पश्चिम बंगाल: चुनावों की तैयारियां देखने पहुंची चुनाव आयोग की टीम, अधिकारियों से करेगी मुलाकात
चुनाव आयोग ने अगले साल पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों से जुड़ी तैयारियों का जायजा लेना शुरू कर दिया है। उप चुनाव आयुक्त सुदीप जैन की अगुवाई में चुनाव आयोग की एक टीम बुधवार को कोलकाता पहुंची। यह टीम अगले दो दिनों में अलग-अलग जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों समेत राज्य के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेगी। इसके बाद यह अपनी रिपोर्ट चुनाव आयोग में दाखिल करेगी। आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी मिलेगी टीम
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों पर महामारी का डर भी रहेगा। ऐसे में इन चुनावों के लिए खास तैयारियां की जा रही हैं। इसे देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य सचिव और गृह सचिव भी चुनाव आयोग की टीम से मुलाकात कर सकते हैं। टीम में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि टीम चुनाव की तैयारियों का जायजा लेगी। वो नौकरशाहों और पुलिस अधिकारियों के साथ मुलाकात के अलावा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी बातचीत करेगी।
राजनीतिक सरगर्मियां अभी से तेज
राज्य में चुनाव होने में अभी काफी समय बाकी है, लेकिन राजनीतिक सरगर्मियां अभी से तेज हो गई हैं। भाजपा और राज्य में सरकार चला रही तृणमूल कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। हाल ही में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक हिंसा की आशंका जताते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मिलकर पश्चिम बंगाल में चुनावों से पहले ही अर्धसैनिक बलों को भेजने की मांग की थी।
पश्चिम बंगाल में 292 सीटों के लिए होगा चुनाव
जानकारी के लिए बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा में कुल 294 सीटें हैं। इनमें से 292 सीटों के लिए चुनाव होते हैं। बाकी बची दो सीटों पर सदस्यों को मनोनित किया जाता है।
बंगाल जीतने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है भाजपा
भाजपा पिछले काफी समय से पश्चिम बंगाल में अपनी जगह मजबूत करने की कोशिशों में लगी हुई है। बिहार विधानसभा चुनाव में जीत के साथ ही भाजपा ने पश्चिम बंगाल में अपनी राजनीतिक गतिविधियां तेज कर दी थी। 2016 के विधानसभा चुनाव में महज तीन सीट जीतने वाली भाजपा 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। ऐसे में भाजपा के हौसले बुलंद हैं।
लोकसभा चुनावों में भाजपा को मिला 40 प्रतिशत से अधिक वोट
पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा को 10.16 फीसदी वोटों के साथ तीन सीटें मिली। वहीं तृणमूल कांग्रेस को 44.91 प्रतिशत वोटों के साथ 211 सीटों पर जीत हासिल हुई। हालांकि, लोकसभा चुनावों तक तस्वीर काफी बदल चुकी थी। 2019 लोकसभा चुनावों में तृणमूल का वोट शेयर तो 43.3 प्रतिशत रहा, लेकिन 2014 के मुकाबले उसे 12 सीटों का नुकसान हो गया। दूसरी तरफ भाजपा को इन चुनावों में 18 सीटें मिलीं और उसका वोट शेयर बढ़कर 40.2 प्रतिशत हो गया।