
नानावटी से आसाराम तक, जेठमलानी ने इन मशहूर मामलों में की पैरवी
क्या है खबर?
वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी का 95 साल की उम्र में रविवार को निधन हो गया।
महज 17 साल की उम्र में कानून की डिग्री पाने वाले जेठमलानी ने अपने लगभग सात दशकों से ज्यादा के करियर में कई विवादित केस लड़े।
इनमें इंदिरा गांधी के हत्यारों की पैरवी करने से रेप केस में फंसे आसाराम के केस आदि शामिल हैं।
आइये, कुछ ऐसे मामलों के बारे में जानते हैं जिनकी पैरवी करने के कारण जेठमलानी अकसर विवादों में रहे।
नानावटी केस
नानावटी केस से मिली पहचान
जेठमलानी को नानावटी केस ने मशहूर बनाया। केएम नानावटी बनाम महाराष्ट्र केस बेहद चर्चित मामला है।
नानावटी नेवी अफसर थे, जिन्होंने अपनी पत्नी के प्रेमी को गोली मार दी थी।
जेठमलानी ने पहले नानावटी को दोषी साबित करवाया और बाद में मृतक की बहन से चिट्ठी लिखवाई कि उन्होंने अपने भाई के कातिल को माफ कर दिया है।
इस केस से मिली शोहरत पर जेठमलानी ने कहा था कि उन्हें उस वक्त इतनी शोहरत की जरूरत नहीं थी।
इंदिरा गांधी हत्याकांड
इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के हत्यारों की पैरवी
जेठमलानी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों का केस भी लड़ा था। इंदिरा के हत्यारों ने जेठमलानी से उनका केस लड़ने की गुजारिश की थी, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
हालांकि, उन्हें इस केस में जीत नहीं मिली और उनकी आलोचना भी हुई।
इंदिरा गांधी के हत्यारों के अलावा उन्होंने राजीव गांधी के हत्यारों का भी केस लड़ा था। राजीव के हत्यारे वी श्रीहरन की पैरवी करते हुए उन्होंने उसकी फांसी की सजा को उम्रकैद में तब्दील कराया।
भ्रष्टाचार के मामले
बड़े नेताओं के भ्रष्टाचार के मामले लड़े
उन्होंने 90 के दशक की शुरुआत में सामने आया हवाला कांड में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का बचाव किया था।
2015 में एक इंटरव्यू में जेठमलानी ने कहा था कि केवल उन्हीं की वजह से आडवाणी वह मुकदमा जीत पाए थे।
जेठमलानी ने बहुचर्चित चारा घोटाले में लालू यादव की तरफ से कोर्ट में दलीलें दी। हालांकि, वह केस जीत नहीं पाए और फिलहाल लालू जेल में अपनी सजा काट रहे हैं।
सोहराबुद्दीन मामला
अमित शाह की भी पैरवी की थी
अपने क्लाइंट को लेकर विवादों में रहने वाले जेठमलानी ने तस्करी के एक मामले में मुंबई के अंडरवर्ल्ड डॉन हाजी मस्तान को बचाने के लिए कोर्ट में पैरवी की थी।
हाजी मस्तान पर 'वन्स अपोन ए टाइम इन मुंबई' फिल्म भी बन चुकी है।
इसके अलावा जेठमलानी ने सोहाराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में तत्कालीन गृहमंत्री और मौजूदा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बचाव किया था। यह एनकाउंटर साल 2006 में हुआ था।
चर्चित मामले
अफजल गुरु और आसाराम का मामला
जेठमलानी ने 2001 में संसद पर हमला करने के दोषी अफजल गुरु की मौत की सजा को कम करवाने के लिए केस लड़ा था।
उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि अफजल गुरु का ट्रायल सही तरीके से नहीं हुआ है।
इसके अलावा जेठमलानी ने खुद को संत कहने वाले आसाराम का भी केस लड़ा था। उन्होंने आसाराम को जमानत दिलाने के लिए तमाम तरह की दलीलें दी, लेकिन वो कामयाब नहीं हो सके। आसाराम आज भी जेल में बंद है।