कर्नाटक: आज सरकार बनाने का दावा कर सकती है भाजपा, येदियुरप्पा बन सकते हैं मुख्यमंत्री
भारतीय जनता पार्टी आज कर्नाटक में सरकार बनाने का दावा कर सकती है। कल हुए बहुमत परीक्षण में कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन की सरकार गिर गई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने राज्यपाल वजूभाई वाला को अपना इस्तीफा सौंपा था, जिन्होंने नई सरकार बनने तक उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है। अब सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर भाजपा राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है।
गठबंधन को मिले थे मात्र 99 वोट
कल हुए बहुमत परीक्षण में कांग्रेस-JD(S) गठबंधन सरकार बहुमत साबित करने में नाकाम रही थी। गठबंधन के समर्थन में 99 विधायकों ने वोट डाला था, जबकि उसके विरोध में 105 वोट पड़े थे। इस दौरान गठबंधन के 20 विधायक विधानसभा से अनुपस्थित रहे थे।
मोदी और शाह से विचार विमर्श के बाद होगा फैसला
224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में 105 विधायकों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। मंगलवार को कांग्रेस-JD(S) गठबंधन की सरकार गिरने के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने कहा था, "मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से विचार विमर्श करूंगा, उसके बाद राज्यपाल बनूंगा।" भाजपा की सरकार बनने पर येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बन सकते हैं। वहीं, वरिष्ठ भाजपा नेता आर अशोक ने कहा कि पार्टी बुधवार को सरकार बनाने का दावा करेगी।
येदियुरप्पा ने किया किसानों को तरजीह देने का वादा
मीडिया से बात करते हुए येदियुरप्पा ने कहा था, "ये लोकतंत्र की जीत है। लोग कुमारस्वामी सरकार से परेशान थे। मैं कर्नाटक के लोगों को भरोसा देना चाहता हूं कि अब विकास का एक नया दौर शुरू होगा।" किसानों को आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा था, "हमारे किसान सूखे और अन्य वजहों से समस्याओं से जूझ रहे हैं। हम आश्वासन देना चाहते हैं कि आने वाले दिनों में हम किसानों को ज्यादा महत्व देंगे, ताकि वह खुशी से रह सकें।"
भाजपा की सरकार बनने में बचा है अभी एक रोड़ा
भाजपा के कर्नाटक में सरकार बना पाने में अभी भी एक रोड़ा है। विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने अभी तक कांग्रेस-JD(S) के 16 बागी विधायकों का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है, यानि अभी के गणित के हिसाब से भाजपा के पास विधानसभा में बहुमत नहीं है। अगर स्पीकर इन विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लेते हैं या उनकी सदस्यता रद्द हो जाती है, तभी भाजपा 105 विधायकों के साथ सरकार बना पाएगी।
स्पीकर के भविष्य पर भी संदेह के बादल
इस बीच स्पीकर कुमार के भविष्य पर भी संदेह बना हुआ है। अगर वह अगले कुछ दिन में इस्तीफा नहीं देते हैं तो भाजपा को उनकी अध्यक्षता में ही बहुमत साबित करना होगा। अगर वह अपनी मर्जी से पद नहीं छोड़ते और भाजपा उन्हें पद से हटाना चाहती है तो उसे विधानसभा में बहुमत के साथ प्रस्ताव पास कराना होगा। इस प्रस्ताव से पहले 14 दिन का नोटिस दिया जाता है।
चौथी बार मुख्यमंत्री बन सकते हैं येदियुरप्पा
अगर येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बनते हैं तो यह चौथी बार होगा जब वह राज्य की कमान संभालेंगे। वह 2007, 2008 और 2018 में भी मुख्यमंत्री रह चुके हैं, लेकिन एक भी बार उनकी सरकार पूरे 5 साल नहीं चली। 2018 में तो उनकी सरकार मात्र 3 दिन चली थी और वह विधानसभा में बहुमत साबित करने में नाकामयाब रहे थे। इसी के बाद कांग्रेस और JD(S) ने गठबंधन करके सरकार बनाई थी और कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने थे।