मध्य प्रदेश: हत्या के मामले को सुन रहे जज ने जताया आरोपी और पुलिस से "खतरा"
क्या है खबर?
कांग्रेस नेता की हत्या के मामले की सुनवाई कर रहे मध्य प्रदेश के एक जज ने पुलिस और मुख्य आरोपी के उसके खिलाफ साजिश रचने की आशंका जताई है और कहा है कि उनके साथ कोई भी अप्रिय घटना हो सकती है।
दमोह जिले में एडिशनल सेशन जज आरपी सोनकर ने कहा है कि पुलिस उन पर झूठे आरोप लगा सकती है। उन्होंने सेशन जज से मामले को अन्य किसी कोर्ट में ट्रांसफर करने की अपील की है।
पृष्ठभूमि
क्या है पूरा मामला?
यह पूरा मामला 15 मार्च, 2019 को कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की हत्या से संबंधित है।
पथरिया से कांग्रेस विधायक रामबाई ठाकुर के पति गोविंद सिंह ठाकुर मामले में मुख्य आरोपी हैं और उन पर अपने सहयोगियों के साथ मिलकर चौरसिया की हत्या करने का आरोप है।
अभी जमानत पर बाहर चल रहे गोविंद की एक बाहुबली की छवि है और वह 1998 में कांग्रेस नेता राजेंद्र पाठक की हत्या के मामले में भी आरोपी हैं।
आरोप
जज सोनकर ने कहा- आरोपी अत्यधिक प्रभावशाली और राजनीतिक व्यक्ति
एडिशनल जज सोनकर इस मामले की सुनवाई कर रहे हैं और अब उनको भी मुख्य आरोपी के बाहुबल का डर सता रहा है।
सुनवाई के दौरान अपनी ऑर्डर सीट में उन्होंने लिखा, "जिस मामले की मैं सुनवाई कर रहा हूं, उसकी कार्रवाई हाई कोर्ट के निर्देश पर की जा रही है। लेकिन आरोपी अत्यधिक प्रभावशाली और राजनीतिक हैं। वे मेरे खिलाफ माननीय जिला न्यायाधीश को आवेदन कर चुके हैं, जिसे जिला न्यायाधीश ने गलत पाते हुए निरस्त कर दिया था।"
अंदेशा
मेरे साथ हो सकती है कोई अप्रिय घटना- जज
जज सोनकर ने आगे लिखा, "अब आरोपी पुलिस के साथ मिलकर उनके खिलाफ झूठी और मनगढंत साजिश रच रहे हैं। पुलिस अधिकारी भविष्य में मेरे ऊपर गंभीर झूठे आरोप लगा सकते हैं और मेरे साथ कोई अप्रिय घटना भी हो सकती है।"
उन्होंने मामले में जिला सेशन जज को एक पत्र भी लिखा है और उनसे इस मुकदमे की सुनवाई को किसी दूसरी कोर्ट में ट्रांसफर करने की अपील की है।
जानकारी
जज बोले- पुलिस ने नहीं किया गिरफ्तारी वारंट पर अमल
जज ने सुनवाई के दौरान यह भी कहा है कि पुलिस ने गोविंद सिंह के खिलाफ जारी किए गए गिरफ्तारी वारंट पर तय प्रक्रिया के तहत अमल नहीं किया। जिले के पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान ने आरोपों पर टिप्पणी करने से इनकार किया है।
प्रतिक्रिया
मंत्री ने कहा- हमने कभी किसी अपराध को संरक्षण नहीं दिया
मध्य प्रदेश में मंत्री विश्वास सारंग ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि जज ने यह बात किस परिपेक्ष्य में कही है, लेकिन राज्य अच्छी तरह से चल रहा है।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस के समय यह स्थिति जरूर थी। 15 महीने में अराजकता का माहौल बनाया था। सरकार बचाने के लिये 15 महीने में लोगों को गिरफ्तार नहीं किया। हमने कभी किसी अपराधी को संरक्षण नहीं दिया और न ही दिया जाएगा।"
जानकारी
मृत कांग्रेस नेता के बेटे ने लगाए थे पार्टी पर आरोप
इससे पहले मृत कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया के बेटे भी पार्टी पर अपराध के सबूत होने के बावजूद गोविंद सिंह को खुली छूट देने का आरोप लगा चुके हैं क्योंकि उस समय कमलनाथ की सरकार को बने रहने के लिए बसपा की जरूरत थी।