टिकट न मिलने से नाराज भाजपा सांसद उदित राज कांग्रेस में हुए शामिल
क्या है खबर?
दिल्ली से लोकसभा सीट न मिलने से नाराज चल रहे भारतीय जनता पार्टी के सांसद उदित राज ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है।
वह उत्तर पश्चिम दिल्ली से सांसद हैं और यहां से दोबारा टिकट चाहते थे। लेकिन भाजपा ने उनकी जगह गायक हंसराज हंस को टिकट दे दिया।
इससे नाराज उदित ने पार्टी छोड़ने की धमकी दी थी और आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। राहुल ने पार्टी में उनका स्वागत किया।
नाराजगी
कल नाम के आगे से हटाया था 'चौकीदार'
इससे पहले मंगलवार को टिकट कटने के बाद उदित ने ट्विटर पर अपने नाम के आगे से 'चौकीदार' हटा लिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मैं भी चौकीदार' अभियान के तहत उनके सारे समर्थकों और भाजपा नेताओं ने ट्विटर पर अपने नाम के आगे चौकीदार लगाया था।
हालांकि, उदित ने कुछ ही घंटों बाद दोबारा से अपने नाम के आगे 'चौकीदार' लगा दिया, जिससे कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी ने उन्हें मना लिया है।
धमकी
पार्टी छोड़ने की धमकी दे चुके थे उदित
दिल्ली से भाजपा उम्मीदवारों की घोषणा होने से पहले उदित ने सोमवार शाम को ट्वीट करते लिखा था, 'मैं टिकट मिलने का इंतजार कर रहा हूं। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं पार्टी छोड़ दूंगा।'
अपने प्रेस नोट में उन्होंने कहा था, "मैं भाजपा में दलित नेता के नाम से जाना जाता रहा और 2014 में जब मैं पार्टी में शामिल हुआ था तो व्यापक जन समर्थन मिला। क्या पार्टी को जनाधार वाला दलित नेता नहीं चाहिए?"
ट्विटर पोस्ट
'टिकट नहीं मिला तो छोड़ दूंगा पार्टी'
I am waiting for ticket if not given to me I will do good bye to party
— Dr. Udit Raj, MP (@Dr_Uditraj) April 23, 2019
कारण
इस वजह से कटी टिकट
खबरों के अनुसार, उदित को टिकट न मिलने की मुख्य वजह उनके कुछ बयानों पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भाजपा आलाकमान की नाराजगी बताई जा रही है।
उदित ने सबरीमाला मंदिर और SC/ST कानून में संशोधन पर आयोजित बंद पर पार्टी और RSS से विपरीत विचार पेश किए थे।
उन्होंने पिछले साल दलितों के भारत बंद का समर्थन किया था।
इसे उनके टिकट कटने का मुख्य कारण माना जा रहा है।
राजनीति
भाजपा ने अंत समय तक उलझाए रखा
रिपोर्ट्स के अनुसार, उदित का टिकट न मिलने पर हफ्तों पहले फैसला हो चुका था, लेकिन भाजपा ने उन्हें अंत समय तक उलझाए रखा ताकि वह किसी अन्य पार्टी में शामिल न हो जाए।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने उन्हें टिकट मिलने को लेकर आश्वस्त भी किया था।
ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि अगर वह किसी अन्य पार्टी में शामिल हो जाते और उन्हें उत्तर पश्चिम दिल्ली से टिकट मिल जाती, तो यह भाजपा के लिए काफी नुकसानदेय होता।
जानकारी
कांग्रेस भी घोषित कर चुकी है अपना उम्मीदवार
उत्तर पश्चिम दिल्ली से कांग्रेस पहले ही अपने उम्मीदवार की घोषणा कर चुकी है और राजेश लिलोथिया उसकी टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में उन्हें टिकट मिलने की संभावना न के बराबर है। वहीं, AAP ने गुग्गन सिंह रंगा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।