लोकसभा चुनाव: नितिन गडकरी, कमलनाथ; पहले चरण में इन सीटों और उम्मीदवारों पर सबकी नजरें
क्या है खबर?
देश में आज लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हो रहा है। 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं।
लाखों मतदाता 1,625 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। आज 8 केंद्रीय मंत्रियों, पूर्व मुख्यमंत्रियों, दिग्गज नेताओं के बेटों समेत कई पार्टियों के बड़े नेताओं का सियासी भविष्य निर्धारित हो जाएगा।
आइए जानते हैं पहले चरण में किन सीटों पर सभी की नजरें हैं।
बीकानेर
बीकानेर
कभी कांग्रेस का गढ़ रही राजस्थान की बीकानेर सीट 2004 से भाजपा के कब्जे में है। यहां से भाजपा के मौजूदा सांसद और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का सामना कांग्रेस के 4 बार के विधायक और पूर्व राज्यमंत्री गोविंद राम मेघवाल से है।
इस संसदीय क्षेत्र की 8 में से 6 विधानसभा सीटों पर भाजपा के विधायक हैं। बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने यहां से खेत राम मेघवाल को टिकट दिया, जिसके बाद मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
छिंदवाड़ा
छिंदवाड़ा
मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ है। ये सीट पिछले 44 सालों से कमलनाथ या उनके परिवार के कब्जे में रही है।
पिछले लोकसभा चुनावों में भाजपा ने केवल छिंदवाड़ा को छोड़कर मध्य प्रदेश की सभी सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार भाजपा ने यहां से विवेक बंटी साहू को नकुल नाथ के खिलाफ उतारा है। भाजपा ने इस सीट को जीतने में पूरी ताकत लगा दी है।
चेन्नई मध्य
चेन्नई मध्य
पहले चरण में तमिलनाडु की सभी 39 सीटों पर मतदान हो रहा है। चेन्नई मध्य को द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) का गढ़ माना जाता है और इस बार यहां से दयानिधि मारन मैदान में हैं। यहां DMK और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा ने उनके सामने प्रदेश सचिव विनोज पी सेल्वम को उतारा है। पिछले चुनावों में मारन ने यहां से 3 लाख से भी ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी।
डिब्रूगढ़
डिब्रूगढ़
असम के डिब्रूगढ़ में भी हाई प्रोफाइल मुकाबला है। यहां भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को उतारा है। असम जातीय परिषद के लुरिनज्योति गोगोई उन्हें चुनौती दे रहे हैं।
पिछले 2 चुनावों में यहां से भाजपा के रामेश्वर तेली जीते हैं, लेकिन इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट दिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार मनोज धनोवर ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।
जोरहाट
जोरहाट
असम की जोरहाट सीट पर भी सबकी नजरें हैं। कभी कांग्रेस का गढ़ रही इस सीट को 3 बार के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई भाजपा से छीनने की कोशिश कर रहे हैं।
यहां से भाजपा ने मौजूदा सांसद तोपोन कुमार गोगोई पर फिर भरोसा जताया है। इस सीट पर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है, क्योंकि जब वे कांग्रेस में थे, तबसे ही उनकी तरुण गोगोई से अदावत चल रही है।
नागौर
नागौर
नागौर से मैदान में उतरे दोनों प्रमुख उम्मीदवारों ने बीते सालों में पार्टी बदल ली है। 2009 में कांग्रेस से सांसद बनीं ज्योति मिर्धा अब भाजपा में हैं।
दूसरी ओर, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के हनुमान बेनीवाल ने 2019 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की मदद से जीत दर्ज की, लेकिन अब वे INDIA गठबंधन के साथ हैं। यहां जाट मतदाता बड़ी अहम भूमिका निभाएंगे। इस संसदीय क्षेत्र की 8 में से 4 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है।
नागपुर
नागपुर
महाराष्ट्र की नागपुर सीट पर केंद्रीय परिवहन मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता नितिन गडकरी मैदान में हैं। कांग्रेस ने यहां से विधायक विकास ठाकरे को मैदान में उतारा है।
ये सीट कांग्रेस का गढ़ रही है और भाजपा ने यहां पहली बार 1996 में जीत दर्ज की थी। गडकरी यहां से तीसरी बार किस्मत आजमा रहे हैं। 2019 में उन्होंने कांग्रेस के नाना पटोले को 2 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था।