बिहार में तय समय पर ही डाले जाएंगे विधानसभा चुनावों के लिए वोट- चुनाव आयोग
चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों की बिहार विधानसभा चुनावों को आगे खिसकाने की मांग को ठुकरा दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) सुनील अरोड़ा ने सोमवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव तय समय पर होंगे और आयोग कोरोना वायरस संकट को ध्यान में रखते हुए इसके लिए तैयारियों में जुट गया है। अरोड़ा ने कहा कि महामारी की स्थिति को देखते हुए आयोग सभी जरूरी ऐहतियात बरत रहा है। आइये, यह खबर विस्तार से जानते हैं।
राजनीतिक दल कर रहे चुनाव आगे खिसकाने की मांग
राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) समेत कई दलों ने आयोग से बिहार विधानसभा चुनावों को स्थगित करने की मांग की थी। लोजपा ने इस संबंध में आयोग को पत्र भी लिखा था। लोजपा का कहना था कि इस स्थिति में चुनाव होने से लाखों लोगों की जिंदगी को खतरा हो सकता है। कांग्रेस नेता अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी कहा था कि बिहार में स्थितियां विधानसभा चुनाव के आयोजन के योग्य नहीं है।
कोरोना वायरस के कारण बिहार में हालत दयनीय- कांग्रेस
कांग्रेस नेता सिंह का कहना था कि व्यक्ति और समाज की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। कोरोना वायरस के कारण बिहार और बाकी देश में इस समय स्थिति दयनीय है। बिहार में हर तीसरे परिवार में एक कोरोना संक्रमित है।
आयोग ने सभी दलों से मांगे थे सुझाव
वहीं केंद्र में सरकार चला रही और राज्य में सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइडेट) की सहयोगी भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि था चुनावों को समय पर आयोजित कराना या स्थगित करना पूरी तरह चुनाव आयोग के क्षेत्राधिकार में है और वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेगी। जानकारी के लिए बता दें कि चुनाव आयोग ने राज्य में विधानसभा चुनावों के आयोजन को लेकर सभी राजनीतिक दलों से सुझाव देने को कहा था।
29 नवंबर को खत्म हो रहा बिहार विधानसभा का कार्यकाल
सुझावों के लिए आयोग ने पहले 31 जुलाई तक की समयसीमा रखी थी, जिसे बाद में बढाकर 11 अगस्त तक कर दिया गया था। बता दें कि बिहार विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म होगा। अगर 28 नवंबर से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी नहीं होती है तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाएगा। माना जा रहा है कि चुनावी कार्यक्रम के तहत सितंबर के पहले या दूसरे सप्ताह तक अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
आयोग के सामने होंगी कई चुनौतियां
बिहार में लगभग 7.2 करोड़ मतदाता हैं और इनके लिए लगभग 73,000 बूथ बनाए जाते हैं। इस बार प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के कारण मतदान प्रतिशत में भी इजाफा होने की उम्मीद है। ऐसे में कोरोना वायरस संकट के बीच आयोग के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना और लोगों को बूथों तक खींच पाना बड़ी चुनौती होगी। बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण यह चुनौती और भी बड़ी हो जाएगी।
बिहार में कितने लोग संक्रमित?
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बिहार में अब तक 82,550 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 28,065 सक्रिय मामले हैं और 397 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं ठीक हुए लोगों की संख्या 54,088 है।
देश में 22 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित
वहीं अगर पूरे देश की बात करें तो संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 53,601 नए मामले सामने आए और 871 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। देश में चार दिन बाद 60,000 से कम नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ देश में कुल मामलों की संख्या 22,68,675 हो गई है, वहीं 45,257 लोगों की इस खतरनाक वायरस के कारण मौत हुई है।