बिहार विधानसभा चुनावों के लिए गाइडलाइंस जारी; मतदाताओं को मिलेंगे दस्ताने, ऑनलाइन होंगे नामांकन
क्या है खबर?
चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनावों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की है।
इनके तहत मत डालने जाने वाले सभी रजिस्टर्ड मतदाताओं को पोलिंग बूथ पर दस्ताने दिए जाएंगे। साथ ही उन्हें फेस मास्क और हैंड सैनिटाइजर भी उपलब्ध कराया जाएगा।
मतदाताओं के साथ पोलिंग बूथ पर जाने वाले बच्चों को मास्क के साथ-साथ फेस शील्ड भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच आयोग पूरी सतर्कता बरतते हुए चुनाव संपन्न कराना चाहता है।
गाइडलाइंस
मतदान से एक दिन पहले सैनिटाइज होंगे सभी बूथ
गाइडलाइंस के मुताबिक, पोलिंग बूथ पर थर्मल स्कैनर लगाए जाएंगे और ऐसे व्यक्ति को अंदर प्रवेश की इजाजत नहीं होगी, जिसमें कोरोना संक्रमण के लक्षण होंगे।
थर्मल स्कैनर पर पोलिंग बूथ या आशा कर्मचारी को तैनात किया जा सकता है।
मतदान से एक दिन पहले सभी पोलिंग बूथों को सैनिटाइज करना जरूरी है।
बूथ पर लाइन लगने से रोकने के लिए पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर टोकन वितरित किए जाएंगे। बारी आने पर मतदाता मत डाल सकेंगे।
जानकारी
चुनावी गतिविधियों में शामिल सभी लोगों के लिए मास्क अनिवार्य
आयोग ने चुनावी गतिविधियों में शामिल सभी लोगों और कर्मचारियों के लिए मास्क पहनना जरूरी कर दिया है। आयोग का कहना है कि पहचान सत्यापन या जरूरत के समय मतदाता मास्क हटा सकते हैं।
गाइडलाइंस
ऑनलाइन होगा नामांकन
एक-दूसरे के संपर्क में आने से बचने के लिए नामांकन प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया गया है। साथ ही यह पहली बार हो रहा है जब उम्मीदवारों को अपनी जमानत राशि ऑनलाइन जमा करवानी होगी।
आयोग ने साफ कर दिया है कि गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइंस के तहत ही सार्वजनिक बैठकें और रोड शो आयोजित किए जा सकते हैं।
वहीं घर-घर जाकर प्रचार करने वाले लोगों की संख्या भी उम्मीदवार समेत पांच तय की गई है।
जानकारी
कोरोना संक्रमित मरीज भी डाल सकेंगे वोट
कोरोना से संक्रमित मरीजों को भी मत देने की अनुमति होगी। ऐसे मरीज अपने पोलिंग बूथ पर मतदान के आखिरी घंटे में जाकर मतदान कर सकेंगे। उनकी देखरेख के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट की निगरानी में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
विधानसभा चुनाव
29 नवंबर को खत्म हो रहा बिहार विधानसभा का कार्यकाल
बिहार विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म होगा। अगर 28 नवंबर से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी नहीं होती है तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाएगा।
चुनावी कार्यक्रम के तहत सितंबर के पहले या दूसरे सप्ताह तक अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
बिहार में लगभग 7.2 करोड़ मतदाता हैं और इनके लिए लगभग 73,000 बूथ बनाए जाते हैं।
इस बार प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के कारण मतदान प्रतिशत में भी इजाफा होने की उम्मीद है।