भाजपा नेता ने पार्टी कार्यालय में पत्नी को जड़ा थप्पड़, देखें वायरल वीडियो
दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के एक नेता के पार्टी कार्यालय में अपनी पत्नी को थप्पड़ मारने का मामला सामने आया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें भाजपा के महरौली जिलाध्यक्ष आजाद सिंह को अपनी पत्नी पर हाथ उठाते हुए देखा जा सकता है। मामले में कार्रवाई करते हुए दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी ने आजाद को जिलाध्यक्ष के पद से हटा दिया है और जांच के आदेश दिए हैं।
प्रकाश जावड़ेकर ने बुलाई थी बैठक
दरअसल, गुरुवार को केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी को लेकर भाजपा के पंत मार्ग स्थित कार्यालय में बैठक बुलाई थी। जावड़ेकर को विधासनभा चुनाव के लिए दिल्ली का प्रभारी बनाया गया है।
काफी समय से चल रहा था पति-पत्नी का झगड़ा
बैठक के ठीक बाद महरौली जिलाध्यक्ष आजाद पार्टी कार्यालय में ही अपनी पत्नी सरिता चौधरी से झगड़ने लगे और उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। सरिता खुद दक्षिण दिल्ली से मेयर रह चुकी हैं। बताया जा रहा है कि दोनों का पिछले काफी समय से झगड़ा चल रहा है। एक पार्टी नेता ने कहा कि पति-पत्नी में काफी समय से कलह थी, लेकिन इस बात की उम्मीद नहीं थी कि आजाद पार्टी कार्यालय में ऐसा कुछ कर बैठेंगे।
देखें घटना का वीडियो
आजाद ने दायर किया पत्नी से तलाक का मामला
घटना पर सफाई देते हुए आजाद ने कहा, "उसने पहले मुझे गाली दी और मुझ पर हमला किया। इसके बाद आत्मरक्षा में मैंने उसे धक्का मारा।" खबरों के अनुसार, आजाद ने पत्नी से तलाक के लिए मामला दायर किया है। मामले में सरिता की अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। वहीं, एक पार्टी नेता ने बताया कि जिस समय ये घटना हुई उस समय जावड़ेकर पार्टी कार्यालय में ही थे।
मनोज तिवारी बोले, महिला सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं
घटना सामने आने के बाद दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी ने आजाद को महरौली जिलाध्यक्ष के पद से हटा दिया है और मामले में जांच के आदेश दिए हैं। समाचार एजेंसी ANI से उन्होंने कहा, "एक महिला के सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं हो सकता। हमने एक जांच समिति बनाई है और आजाद को जिलाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया है।" वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि उन्हें मामले में अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है।
अगले साल की शुरूआत में होने हैं दिल्ली में विधानसभा चुनाव
बता दें कि दिल्ली में अगले साल की शुरूआत में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिनमें मुख्य मुकाबला भाजपा और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच होगा। लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सात सीटों पर कब्जा करने वाली भाजपा को चुनाव में जीत की उम्मीद है। वहीं AAP अपने किले को बचाए रखना चाहेगी। बता दें कि 2015 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में AAP को 67 और भाजपा को 3 सीटें मिलीं थीं।