प्रियंका से बातचीत में पायलट ने एक साल के भीतर मांगा था मुख्यमंत्री का पद- रिपोर्ट
क्या है खबर?
राजस्थान में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच नई-नई जानकारी निकलकर सामने आ रही है।
अब एक रिपोर्ट के मुताबिक, सचिन पायलट ने प्रियंका गांधी से बातचीत में एक साल के भीतर राजस्थान का मुख्यमंत्री पद मांगा था।
पायलट का कहना था कि जब तक उन्हें एक साल के भीतर राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाने का भरोसा नहीं दिया जाता है, तब तक वो सोनिया गांधी और राहुल गांधी से नहीं मिलेंगे।
आइये, पूरी खबर जानते हैं।
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कहां से शुरू हुई राजनीतिक उठापटक?
राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक उठापटक चल रही है। पायलट ने मुख्यमंत्री गहलोत पर उनकी अनदेखी का आरोप लगाते हुए पार्टी और सरकार से बगावत कर दी थी।
वो अपने समर्थक विधायकों के साथ गुरूग्राम के एक होटल में रुके हुए हैं।
वहीं गहलोत का आरोप था कि वो सरकार गिराने की साजिश रच रहे हैं। बैठक में शामिल न होने के कारण कांग्रेस ने पायलट को उप मुख्यमंत्री और प्रदेश प्रमुख के पद से हटा दिया था।
जानकारी
मगंलवार को हुई थी प्रियंका और पायलट की बातचीत
इससे पहले पायलट गुट के सूत्रों की तरफ से कहा गया था प्रियंका गांधी से बातचीत के तीन घंटे बाद ही पायलट को अचानक उप मुख्यमंत्री के पद से हटा दिया गया था। पायलट ने मंगलवार को प्रियंका गांधी से बातचीत की थी।
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मुख्यमंत्री बनाने का सार्वजनिक ऐलान चाहते थे पायलट
NDTV ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि पायलट चाहते थे कि पार्टी ऐलान करे कि एक साल के भीतर उन्हें राजस्थान का मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा।
पायलट ने कहा कि अगर यह ऐलान नहीं किया जाता है तो गांधी परिवार से मिलने का कोई फायदा नहीं है।
सचिन पायलट की इस मांग पर कांग्रेस राजी नहीं हुई और नेतृत्व को संदेश दिया गया कि उन्हें उप मुख्यमंत्री के साथ-साथ प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख पद से भी हटाया जाए।
बातचीत
पायलट का सवाल- कार्रवाई और मेल-मिलाप की बातें एक साथ क्यों?
सूत्रों ने बताया कि पायलट ने दो दिन पहले भी प्रियंका गांधी से बात की थी। उनकी शिकायतें सुनने के बाद प्रियंका ने मामले को राहुल और सोनिया के सामने उठाने की बात कही थी।
पायलट ने प्रियंका से कहा जब कांग्रेस मेरे खिलाफ कार्रवाई कर रही है तो फिर मेल-मिलाप की बातें क्यों की जा रही है।
सूत्रों ने कहा कि पायलट को कांग्रेस पार्टी की तरफ से दिए गए आश्वासन पर पूरी तरह भरोसा नहीं है।
बातचीत
गहलोत मुझे निशाना बना रहे- पायलट
पायलट ने कहा कि एक तरफ कांग्रेस अपने दरवाजे खुले रखने की बात कह रही है और दूसरी तरफ स्पीकर की ओर से उन्हें अयोग्यता का नोटिस भेजा जा रहा है। पायलट ने कहा कि अशोक गहलोत उन्हें निशाना बना रहे हैं।
वहीं पायलट के समर्थकों का कहना है कि जब अशोक गहलोत उन्हें लगातार निशाना बना रहे हैं तो वो मुख्यमंत्री के घर हो रही बैठक में शामिल होने के लिए कैसे जा सकते हैं।
आदेश
मंगलवार शाम तक पायलट के खिलाफ नहीं हो सकेगी कार्रवाई
कांग्रेस के एक धड़े का मानना है कि पायलट के कोर्ट में जाने के बाद बात काफी आगे बढ़ चुकी है।
गौरतलब है कि विधानसभा स्पीकर ने व्हिप का उल्लंघन करने के आरोप में पायलट और उनके समर्थक विधायकों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था।
पायलट ने इसे हाई कोर्ट में चुनौती दी। शुक्रवार को हुई सुनवाई में हाई कोर्ट ने मंगलवार शाम तक इस मामले में स्पीकर को कोई कार्रवाई न करने का आदेश दिया है।
जानकारी
गहलोत ने पायलट पर लगाया साजिश रचने का आरोप
दूसरी तरफ मुख्यमंत्री गहलोत लगातार पायलट पर भाजपा के साथ मिलकर उनकी सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगा रहे हैं। हाल में सामने आए कुछ ऑडियो टेप्स के बाद राजस्थान में चल रहा राजनीतिक तूफान और तेज हो गया है।