लालू यादव की सुरक्षा में तैनात नौ पुलिसकर्मी हुए कोरोना वायरस संक्रमित
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव (72) को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। इसी बीच गुरुवार को लालू यादव की सुरक्षा में लगे नौ पुलिसकर्मियों के हुई कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि ने RIMS अधिकारियों में हड़कंप मचा दिया। इसके बाद RIMS प्रबंधन ने लालू यादव के स्वास्थ्य पर निगरानी बढ़ा दी है।
लालू यादव के संपर्क में नहीं आया था कोई भी सुरक्षाकर्मी
RIMS के अधीक्षक विवेक कश्यप ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उन्हें तत्काल हटाने और नए पुलिसकर्मियों को तैनात करने को कहा गया है। तैनाती से पहले नए सुरक्षाकर्मियों की भी जांच की जाएगी। हालांकि, लालू यादव का उपचार कर रहे डॉक्टर की मानें तो कोई भी जवान प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लालू के संपर्क में नहीं आया था। इसके बाद एहतियात के तौर पर एक सप्ताह तक उन पर विशेष नजर रखी जाएगी।
RIMS निदेशक के बंगले में रह रहे हैं लालू यादव
लालू प्रसाद यादव को कोरोना महामारी से बचाने के लिए गत 5 अगस्त को RIMS निदेशक के बंगले में स्थानांतरित कर दिया गया था। RIMS की कार्यकारी निदेशक डॉ मंजू गड़ी ने बताया कि गेस्ट वार्ड में लालू प्रसाद के कोरोना वायरस की चपेट में आने का खतरा अधिक था। इसको देखते हुए उनहें निदेशक के बंगले में स्थानांतरित किया गया था। उन्होंने बताया कि निदेशक के बंगले में भी लालू पर विशेष निगरानी रखी जाती है।
पहले भी तीन सुरक्षाकर्मियों में हो चुकी है संक्रमण की पुष्टि
कार्यकारी निदेशक ने बताया कि लालू यादव की चिकित्सा कर रहे डॉ उमेश प्रसाद एवं उनके सहयोगी किसी चिकित्सक तथा चिकित्साकर्मी को कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाया गया है, लेकिन उनके वार्ड के बाहर सुरक्षा में तैनात तीन सुरक्षाकर्मियों में कुछ दिनों पहले कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उसी को देखते हुए उन्हें निदेशक के बंगले में शिफ्ट किया गया था। इससे अब गेस्ट वार्ड में अन्य मरीजों भर्ती किए जा रहे हैं।
चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे हैं लालू
बता दें लालू यादव को चारा घोटाले के तीन विभिन्न मामलों में CBI की विशेष अदालत ने 14 साल की जेल की सजा सुनाई थी। हालांकि, जेल जाने के बाद वह कई बार बीमार होने के कारण इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती रहे थे, लेकिन उनकी सेहत में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद 23 दिसंबर, 2017 से अदालत के आदेश पर उनका न्यायिक हिरासत के बीच RIMS में इलाज चल रहा है।
क्या हैं देख और बिहार के हालात?
देश में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 29,05,823 हो गई है, वहीं 54,849 लोगों की इससे मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या 6,92,028 है। बिहार में लगभग 1,15,000 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 492 लोगों की इससे मौत हुई है।