NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    जम्मू-कश्मीर
    क्राइम समाचार
    कोरोना वायरस
    कोरोना वायरस वैक्सीन
    लखीमपुर रेप-हत्याकांड
    हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH)
    भू-धंसाव
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / देश की खबरें / #NewsBytesExclusive: लोकतंत्र, EVM और चुनावों पर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी से खास बातचीत
    देश

    #NewsBytesExclusive: लोकतंत्र, EVM और चुनावों पर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी से खास बातचीत

    #NewsBytesExclusive: लोकतंत्र, EVM और चुनावों पर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी से खास बातचीत
    लेखन प्रमोद कुमार
    Mar 06, 2019, 11:41 am 1 मिनट में पढ़ें
    #NewsBytesExclusive: लोकतंत्र, EVM और चुनावों पर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी से खास बातचीत

    लोकसभा चुनाव अब कुछ ही दिन दूर है। दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र अपनी 17वीं लोकसभा चुनने के लिए मतदान करेगा। देश में चल रही लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच हमने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉक्टर एसवाई कुरैशी से खास बातचीत की। हाल ही में उनकी किताब 'द ग्रेट मार्च ऑफ डेमोक्रेसी: सेवन डेकेड ऑफ इंडियाज इलेक्शन' आई है। न्यूजबाइट्स के साथ इंटरव्यू में उन्होंने चुनाव, लोकतंत्र और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) से जुड़े सवालों के जवाब दिये।

    कैसा है भारत का लोकतंत्र

    जब उनसे पूछा गया कि क्या वे भारत को एक 'मजबूत लोकतंत्र' मानते हैं तो उन्होंने कहा कि विविधताओं से भरे भारत का लोकतंत्र समय के साथ मजूबत हुआ है। ब्रिटिश राज के खात्मे के बाद अधिकतर दुनिया अधिकनायकवाद की चपेट में आ गई, वहीं भारत मजबूती से खड़ा रहा और पहले से मजबूत होता गया। उन्होंने कहा, "चुनावी तौर पर हम परिपक्व हो गए हैं, लेकिन शासन और सामाजिक भेदभाव के मामले में हमें लंबी दूरी तय करनी है।"

    हमारे लोकतंत्र में कई खामियां- कुरैशी

    कुरैशी ने कहा, "दुनिया का सबसे सफल लोकतंत्र बनने के लिए हमें अभी बहुत काम करने हैं।" उन्होंने कहा, "अभी हमारे सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं; असमानता, सांप्रदायिकता, भ्रष्टाचार और जातिवाद इनमें सबसे प्रमुख हैं।" कुरैशी ने कहा, "इस बात में कोई संदेह नहीं कि भारत एक चुनावी अजूबा (Electoral Wonder) है, लेकिन हमारे देश को एक दोषपूर्ण लोकतंत्र के रूप में जाना जाता रहा है।"

    EVM को बताया 'वंडर मशीन'

    भारत में चुनावों में हार के बाद सियासी पार्टियां EVM को दोष देती है। जब हमने कुरैशी से पूछा कि क्या EVM को हैक किया जा सकता है तो उन्होंने कहा, "मेरा जवाब है बिल्कुल नहीं। EVM हमारे लोकतंत्र की 'वंडर मशीन' हैं। कोई भी पार्टी जब विपक्ष में होती है तो वे EVM को दोष देती है। फिर इन्हीं मशीन के सहारे चुनाव जीतकर सत्ता में आ जाती हैं। यह सब उनकी राजनीतिक चाल है।"

    EVM पर संदेह के बीच चुनाव आयोग की भूमिका

    पिछले कुछ समय में EVM में छेड़छाड़ के कई मामले सामने आये हैं। इससे लोगों के मन में चुनाव के निष्पक्ष होने पर संदेह होता है। चुनाव आयोग को ऐसे समय में क्या करना चाहिए? इसके जवाब में कुरैशी ने कहा, "चुनाव आयोग के लिए मतदाताओं का भरोसा जीतना सबसे जरूरी काम है। उन्हें (चुनाव आयोग) को सामने आकर खुलकर बताना होगा कि EVM के साथ छेड़छाड़ किसी भी सूरत में मुमकिन नहीं है।"

    पूरे देश में एक साथ चुनाव पर विचार

    पूरे देश में एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराने के सवाल पर कुरैशी ने कहा कि अभी यह अवास्तविक लग रहा है। उन्होंने कहा, "सुनने में यह विचार बेहद आकर्षक लगता है, लेकिन हर राज्य की अपनी अलग राजनीति है। अगर चुनाव के बाद कुछ विधायक दूसरी पार्टी में चले जाएं तो क्या होगा? वहीं अगर लोकसभा को समय से पहले भंग कर दिया जाए तो ऐसी स्थिति में क्या होगा?"

    क्या होने चाहिए सबसे जरूरी सुधार

    डॉक्टर कुरैशी ने भारतीय चुनावी प्रणाली में सबसे जरूरी सुधार पर भी बात की। उन्होंने कहा, "पैसे का दुरुपयोग रोकने के लिए राज्य द्वारा सियासी पार्टियों की फंडिंग करना और दागी नेताओं को राजनीति में आने से रोकना, ये दो सबसे जरूरी सुधार होने चाहिए।" उन्होंने कहा, "यह सही समय है सियासी पार्टियों को मिलने वाली कॉर्पोरेट फंडिंग पर रोक लगे और सभी पार्टियों के लिए कॉमन पूल फंडिंग सिस्टम लागू होना चाहिए।"

    चुनावी बॉन्ड का विरोध

    हमने उनसे पूछा कि क्या चुनावी बॉन्ड ने राजनीतिक फंडिंग को पहले से ज्यादा पारदर्शी बनाया है? इस पर उन्होंने कहा, "मैं राजनीतिक दलों को चंदा देने के लिए चुनावी बांड की प्रक्रिया के खिलाफ हूं। क्या यह हैरानी की बात नहीं है कि जिस कदम को 'सुधार' बताया जा रहा है उसके समर्थन में बहुत लोग नहीं है।" चुनाव आयोग और दो पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्तों ने इसे लेकर सार्वजनिक तौर पर अपनी चिंताएं व्यक्त की है।

    फेक न्यूज और झूठी सूचनाएं

    सोशल मीडिया पर फैल रही फेक न्यूज, भड़काऊ बयानबाजी और झूठी सूचनाओं पर उन्होंने कहा कि भारत में दुनियाभर में सबसे ज्यादा फेक न्यूज है। उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग ने फेसबुक के साथ काम किया है। व्हाट्सऐप पर फॉरवर्ड मैसेज की संख्या सीमित करना और मैसेज का सोर्स पता लगाने जैसे कई कदम उठाए गए हैं, लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि अभी भी बहुत काम किया जाना बाकी है।"

    फेक न्यूज रोकने के लिए क्या करना चाहिए?

    कुरैशी ने कहा, "शुरुआत के लिए जो नियम न्यूज मीडिया के लागू हैं, उन्हें सोशल मीडिया पर भी लागू करना चाहिए। न्यू मीडिया के लिए यह जरूरी है। दूसरा, सोशल मीडिया के बदलती जरूरतों के हिसाब से IT कानून को नया रूप देना होगा।"

    कार्यकाल के दौरान आई चुनौतियां

    हमने उनसे पूछा कि आपको अपने कार्यकाल के दौरान किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इसके जवाव में उन्होंने कहा, "मैं दो चुनौतियों की बात करुंगा। पहला मतदाताओं की उदासीनता और दूसरा पैसे का प्रयोग (Money Power)। मैंने इन दोनों से निपटने के लिए दो अलग डिविजन बनाई थी।" उन्होंने कहा, "मतदान में भाग लेने के लिए लोगों को शिक्षित करना क्रांतिकारी कदम हो सकता है। वहीं पैसे का अंधाधुध इस्तेमाल लगातार बड़ी समस्या बनी हुई है।"

    आपके लिए डॉक्टर कुरैशी का संदेश

    डॉक्टर कुरैशी ने न्यूजबाइट्स के पाठकों को संदेश देते हुए कहा, "भारत युवाओं का देश है। उन्हें राजनीतिक तौर पर जागरूक होना होगा। उन्हें चुनावों में सक्रियता से भाग लेना चाहिए और बिना किसी लालच में आए मतदान करना चाहिए। शिकायत छोड़िये, मतदान कीजिए।"

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    ताज़ा खबरें
    चुनाव
    लोकसभा चुनाव

    ताज़ा खबरें

    दिल्ली शराब नीति घोटाला: भाजपा का मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रदर्शन, मांगा इस्तीफा दिल्ली
    ऑस्ट्रेलिया का माइंड गेम: ग्रेग चैपल ने भारतीय टीम को बताया कमजोर, कहा- हराना है आसान भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट
    बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी: ऑस्ट्रेलिया को झटका, पहले टेस्ट में गेंदबाजी नहीं कर सकेंगे कैमरून ग्रीन  कैमरून ग्रीन
    ट्विटर क्रिएटर्स को देगी विज्ञापन से होने वाली कमाई का हिस्सा, एलन मस्क ने किया ऐलान   ट्विटर

    चुनाव

    आगामी चुनावों में रिमोट EVM के इस्तेमाल का कोई प्रस्ताव नहीं- कानून मंत्री किरेन रिजिजू संसद
    अमेरिकाः हाउस स्पीकर के चुनाव में ट्रंप को मिला 1 वोट, सदन ने उड़ाई हंसी अमेरिका
    साल 2023 में किन राज्यों में होने वाले चुनाव 2024 लोकसभा चुनाव का माहौल तय करेंगे? लोकसभा चुनाव
    गुजरात: इस गांव में राजनीतिक पार्टियों के प्रवेश पर प्रतिबंध, वोट न डालने पर जुर्माना गुजरात

    लोकसभा चुनाव

    न्यूजीलैंड: नए प्रधानमंत्री की तलाश शुरू, जेसिंडा अर्डर्न के उत्तराधिकारी की रेस में ये नाम आगे न्यूजीलैंड
    न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न का इस्तीफे का ऐलान, कहा- अब ऊर्जा नहीं बची न्यूजीलैंड
    रिमोट वोटिंग और इससे संबंधित RVM क्या है, जिसका कई पार्टियों ने किया विरोध? चुनाव आयोग
    भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- लोकसभा चुनाव के लिए हर मतदाता तक पहुंचें भाजपा समाचार

    देश की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    India Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023