महाराष्ट्र: उप मुख्यमंत्री पद मांग सकती है कांग्रेस, न मिलने पर सरकार छोड़ने का विचार- रिपोर्ट
क्या है खबर?
एक बार फिर से महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी गठबंधन में तनाव की खबरें आ रही हैं और इस बार इसका कारण बना है राज्य विधानसभा अध्यक्ष के पद से कांग्रेस नेता नाना पटोले का इस्तीफा।
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पटोले के इस्तीफे के बाद कांग्रेस राज्य सरकार में उप मुख्यमंत्री का पद मांग सकती है और ऐसा न होने पर गठबंधन की सरकार से बाहर भी निकल सकती है।
मामला
सत्ता बंटवारे में कांग्रेस को मिला था अध्यक्ष पद
2019 विधानसभा चुनाव के बाद हुए सत्ता बंटवारे के समझौते के तहत कांग्रेस को विधानसभा अध्यक्ष का पद दिया गया था और तब से इस पद पर कांग्रेस का ही कब्जा है।
हालांकि गुरूवार को नाना पटोले ने इस पद से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस ने उन्हें अपनी महाराष्ट्र इकाई का अध्यक्ष बना दिया। तभी से गठबंधन में तनाव बना हुआ है और शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) अध्यक्ष पद के लिए फिर से चुनाव के खिलाफ हैं।
रिपोर्ट
उप मुख्यमंत्री का पद मांगने की योजना बना रही कांग्रेस
हालांकि न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट की मानें तो कांग्रेस की कुछ और ही योजना है और वह विधानसभा अध्यक्ष पद से आगे बढ़ उप मुख्यमंत्री का पद मांग सकती है।
कांग्रेस सूत्रों ने अखबार को बताया कि राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के नेताओं से सत्ता में बंटवारे को संतुलित करने को कहा है। उन्होंने कहा, "अगर मांग नहीं मानी जाती तो कांग्रेस गठबंधन की सरकार से बाहर निकल सकती है या फिर इसे बाहर से समर्थन दे सकती है।"
शिकायत
कांग्रेस विधायकों की शिकायत- सरकार में किया जा रहा नजरअंदाज
रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस विधायकों ने पार्टी नेतृत्व से शिकायत की है कि उन्हें सरकार में पर्याप्त महत्व नहीं मिल रहा है।
एक सूत्र ने कहा, "फैसले लेने में शिवसेना और NCP आगे हैं, जबकि कांग्रेस को नजरअंदाज किया जाता है। सेना के पास मुख्यमंत्री है और NCP के पास उप मुख्यमंत्री। कांग्रेस के पास कोई अहम पद नहीं है। हमने ये बात राहुल को बताई और वे उप मुख्यमंत्री के पद को लेकर आश्वस्त हैं।"
आरोप-प्रत्यारोप
कांग्रेस के आरोपों पर अजित पवार बोले- उप मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई बातचीत नहीं
कांग्रेस सूत्र ने कहा कि उप मुख्यमंत्री अजित पवार अधिकारियों की बैठक बुलाते हैं और अहम फैसले लेते हैं। उन्होंने कहा, "अगर यही जारी रहता है तो कांग्रेस शिवसेना या NCP को अपनी जगह दे बैठेगी।"
वहीं पवार ने सफाई देते हुए कहा कि सरकार के गठन के दौरान तीनों पार्टियां एक साथ बैठी थीं और सत्ता बंटवारे का एक समझौता तैयार किया था। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस को उप मुख्यमंत्री पद देने को लेकर कोई बातचीत नहीं है।
पृष्ठभूमि
भाजपा से गठबंधन तोड़ शिवसेना ने बनाई थी कांग्रेस-NCP के साथ सरकार
बता दें कि नवंबर, 2019 में आए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा और शिवसेना के गठबंधन को बहुमत मिला था, हालांकि सत्ता बंटवारे को लेकर शिवसेना ने ये गठबंधन तोड़ दिया और कांग्रेस-NCP के विपक्षी गठबंधन के साथ सरकार बना ली।
इस गठबंधन में शिवसेना की 57, NCP की 54 और कांग्रेस की 44 सीटें हैं। सत्ता बंटवारे के तहत शिवसेना को मुख्यमंत्री, NCP को उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस को विधानसभा अध्यक्ष का पद मिला था।