नितिन गकरी बोले- 6 महीनों में टोल प्लाजा की जगह लगेगा GPS आधारित नया सिस्टम
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि सरकार अगले 6 महीने में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) आधारित टोल कलेक्शन की नई तकनीक पेश करने जा रही है। उन्होंने कहा कि इस कदम को उठाने के पीछे सरकार का उद्देश्य ट्रैफिक दबाव को कम करना है। इसके साथ ही इस नए सिस्टम के हिसाब से वाहन चालकों ने जितनी दूरी तय की है, उसी हिसाब से टोल देना होगा।
फास्टैग शुरू होने के बाद घटा वेटिंग टाइम- गडकरी
गडकरी ने कहा है कि टोल संग्रह को अधिक प्रभावी बनाने के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय टोल संग्रह को अधिक प्रभावी बनाने के लिए पहले से ही ऑटोमेटिक नंबर प्लेट पहचान प्रणाली की एक पायलट परियोजना चला रहा है। उन्होंने बताया कि 2018-19 के दौरान टोल प्लाजा पर वाहनों के लिए औसत वेटिंग टाइम 8 मिनट था। इसके बाद 2020-21 और 2021-22 के दौरान फास्टैग की शुरुआत के साथ वेटिंग टाइम घटकर 47 सेकंड रह गया है।
वाहनों को बिना रोके कटेगा टोल
ऑटोमैटिक नंबर प्लेट पहचान प्रणाली में वाहनों को रोके बिना ऑटोमैटिक टोल कलेक्शन होगा। यह ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर कैमरा के जरिए टैक्स कलेक्शन का काम करेगी। GPS सिस्टम से यह पता चल पाएगा कि वाहन ने उस हाइवे पर कितनी दूरी तय की है, उसी के हिसाब से उसका टोल कटेगा। इससे वाहन चालकों को टोल में फायदा होने के साथ समय भी बचेगा। कुल मिलाकर सरकार का प्रयास लोगों को राहत देना है।