दिल्ली में NRC: केजरीवाल के बयान पर बोले मनोज तिवारी, मानसिक संतुलन खो चुके हैं मुख्यमंत्री
भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली अध्यक्ष मनोज तिवारी की दिल्ली में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) लागू करने की मांग पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि अगर दिल्ली में NRC लागू हुआ तो सबसे पहले मनोज तिवारी को दिल्ली छोड़नी पड़ेगी। केजरीवाल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए तिवारी ने इसे शर्मनाक बताया है और कहा कि केजरीवाल दिल्ली से दूसरे राज्यों के लोगों को भगाना चाहते हैं।
क्या कहा केजरीवाल ने?
बुधवार को केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी जिससे निकलते वक्त उनसे NRC पर सवाल पूछा गया। एक पत्रकार ने उनसे मनोज तिवारी के उस बयान पर प्रतिक्रिया मांगी जिसमें उन्होंने कहा था कि दिल्ली में एक पत्रकार पर हमले के लिए घुसपैठिये जिम्मेदार हैं और यहां NRC लागू होना चाहिए। इसके जवाब में केजरीवाल ने कहा, "अगर NRC दिल्ली में लागू हो गया तो सबसे पहले मनोज तिवारी को दिल्ली छोड़नी पड़ेगी।"
सुनें केजरीवाल ने क्या कहा
मनोज की प्रतिक्रिया, प्रवासियों को भगाना चाहते हैं केजरीवाल
मनोज तिवारी ने केजरीवाल के इस बयान पर अपने एक ट्विटर लाइव में जवाब दिया। उन्होंने कहा, "मैं इसका मतलब समझने की कोशिश कर रहा हूं। जो भी प्रवासी आए हैं दिल्ली में उनको केजरीवाल जी भगाना चाहते हैं। प्रवासी का मतलब जो कोई भी राज्य में बाहर से आकर रहा हो। उत्तरांचल का हो, पूर्वांचल का हो, हिमाचल का हो, मध्य प्रदेश, बंगाल, हरियाणा, पंजाब कहीं से आया हो... तो उसे केजरीवाल हटा देंगे अगर NRC लागू हुआ तो।"
मनोज तिवारी ने उठाए केजरीवाल की समझ पर सवाल
केजरीवाल की समझ पर सवाल उठाते हुए मनोज तिवारी ने कहा, "केजरीवाल को IRS अफसर रहने के बावजूद ये नहीं मालूम कि NRC क्या होती है और वह अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। केजरीवाल कहां से हैं। वह खुद भी तो हरियाणा से हैं।"
मनोज तिवारी बोले, केजरीवाल की सोच राष्ट्र एकता की विरोधी
NRC पर स्थिति साफ करते हुए मनोज तिवारी ने कहा, "जो देश का वासी है उसे कौन माई का लाल हिला सकता है। कहीं भी किसी भी प्रदेश में यहां तक कि जम्मू-कश्मीर में भी रहिए।" केजरीवाल पर जोरदार हमला करते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल की ये सोच राष्ट्र एकता की विरोधी है, राष्ट्र की अखंडता की विरोधी है और इसी में भारत तेरे टुकड़े होंगे का भाव छिपा हुआ है।
मनोज तिवारी लगातार कर रहे हैं दिल्ली में NRC लागू करने की मांग
असम में NRC लागू होने के बाद से मनोज तिवारी दिल्ली में NRC लागू करने की मांग कर रहे हैं। NRC में देश के नागरिकों का ब्यौरा होता है और इसके जरिए गैरकानूनी तरीके से देश में रह रहे विदेशियों की पहचान की जाती है। गृह मंत्री अमित शाह भी पूरे देश में NRC लागू करने की बात कह चुके हैं। हालांकि, ये एक बेहद विवादित मुद्दा है और असम में इसकी प्रक्रिया पर बेहद गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
दिल्ली में अगले साल की शुरूआत में होंगे विधानसभा चुनाव
केजरीवाल और मनोज तिवारी के बीच इस तीखी बयानबाजी का एक कारण अगले साल की शुरूआत में होने जा रहे दिल्ली विधानसभा चुनाव भी हैं। चुनाव में मुख्य टक्कर केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) और भाजपा में हैं। भाजपा को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के दम पर वह ये चुनाव जीत सकती है। लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सातों सीटों पर जीत से उसके हौंसले और बुलंद हुए हैं।