कितने सही, कितने गलत साबित हुए थे पिछले दो दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल्स?
क्या है खबर?
दिल्ली विधानसभा चुनाव की सभी 70 सीटों पर वोटिंग संपन्न हो चुकी है और अब सभी को 11 फरवरी को आने वाले नतीजों का इंतजार है।
इस बीच एग्जिट पोल्स ने दिल्ली का मूड क्या है, इसका संकेत दे दिया है। ज्यादातर में आम आदमी पार्टी (AAP) को 50 से अधिक सीटें दी गईं हैं। हालांकि भाजपा ने इन्हें खारिज किया है।
आइए जानते हैं कि पिछले दो दिल्ली विधानसभा चुनाव में एग्जिट पोल्स कितने सही साबित हुए थे।
2013 विधानसभा चुनाव
कैसे थे 2013 विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल्स?
AAP के गठन के बाद दिल्ली में पहली बार 2013 में विधानसभा चुनाव हुए थे।
इसके एग्जिट पोल्स में भाजपा को बहुमत और खंडित जनादेश की बात कही गई थी। कांग्रेस के दूसरे नंबर पर रहने की संभावना जताई गई थी।
वहीं ज्यादातर एग्जिट पोल्स ने AAP की सीटें बेहद कम बताई थीं। इंडिया टुडे-ORG एग्जिट पोल में तो AAP को 10 से भी कम सीटें दी गईं थीं।
न्यूज 24-चाणक्य ने AAP को सबसे अधिक 31 सीटें दी थीं।
असली नतीजे
भाजपा के बारे में सही, AAP के बारे में गलत साबित हुए ज्यादातर एग्जिट पोल्स
जब चुनाव के नतीजे आए तो खंडित जनादेश और भाजपा को बहुमत मिलने के बारे में ज्यादातर एग्जिट पोल्स सही साबित हुए। भाजपा की सबसे अधिक 32 सीटें आईं।
हालांकि कांग्रेस और AAP के प्रदर्शन के बारे में ये गलत साबित हुए।
AAP के बारे में केवल न्यूज 24-चाणक्य का एग्जिट पोल सभी साबित हुआ और उसकी 28 सीटें आईं।
सभी एग्जिट पोल्स के अनुमान के विपरीत कांग्रेस मात्र आठ सीटों पर सिमट कर रह गई।
2015 विधानसभा चुनाव
2015 विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल्स में क्या अनुमान लगाया गया?
2015 दिल्ली विधानसभा चुनाव की बात करें तो सभी सात एग्जिट पोल्स में AAP को बहुमत मिलने की बात कही गई।
ज्यादातर एग्जिट पोल्स में AAP को 35-45 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया, वहीं इंडिया न्यूज-एक्सिस के एग्जिट पोल ने AAP को सबसे अधिक 53 सीटें दीं।
सभी एग्जिट पोल्स में भाजपा की सीटों की संख्या दोहरे अंक में रहने की बात कही गई। इंडिया टीवी-सी वोटर के एग्जिट पोल ने भाजपा को सबसे अधिक 33 सीटें दीं।
असली नतीजे
AAP की सीटों की संख्या के बारे में गलत साबित हुए सभी एग्जिट पोल्स
लेकिन जब नतीजे आए तो AAP की सीटों की संख्या को लेकर ये सभी एग्जिट पोल्स गलत साबित हुए और AAP की लहर का ठीक-ठीक अंदाजा नहीं लगा पाए।
AAP ने 67 सीटों पर जीत दर्ज की जो अधिकतम 53 सीटों के इंडिया न्यूज-एक्सिस के एग्जिट पोल के अनुमान से भी कहीं अधिक था।
वहीं भाजपा की मात्र तीन सीटें आईं।
इसके अलावा कांग्रेस को 2-5 सीट मिलने के एग्जिट पोल्स के अनुमान के विपरीत उसका खाता भी नहीं खुला।
विश्लेषण
दोनों बार एग्जिट पोल्स से अधिक रहीं AAP की सीटें
इन दोनों विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल्स के विश्लेषण से एक समान चीज बाहर निकल कर आती है।
दोनों ही बार एग्जिट पोल्स ने AAP के प्रभाव को कम करके आंका और उसकी सीटों की संख्या एग्जिट पोल्स के मुकाबले बेहद अधिक रही।
इसका एक अहम कारण एग्जिट पोल्स करने का तरीका रहा। दरअसल, किसी भी गलती से बचने के लिए ज्यादातर एग्जिट पोल्स में जीतने वाली पार्टी के प्रभाव को कम करके आंका जाता है।
2020 विधानसभा चुनाव
...तो क्या इस बार भी 2015 के प्रदर्शन को दोहराएगी AAP?
अगर इस विश्लेषण के हिसाब से जाएं तो AAP इस बार फिर से 2015 वाला अपना प्रदर्शन दोहरा सकती है।
टाइम्स नाउ-इप्सोस के एग्जिट पोल में AAP को सबसे कम 47 सीटें और इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में AAP को सबसे अधिक 59-68 सीटें दी गईं हैं।
हालांकि भाजपा ने इन एग्जिट पोल्स को खारिज किया है और दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी ने 48 सीटों के साथ भाजपा की सरकार बनने की बात कही है।