुनवाई कर सकता है सुप्रीम कोर्ट, शिवसेना ने रखा अपना पक्ष
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट आज ही बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई कर सकता है। शिवसेना के सुप्रीम कोर्ट वकील देवदत्त कामत ने मामले पर कहा कि राज्य के बाहर पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए विधायकों की सदस्यता रद्द होने के कई उदाहरण मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि केवल दो-तिहाई विधायकों का दावा करने से शिंदे गुट सदस्यता रद्द होने से नहीं बचेगा और इसके लिए उन्हें किसी न किसी पार्टी में विलय करना होगा।
बागी मंत्रियों को पद से हटाने की तैयारी भी कर रही शिवसेना
शिवसेना अन्य मोर्चों पर भी बागियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है। खबर है कि बागियों से मंत्री पद छीने जा सकते हैं। एकनाथ शिंदे, गुलाबराव पाटिल और दादा भूसे से मंत्री पद और अब्दुल सत्तार और शंभुराजे देसाई से राज्य मंत्री का पद वापस लिया जा सकता है। बता दें कि अभी शिंदे गुट में कुल नौ मंत्री हैं जिनमें पांच मंत्री और चार राज्य मंत्री हैं। नौवें मंत्री उदय सामंत कल शिंदे गुटे में शामिल हुए।
महाराष्ट्र में क्या हो रहा है?
शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के गठबंधन की सरकार संकट में है। शिंदे ने शिवसेना के 55 में से 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया है और इस समय भाजपा शासित असम के गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं। उनके साथ नौ मंत्री भी हैं। शिंदे ने शुक्रवार रात को गुजरात के वडोदरा में भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी।
राज्यपाल का केंद्र सरकार से केंद्रीय बलों को तैयार रखने का अनुरोध
इस सियासी संकट के बीच महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला को पत्र लिख उनसे केंद्रीय बलों को तैयार रखने को कहा है। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका को देखते हुए उन्होंने ये मांग की है। इसके अलावा उन्होंने महाराष्ट्र पुलिस प्रमुख रजनीश सेठ और मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे को भी बागी विधायकों और उनके परिजनों और घरों को तुरंत सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया है।