राजस्थान: कांग्रेस का केंद्रीय मंत्री पर सरकार गिराने की साजिश करने का आरोप, FIR की मांग
क्या है खबर?
कांग्रेस ने आज केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर राजस्थान की उसकी सरकार को गिराने की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की।
अपने आरोपों के पक्ष में कांग्रेस ने ऑडियो टेप जारी किए जिनमें शेखावत कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा और भाजपा नेता संजय जैन से बात कर रहे हैं।
कांग्रेस ने अपने विधायक भंवर लाल और विशवेंद्र सिंह को अपनी स्थाई सदस्यता से निलंबित करने का ऐलान भी किया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस
कांग्रेस बोली- जनमत का चीरहरण कर रही भाजपा
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आरोप लगाया कि मणिपुर, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बाद भाजपा अब राजस्थान में सत्ता लूटने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बीचों-बीच भाजपा राजस्थान की आठ करोड़ जनता के 'जनमत के चीरहरण' और 'प्रजातंत्र के अपहरण' की घिनौनी साजिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा विधायकों की खरीद-फरोख्त कर कांग्रेस सरकार को गिराने का प्रयास कर रही है।
मांग
शेखावत के खिलाफ हो FIR, जांच प्रभावित करने पर करें गिरफ्तार- सुरजेवाला
मीडिया में आए दो ऑडियो टेप का हवाला देते हुए सुरजेवाला ने मांग की कि स्पेशल ऑपरेशन्स ग्रुप (SOG) राजस्थान सरकार गिराने की साजिश में शामिल केंद्रीय कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ FIR दर्ज करे और अगर वे जांच को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं तो वारंट जारी कर उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
उन्होंने भंवर लाल और संजय जैन पर भी इसी तर्ज पर कार्रवाई करने की मांग की।
मांग
पैसा कहां से आया और केंद्र सरकार से कौन-कौन शामिल, इसकी जांच हो- कांग्रेस
सुरजेवाला ने आगे कहा, "पैसे का आदान-प्रदान किस प्रकार हो रहा है और ये काला धन किसने मुहैया कराया, कहां से आया, हवाला से ट्रांसफर कैसे हुआ और किस-किस को दिया गया, इसकी संपूर्ण जांच हो।"
उन्होंने इस साजिश में शामिल केंद्र सरकार में प्रभावी पदों पर बैठे व्यक्तियों, अधिकारियों और एजेंसियों के नाम जांच में उजागर करने की मांग भी की।
उन्होंने सचिन पायलट को भी विधायकों की सूची भाजपा को देने पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा।
रुख में नरमी
सचिन पायलट ने फोन पर की चिदंबरम से बात
बता दें कि कांग्रेस की तरफ से ये मांग ऐसे समय पर की गई है जब सचिन पायलट ने अपने रुख में नरमी के संकेत दिए हैं। पूरे प्रकरण के दौरान पहली बार कांग्रेस के किसी वरिष्ठ नेता से संपर्क साधते हुए उन्होंने पी चिंदबरम को फोन किया। चिदंबरम ने उन्हें पार्टी का प्रस्ताव स्वीकार कर वापस लौटने की सलाह दी।
इसके अलावा पायलट के कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी को फोन करने की बात भी सामने आई है।
पृष्ठभूमि
SOG से समन मिलने के बाद पायलट ने की थी बगावत
पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अंतर्गत काम करने वाले SOG से सरकार गिराने की साजिश के मामले में समन मिलने के बाद सचिन पायलट ने गहलोत के खिलाफ बगावत कर दी थी। तभी से वे अपने खेमे के विधायकों के साथ गुरूग्राम में डेरा डाले हुए हैं और गहलोत सरकार के अल्पमत में होने का दावा कर रहे हैं।
गहलोत ने अपने समर्थन में 100 से अधिक विधायक होने का दावा किया है।