महाराष्ट्र: सियासी संकट के बीच राज्यपाल ने केंद्र से केंद्रीय बलों को तैयार रखने को कहा
राज्य में सियासी संकट के बीच महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला को पत्र लिख उनसे केंद्रीय बलों को तैयार रखने को कहा है। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका को देखते हुए उन्होंने ये मांग की है। महाराष्ट्र पुलिस होने के बावजूद राज्यपाल का केंद्रीय बलों की मांग करना मौजूदा सियासी संकट को और बढ़ा सकता है और इससे एक बड़ा संवैधानिक संकट खड़ा हो सकता है।
पुुलिस को सुरक्षा प्रदान करने को कहा, लेकिन बनी रही मूकदर्शक- राज्यपाल
इंडियन एक्सप्रेस द्वारा देखे गए इस पत्र को राज्यपाल कोश्यारी ने 25 जून को केंद्रीय गृह सचिव को भेजा था। इस पत्र में उन्होंने गृह सचिव से कहा कि उन्होंने पुलिस से विधायकों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने को कहा है, लेकिन इसके बावजूद जब विधायकों के घरों और दफ्तरों में तोड़फोड़ की गई तो पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे। बता दें कि शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने कई बागी विधायकों के कार्यालयों में तोड़फोड़ की है।
नवी मुंबई स्थित अड्डे पर पहुंचे केंद्रीय बल
रिपोर्ट के अनुसार, कुछ केंद्रीय बल नवी मुंबई के तलोजा स्थित अपने अड्डे पर पहुंच गए हैं। भाजपा के एक शीर्ष नेता ने बताया कि जब एकनाथ शिंदे और बाकी बागी विधायक गुवाहाटी से मुंबई वापस आएंगे तो ये केंद्रीय बल उन्हें राजभवन लेकर जाएंगे।
महाराष्ट्र पुलिस प्रमुख को बागी विधायकों को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश
राज्यपाल कोश्यारी ने महाराष्ट्र पुलिस प्रमुख रजनीश सेठ, मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे और महाराष्ट्र के मुख्य सचिव मनु कुमार श्रीवास्तव को भी पत्र लिख बागी विधायकों और उनके परिजनों और घरों को तुरंत सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया है। उनके तरफ से ये निर्देश ऐसे समय पर दिया गया है जब शिवसेना की तरफ से बागी विधायकों को लगातार चेतावनी दी जा रही है कि उन्हें मुंबई में निकलने नहीं दिया जाएगा।
शिंदे गुट की शिकायत के बाद केंद्र ने दी 15 बागी विधायकों को सुरक्षा
गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि महाराष्ट्र सरकार ने कई बागी विधायकों की सुरक्षा हटा दी है और ये सब बदलने की भावना से किया जा रहा है। उनके इस दावे के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 15 बागी विधायकों को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की सुरक्षा प्रदान की है। उन्हें वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। महाराष्ट्र सरकार ने विधायकों की सुरक्षा वापस लेने के आरोपों को खारिज किया है।
महाराष्ट्र में क्या हो रहा है?
शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के गठबंधन की सरकार संकट में है। शिंदे ने शिवसेना के 55 में से 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया है और इस समय भाजपा शासित असम के गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं। उनके साथ नौ मंत्री भी हैं। शिंदे ने शुक्रवार रात को गुजरात के वडोदरा में भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी।